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यमुना में आई बाढ़ से हरियाणा यूपी के समीपवर्ती गांव की करीब 20 हजार एकड़ से ज्यादा फसलें जलमग्न हो चुकी हैं। वीरवार को बाढ़ का पानी कम जरूर हुआ लेकिन किसानों को बारिश से जलभराव का डर सताने लगा। पहले ही यमुना ने दोनों ओर से कई कई एकड़ भूमि कटाव कर दिया है। अब ये कटाव पानी कम होने के बाद स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। जिसमें यमुना के अंदर दूर-दूर तक न फसलें दिखाई दे रही हैं और न खेत। पानी कम होने के बाद भी दूर-दूर तक यमुना का ही पानी नजर आ रहा था और यमुना के बहाव में आया रेत
बता दें कि पहाड़ी क्षेत्रों में हुई भारी बारिश से यमुना में आई बाढ़ ने 47 साल पहले के हालातों को याद दिला दिया। ऐसी बाढ़ जिसमें मेरठ रोड के साथ लगते हरियाणा क्षेत्र को कम जबकि उत्तर प्रदेश के किसानों की फसलों को ज्यादा नुकसान पहुंचाया। यहां यमुना के पानी ने उत्तर प्रदेश की ओर से भूमि कटाव कर तटबंध तक तोड़ दिए। इस बाढ़ ने यूपी के खेतों को हरियाणा के खेतों से ज्यादा नुकसान पहुंचाने का काम किया।
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करनाल: यमुना के बहाव में बह गए खेत, रह गया रेत


