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भारतीय मुल्तानी परिमंडल महासभा, करनाल ने एक निजी होटल में प्रेस वार्ता का आयोजन किया, जिसकी अध्यक्षता डॉ. जोगिंदर मदान ने की। प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि 17 अगस्त को मंगलसेन ऑडिटोरियम में “विभाजन विभीषिका” कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में असम के पूर्व गवर्नर प्रोफेसर जगदीश मुखी, करनाल के विधायक जगमोहन आनंद, एमएचयू करनाल के वाइस चांसलर डॉ. सुरेश कुमार मल्होत्रा और अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे।
डॉ. जोगिंदर मदान ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के विभाजन के दौरान हुई त्रासदी को याद करना और जनता को इसके दर्दनाक इतिहास से अवगत कराना है। उन्होंने बताया कि विभाजन के समय मुल्तानी समुदाय ने मुस्लिम धर्म अपनाने से इंकार कर दिया और अपना सब कुछ छोड़कर भारत आ गए।
इस बलिदान और संघर्ष की कहानी को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है, ताकि लोग उस दौर की पीड़ा और त्याग को समझ सकें।कार्यक्रम के माध्यम से महासभा का प्रयास है कि विभाजन की त्रासदी को ऐतिहासिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया जाए और देशवासियों में एकता और जागरूकता का संदेश दिया जाए।
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करनाल में विभाजन विभीषिका कार्यक्रम का आयोजन, जनता को इतिहास से जोड़ने की पहल


