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करनाल और कुरुक्षेत्र की अनाज मंडियों में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के पदाधिकारियों के साथ आढ़तियों द्वारा की गई कथित बदतमीजी और हंगामे ने अब तूल पकड़ लिया है। इस प्रकरण को लेकर भाकियू ने आगामी 21 अप्रैल को सुबह 11 बजे कुरुक्षेत्र स्थित एसपी कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन करने और एसपी को ज्ञापन सौंपने की घोषणा की है, ताकि दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सके।
इस प्रदर्शन की रणनीति अर्जुन नगर स्थित किसान भवन (भाकियू का प्रादेशिक कार्यालय) में आयोजित बैठक में बनाई गई। बैठक की अध्यक्षता करनाल के भाकियू जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह घुम्मन और महासचिव सुरेंद्र बैनीवाल ने की। इस अवसर पर भाकियू प्रदेश संगठन सचिव शाम सिंह मान, कुरुक्षेत्र जिला अध्यक्ष मदनलाल बपदा, प्रवक्ता सुरेंद्र सागवान, कोर कमेटी के चेयरमैन यशपाल राणा और जिला इकाई के चेयरमैन साहब सिंह बाजवा भी मौजूद रहे।
भाकियू अध्यक्ष रतनमान ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मंडियों में गेंहू से भरे कट्टों के तोल की जांच के दौरान गड़बड़ी पाए जाने पर कुछ आढ़ती बेचैन हो उठे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि योजनाबद्ध तरीके से मंडियों में शांति भंग करने की कोशिश की जा रही है। रतनमान ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन कट्टों का वजन जांचा जा रहा है, वे सरकार के हैं, न कि किसी निजी व्यक्ति के। ऐसे में आढ़तियों द्वारा किया गया विरोध अनुचित और कानून व्यवस्था के खिलाफ है।
भाकियू की करनाल और कुरुक्षेत्र इकाइयों की यह साझा बैठक इस बात का संकेत है कि संगठन अब आढ़तियों के विरोध के खिलाफ सख्त रुख अपनाने जा रहा है। संगठन ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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करनाल में आढ़तियों और भाकियू पदाधिकारियों के बीच विवाद गहराया, 21 अप्रैल को एसपी कार्यालय के घेराव की घोषणा