[ad_1]
गांव ऊंचा समाना के समीप बना बाबा पक्के पुल वाले के धाम पर वीरवार और रविवार को लाखों की संख्या में लोग माथा टेक मन्नत मांगते हैं। इस धाम की मान्यता है कि यदि किसी को पुलिस में जाना हो तो वह सबसे पहले यहां पर आकर माथा टेके और उसके बाद खाकी वर्दी चढ़ाए। उसके बाद उसकी पुलिस में नौकरी लग जाती है। इस धाम के प्रेम प्रजापति भगत ने बताया कि यह धाम करीब 200 साल पुराना है। जिसमें हजरत इलाही बख्श पीर बाबा की मजार है और इनके साथ सबल सिंह बावरी के सरमल बावरी व मोहम्मद अली के ठान बने हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस धाम का नाम पक्का पुल धाम इसलिए है क्योंकि सन 1540 से 1544 तक यहां पर बने पुल का निर्माण शेर शाह सूरी द्वारा किया गया था। यह धाम मुगल काल से यहां पर बनी हुई है और पुल के निर्माण के बाद से इस धाम को पक्के पुल के नाम से जाना जाता है। उन्होंने बताया कि हर रोज श्रद्धालु यहां पर माथा टेकने आते हैं लेकिन वीरवार और रविवार को लाखों की संख्या में यहां पर पूरे प्रदेश के साथ उत्तर प्रदेश , दिल्ली , हिमाचल व राजस्थान के श्रद्धालु यहां पर आते हैं।
[ad_2]
करनाल: पक्के पुल धाम पर आते हैं लाखों की संख्या में लोग, माथा टेक कर मांगते हैं मन्नत

