कार्यक्रम से बाहर निकालने का आरोप लगाती कांग्रेस सेवा दल की महिला विंग की प्रदेश उपाध्यक्ष व जिला अध्यक्ष।
हरियाणा में करनाल के सेक्टर 4 में आयोजित पंजाबी सम्मेलन के दौरान कांग्रेस सेवा दल की महिला पदाधिकारी को कार्यक्रम से बाहर निकाले जाने के आरोप सामने आए है। महिला का नाम संतोष है और वह हरियाणा कांग्रेस सेवा दल महिला विंग की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। वह अपन
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हम सेवा दल के है हमारे साथ हमारे भाई बहन आएंगे
इस घटना के बाद नीलम मल्होत्रा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस सेवा दल की सदस्य हैं और उनके साथ उनके सहयोगी भी कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे। नीलम मल्होत्रा ने इसे अपमानजनक बताते हुए कहा कि हम सेवा दल के लोग हैं और हमारे साथ हमारे भाई-बहन आएंगे।इन लोगों ने हमारा अपमान किया है, इसलिए हम कार्यक्रम से जा रहे हैं। मैं भूपेंद्र हुड्डा से अपील करती हूं कि अगर यह सम्मेलन केवल पंजाबियों का है तो केवल उन्हें ही बुलाया जाए, और किसी स्थानीय व्यक्ति को न बुलाया जाए।
पंजाबी महासम्मेलन में मौजूद लोग।
क्या हुड्डा साहब पंजाबी है
संतोष ने भी इस घटना पर नाराजगी जताई और सवाल किया कि क्या भूपेंद्र हुड्डा पंजाबी हैं, जो कार्यक्रम में उपस्थित थे? उन्होंने कहा कि हम भी तो कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए आए हैं। हमें मंच पर चढ़ने का मौका भी नहीं मिला, हम तो एक साइड में खड़े थे, फिर भी हमें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
प्रत्येक बिरादरी का सम्मान होना चाहिए
नीलम मल्होत्रा ने इस घटना को लेकर कांग्रेस नेतृत्व से अपील की कि अगर पार्टी सभी 36 बिरादरियों को साथ लेकर चलना चाहती है तो हर एक बिरादरी का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी को भी हक नहीं है कि वह किसी को स्टेज से नीचे उतारे या कार्यक्रम से अपमानित करके बाहर निकाल दे।
सम्मेलन में पहुंचने पर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का स्वागत करते समाज के लोग।
क्या कांग्रेस को सिर्फ पंजाबियों की वोट चाहिए
संतोष ने आगे कहा कि हम कांग्रेस के लिए दिन-रात काम करते हैं और जहां भी कांग्रेस के नेता आते हैं, हम वहां कार्यक्रम में शामिल होते हैं। लेकिन आज जो हुआ वह गलत है। इसका मतलब कांग्रेस को सिर्फ पंजाबियों की ही वोट चाहिए? हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि महिला पदाधिकारी को कार्यक्रम से बाहर करने का आदेश किसने दिया था। मामले को लेकर कांग्रेस सेवा दल के सदस्यों में नाराजगी और असंतोष फैल गया है।
आयोजक कर्ता बोले, किसी ने नहीं निकाला बाहर
वहीं इस बार में जब कार्यक्रम के आयोजक कर्ता अशोक मेहता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई घटना कार्यक्रम में नहीं हुई। इस कार्यक्रम में 36 बिरादरी के लोग आए हुए थे। जिन महिलाओं ने यह आरोप लगाए है और वह कांग्रेस की पुरानी कार्यकर्ता है तो उनको सभी का नाम याद होगा। महिलाओं को जिस व्यक्ति द्वारा कार्यक्रम से निकाला गया उसका नाम लेना चाहिए। जिस तरह से कार्यक्रम से बाहर निकालने के आरोप लगाए गए है यह इस कार्यक्रम को बदनाम करने की कोशिश है।