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युवती हरसिमरत कौर की फाइल फोटो।
कनाडा के हैमिल्टन शहर में 2 गुटों की बीच हुई फायरिंग में पंजाब के तरनतारन की 21 साल की युवती की मौत हो गई। युवती कनाडा में मोहॉक कॉलेज में मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी । वह रोज की तरह बस स्टॉप पर खड़ी होकर बस का इंतजार कर रही थीं।
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तभी दो गुट दो अलग-अलग वाहनों में आए और फायरिंग शुरू कर दी। स्टूडेंट हरसिमरत भी गोलीबारी की चपेट में आ गईं। एक गोली उसकी छाती पर लगी। घटना के तुरंत बाद हरसिमरत को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
यह घटना 16 अप्रैल की शाम की है। जिसकी सूचना युवती हरसिमरत रंधावा के गांव धूंदा में अब मिली है। इसका पता चलते ही परिवार में मातम छाया हुआ है। टोरंटो स्थित भारतीय दूतावास ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने हरसिमरत के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए आश्वासन दिया है कि उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
उधर, युवती के पिता ने कहा कि उनकी किसी भी सरकार से इंसाफ की कोई उम्मीद नहीं है। न तो अपनी सरकार से कोई मांग है और ना ही विदेश की सरकार से, क्योंकि जो हालात पंजाब में हैं, वही हालात बाहर पैदा हो गए हैं।
मृतक हरसिमरत के घर में शोक मनाते हुए पारिवारिक सदस्य।
युवती की मौत पर कनाडा पुलिस ने क्या कहा…

- काले रंग की कार से सफेद सेडान पर फायरिंग हुई: कनाडा की हैमिल्टन पुलिस के मुताबिक 16 अप्रैल की शाम 7:15 बजे से 7:45 बजे के बीच फायरिंग हुई। यह फायरिंग काले रंग की कार से एक सफेद सेडान पर की गई। इसी दौरान एक गोली युवती को लगी, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
- एक घर के अंदर भी गोली घुसी, घरवाले TV देख रहे थे: हैमिल्टन पुलिस ने यह भी बताया कि फायरिंग के दौरान एक गोली पास के ही एक घर की खिड़की से होते हुए अंदर जा घुसी थी। जहां कुछ लोग टीवी देख रहे थे। गनीमत रही कि घर के किसी सदस्य को चोट नहीं आई।
- किसी के पास फुटेज हो तो पुलिस को दें: हैमिल्टन पुलिस ने इस मामले में हत्या का केस दर्ज किया है। पुलिस ने लोगों से अपील भी की कि अगर किसी के पास उस समय की डैश कैम या सुरक्षा कैमरे की फुटेज हो, तो वे जांच में सहयोग करें।

घटना की जानकारी देते हुए कनाडाई पुलिस के अधिकारी।
यहां जानिए बेटी की मौत पर क्या बोले परिजन…

हरसिमरत कौर के बारे में जानकारी देते उसके पिता सुखविंदर सिंह।
- डॉक्टर बनने का सपना लेकर दो साल पहले गई थी बेटी : बेटी हरसिमरत कौर रंधावा की मौत से परिवार गम में है। उसके पिता सुखविंदर सिंह का कहना है कि उनकी बच्ची होनहार थी। बेटी डॉक्टर बनना चाहती थी। इसीलिए वह मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए दो साल पहले कनाडा गई थी। घटना वाले दिन भी पढ़ने के लिए जा रही थी। वह रोड पर खड़ी कि दो गैंग की आपस में गोलीबारी में बेटी की मौत हो गई।
- सरकार से इंसाफ की कोई उम्मीद नहीं : सुखविंदर सिंह ने बताया कि वे खेतीबाड़ी करते है और गांव के सरपंच भी रह चुके है। हरसिमरत कौर उनकी इकलौती बेटी थी। उसका एक भाई भी है। बेटी की इच्छा के मुताबिक उन्होंन पैसा खर्च कर उसे कनाडा भेजा था। सोचा था कि बेटी डॉक्टर बनकर उनका नाम रोशन करेगी। मगर, अब वह नहीं रही। आगे कहा कि उनकी किसी भी सरकार से इंसाफ की कोई उम्मीद नहीं है। न तो अपनी सरकार से कोई मांग है और ना ही विदेश की सरकार से, क्योंकि जो हालात पंजाब में हैं, वही हालात बाहर पैदा हो गए हैं।
- हमारे बच्चे न तो पंजाब में सेफ हैं और न ही अब फॉरेन में: धूंधा गांव के पूर्व सरपंच जगतार सिंह ने कहा कि पंजाब से लाखों बच्चें अपना भविष्य बनाने के लिए बाहर पढ़ाई करने के लिए जाते हैं। सरकारों को गैंगवार करने वालों पर एक्शन लेना चाहिए, तभी बच्चे सेफ रह सकते हैं। हमारे बच्चे न तो पंजाब में सेफ हैं और न ही अब फॉरेन में। दोनों तरफ एक जैसा ही माहौल हो गया है। ये घटना बहुत दुखदायी है और इसने पूरे पंजाब को झकझोर कर रख दिया है।

भारत के महावाणिज्य दूतावास की ओर से की गई पोस्ट।
भारत के महावाणिज्य दूतावास ने भी जताया दुख घटना को लेकर टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने शुक्रवार को इस मामले को लेकर एक पोस्ट शेयर की। कहा- ओंटारियो के हैमिल्टन में भारतीय छात्रा हरसिमरत कौर रंधावा की दुखद मौत से हम बहुत दुखी हैं। स्थानीय पुलिस के अनुसार, हरसिमरत कौर निर्दोष थी। दो गुटों से जुड़ी गोलीबारी की घटना के दौरान एक गोली हरसिमरत कौर को जा लगी। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। हम रंधावा के परिवार के साथ संपर्क में हैं और सभी आवश्यक सहायता प्रदान कर रहे हैं। इस कठिन समय में हमारे विचार और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं।
प्रवासी भारतीय समुदाय में आक्रोश और चिंता हरसिमरत की इस तरह मौत से उसके परिवार के साथ कनाडा में रह रहे भारतीयों में भी शोक व्याप्त है। उनका कहना है कि इस घटना से कनाडा में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। विदेश में बेहतर भविष्य की उम्मीद लेकर पढ़ाई करने आई एक मासूम छात्रा की जिस तरह से मौत हुई, वह बेहद निंदनीय और दुखद है।
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कनाडा में पंजाबी युवती की हत्या: कॉलेज जाने के लिए बस स्टॉप पर खड़ी थी, 2 गुटों में हुई फायरिंग, सीने में गोली लगी – tarn-taran News