देश ने ओलंपिक में कुल 35 तो एकल प्रतियोगिताओं में 23 व टीम खेलों में 12 पदक जीते हैं। प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि हमारे खिलाड़ियों ने तीस प्रतिशत पदक देश की झोली में डाले हैं। हरियाणा एकमात्र ऐसा राज्य है जो लगातार चार ओलंपिक खेलों में देश के लिए पदक जीते हैं। साथ ही हर बार ओलंपिक में भाग लेने वालों की संख्या भी बढ़ी है। देश की आबादी के दो प्रतिशत जनसंख्या वाला हरियाणा एकल स्पर्धा में 30 प्रतिशत पदक दिला चुका है। वहीं टीम गेम्स में भी हरियाणा के खिलाड़ियों की भागीदारी रही है। 2008 ओलंपिक में भिवानी के बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने कांस्य पदक, 2012 में कुश्ती में योगेश्वर दत्त ने कांस्य पदक व हिसार में जन्मी साइना नेहवाल ने बैडमिंटन में कांस्य पदक, 2016 में देश ने दो ही पदक जीते थे, जिनमें रोहतक की साक्षी मलिक ने कुश्ती में कांस्य पदक व 2020 में नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण, रवि दहिया ने रजत व बजरंग पूनिया ने कांस्य पदक जीते।
पिछले चार ओलंपिक में हरियाणा के पदक
वर्ष देश हरियाणा
- 2008 3 1
- 2012 6 2
- 2016 2 1
- 2020 7 3
- कुल 18 7
2020 टोक्यो ओलंपिक में हरियाणा का प्रदर्शन
2020 टोक्यो ओलंपिक में देश के खिलाड़ियों ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए सात पदक जीते। इनमें से छह पदक एकल प्रतियोगिताओं में व एक पदक हॉकी टीम में जीता। एकल प्रतियोगिताओं में जीते गए छह पदकों में हरियाणा के खिलाड़ियों ने तीन पदक जीते। देश का एकमात्र स्वर्ण पदक पानीपत के नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक प्रतियोगिता में जीता।
सोनीपत के नाहरी गांव के पहलवान रवि दहिया ने कुश्ती के 57 किलोग्राम भारवर्ग में रजत पदक जीता। वहीं मूलरूप से झज्जर के गांव खुडन के बेटे बजरंग पूनिया ने कुश्ती के 65 किलोग्राम भारवर्ग में कांस्य पदक जीता। कुरुक्षेत्र के सुरेंद्र व सोनीपत के सुमित कांस्य पदक विजेता हॉकी टीम के सदस्य रहे। महिला वर्ग की हॉकी टीम ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही, जिसमें प्रदेश की नौ खिलाड़ी शामिल रहीं। कुश्ती में दीपक पूनिया चौथे स्थान पर रहे।
ये खिलाड़ी भी रहे हरियाणा से संबंधित
शूटिंग प्रतियोगिता में 2012 में रजत पदक विजेता गगन नारंग की पृष्ठभूमि पानीपत से जुड़ी हुई है। गगन नारंग के पिता नौकरी के चलते हैदराबाद शिफ्ट हो गए थे।
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