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एयरपोर्ट्स इंटरनेशनल काउंसिल (एसीआई) ने बुधवार को कहा कि भारत 2026 में एयर पैसेंजर ट्रैफिक ग्रोथ रेट में (हवाई यात्री यातायात वृद्धि दर) पड़ोसी देश चीन से आगे निकल जाएगा। भारत 10. 5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा। पीटीआई की खबर के मुताबिक, दुनिया के सबसे तेज नागरिक उड्डयन बाजारों में से एक, भारत की हवाई यात्री यातायात वृद्धि दर इस साल 10. 1 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह चीन के लिए निर्धारित 12 प्रतिशत से कम है।
कब कितनी रहेगी भारत की ग्रोथ रेट
खबर के मुताबिक, दिल्ली में एसीआई एशिया प्रशांत और मध्य पूर्व के महानिदेशक स्टेफानो बैरोन्सी ने कहा कि भारत एक ऐसा बाजार है जो विकसित हो रहा है और अपने बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की प्रक्रिया में है। आपको बता दें, एयरपोर्ट्स इंटरनेशनल काउंसिल (एसीआई) एशिया प्रशांत और मध्य पूर्व क्षेत्र में 600 से अधिक एयरपोर्ट्स का प्रतिनिधित्व करता है। अनुमान है कि भारत की हवाई यात्री वृद्धि दर 2026 में 10.5 प्रतिशत और 2027 में 10.3 प्रतिशत होगी, जबकि चीन की वृद्धि दर क्रमशः 8.9 प्रतिशत और 7. 2 प्रतिशत होगी।
2023-27 के लिए वृद्धि दर का अनुमान
एयरपोर्ट्स इंटरनेशनल काउंसिल के मुताबिक, 2023-27 के लिए भारत में हवाई यात्री यातायात के लिए चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) 9. 5 प्रतिशत अनुमानित है, जो चीन के 8. 8 प्रतिशत से अधिक है। भारत 2023-2053 की अवधि के लिए 5. 5 प्रतिशत की सीएजीआर के साथ वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ने वाला एविएशन मार्केट भी होगा, जबकि चीन की सीएजीआर 3. 8 प्रतिशत होगी।
एयरपोर्ट्स इंटरनेशनल काउंसिल ने कहा कि साल 2043 में देश की प्रति व्यक्ति वार्षिक यात्राएं 0.4 होंगी, जबकि 2023 में यह 0.1 होगी। प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद की गणना 2019 के लिए डॉलर के संदर्भ में क्रय शक्ति समता के आधार पर की गई है। एसीआई एशिया प्रशांत और मध्य पूर्व के अध्यक्ष एसजीके किशोर ने कहा कि अगले 5-10 वर्षों में भारत में बड़े विमानन केंद्र विकसित किए जाएंगे, जिसमें मजबूत घरेलू अवसर भी हैं।
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एयर पैसेंजर ट्रैफिक ग्रोथ रेट में अगले साल ड्रैगन से आगे निकल जाएगा भारत, इस रेट से बढ़ेगा – India TV Hindi