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एन. रघुरामन, मैनेजमेंट गुरु
मुंबई में इस हफ्ते नौसेना की एक स्पीड बोट और एक यात्री फेरी के बीच हुई टक्कर में 14 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद जब नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने घटनास्थल का दौरा करने और हादसे की पड़ताल करने का निश्चय किया तब मुझे याद आया कि कैसे कुछ पेशों में सुरक्षा हमेशा से सबसे ज्यादा मायने रखती है।
पता चला है कि घटना स्थल का उनका दौरा सुरक्षा व स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स (एसओपी) के क्रियान्वयन संबंधी मुद्दों को फिर से रेखांकित करने के लिए है। अपने कामकाज से जुड़ी विभिन्न रोड ट्रिप के दौरान मैंने देखा है कि सशस्त्र बलों के ट्रक देश की किसी भी सड़क पर 40 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति से नहीं चलते हैं, क्योंकि उनके लिए सुरक्षा सर्वोपरि चिंता का विषय है। इसका उनके प्रशिक्षण और ड्राइवरों को निपुण बनाने से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन वे बहुत अच्छी तरह जानते हैं कि दुर्घटनाएं दूसरों की गलती से भी होती हैं, जो सार्वजनिक रास्तों का उपयोग करते हैं।
जल परिवहन में सुरक्षा दो कारणों से और भी अधिक सख्त होनी चाहिए। एक तो यह है कि दुर्घटना की स्थिित में पानी के बीच में बचाव टीम को भेजने में लगने वाला समय स्पष्ट रूप से महत्वपूर्ण है। वास्तव में, जितनी बड़ी वॉटर बॉडी होगी, उतनी ही ज्यादा कठिनाई होगी।
दूसरा, साल 2027 तक लगभग 4 करोड़ यात्रियों के लग्जरी क्रूज सेवाओं से जल परिवहन की उम्मीद है, जो 2023 में 3.1 करोड़ से थो़ड़ा-सा अधिक है। क्रूज लाइन इंटरनेशनल एसोसिएशन (सीएलआईए) ने संकेत दिया है कि दुनिया भर में अधिकतर युवा अपनी आय का एक बड़ा हिस्सा यात्रा पर खर्च कर रहे हैं और जल मार्ग के जरिए यात्रा इसमें सबसे ऊपर है।
57 देशों में 94 क्रूज से यात्रा कर चुकी क्रूज गुरु ब्लॉगर डायन टायरनी के अनुसार क्रूज पर अकेले यात्रा करना कुल यात्रा का कम से कम 20 प्रतिशत है। इन क्रूज पर ज्यादा से ज्यादा सिंगल केबिन बनाने का सीधा अर्थ सिंगल ट्रैवलर्स की बढ़ती संख्या का संकेत है।
यात्री समुद्र का 360 डिग्री दृश्य का आनंद ले सकें, इसके लिए जहाज एक ऐसा डिजाइन बना रहे हैं, जो फनल (इंजन, एग्जॉस्ट और भाप का निकास) को शिप के बीच में रखने के बजाय एक तरफ रखता है। सिर्फ 2025 में 13 महासागरीय क्रूज शिप लॉन्च होने वाले हैं ताकि बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके।
जहाजों पर, अधिक शानदार थ्रिल राइड्स जैसे रोलर कोस्टर, रोबोटिक हाथ और विशाल झूलों को जोड़ा जा रहा है जो सवारों को समुद्र से 50 मीटर ऊपर लटकाते हैं। क्रूज अनोखी आइटनरी बना रहे हैं, जो अंटार्कटिका, आइसलैंड और ग्रीनलैंड जैसे ठंडे स्थलों को कवर करते हैं।
सीएलआईए के आंकड़े दिखाते हैं कि 2019 से 2023 के बीच असामान्य स्थलों और लंबे प्रवास को चुनने वाले लोगों में 71 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अलास्का और नॉर्वेजियन फजॉर्ड्स जैसे कई प्रकृति केंद्रित स्थलों ने जो शानदार दृश्य और निकटवर्ती वन्यजीवों के अनुभव प्रदान करते हैं, युवाओं की पसंद बन गए हैं।
यह 2025 में अधिक लोकप्रिय क्यों होगा? क्रूज यात्रा की धारणाओं को फिर से आकार देने में सोशल मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, खासकर मिलेनियल्स और जेन ज़ी के बीच। क्रूज पर शादी करना अभी शुरू हुआ है। यह भारतीय शादी बाजार के लिए अगला बड़ा डेस्टिनेशन वेडिंग होगा।
इस सप्ताह मुंबई के समुद्र में हुआ दुर्भाग्यपूर्ण हादसा इस बढ़ते हुए उद्योग पर एक दाग है और इस उद्योग में काम करने वाले लोगों को (मालिक या कर्मचारी) कानूनों का सख्ती से पालन करना चाहिए, जिसमें छोटी से छोटी बोट में सेफ्टी जैकेट पहनना अनिवार्य बनाने जैसे छोटे कदम हो सकते हैं। दुर्भाग्यवश, ऐसे बुनियादी नियमों का पालन हमेशा नजरअंदाज किया जाता है, जब तक कि ऐसी कोई दुर्घटना हमें झकझोर नहीं देती, लेकिन जिसे 24 घंटे के भीतर भुला दिया जाता है।
फंडा यह है कि समुद्री परिवहन व्यवसाय में कोई भी लापरवाह रवैया इस उद्योग की पूरी धारणा को प्रभावित करेगा, जो 2025 से कई गुना बढ़ने वाला है। यदि आप उस उद्योग में हैं, तो पहले सुरक्षा को महत्व दें।
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एन. रघुरामन का कॉलम: वाटर टूरिज्म में सुरक्षा सबसे पहले आनी चाहिए