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- N. Raghuraman’s Column Is There Any Sharing Happening In Your Parenting?
9 घंटे पहले

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एन. रघुरामन, मैनेजमेंट गुरु
आलिया भट्ट व उनके पति रणबीर कपूर ने ‘शैरेंटिंग’ में नहीं पड़ने और बेटी राहा के ‘पालन-पोषण’ पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लिया है। आप सोच रहे होंगे, ये शैरेंटिंग क्या है? अपने बच्चे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर ज्यादा लगाने वाले माता-पिता के इस एक्ट को सोशल मीडिया में इस नाम से पुकारते हैं।
हाल ही में ये बॉलीवुड दंपति तब खबरों में आया, जब उन्होंने राहा की उन तस्वीरों को इंस्टाग्राम से डिलीट किया, जिसमें उसका चेहरा दिख रहा था। ऐसा लगता है, आलिया-रणबीर बेटी की निजता को काफी महत्व दे रहे हैं और आम लोगों की नजरों से दूर रखने की कोशिश कर रहे हैं।
कुछ समय पहले नीतू कपूर ने भी पापराज़ी से अनुरोध किया था कि वे राहा की तस्वीरें न लेंं। इससे पहले नवंबर 2022 में राहा के जन्म के बाद भी आलिया-रणबीर ने कैमरापर्सन्स से तस्वीरें नहीं लेने का अनुरोध किया था। पापराज़ी ने सिर्फ क्रिसमस 2023 तक ही उनकी इच्छा का सम्मान किया, जब राहा 2023 में वार्षिक कपूर क्रिसमस ब्रंच में पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आई थी।
तबसे इस लिटिल एंजिल ने अपनी प्यारी उपस्थिति से इंटरनेट को मोहित कर दिया है और वह अक्सर मासूमियत से फोटोग्राफर्स का स्वागत करती है। करीना कपूर खान ने भी हाल ही में पिता रणधीर कपूर के जन्मदिन की पार्टी में फोटोग्राफर्स से अनुरोध किया कि अपने दो बच्चों, तैमूर और जेह की तस्वीरें न लें।
पैरेंट्स अब बच्चों की तस्वीरें सोशल मीडिया से क्यों हटा रहे हैं? कई पढ़े-लिखे पैरेंट्स इससे अवगत हैं कि जब वे किसी भी सोशल मीडिया साइट पर “आई एक्सेप्ट” पर क्लिक करते हैं, तो ये समझौते कंपनियों और तीसरे पक्षों को आजादी देते हैं कि वे डेटा (इसमें जानकारी, फोटो-वीडियो भी शामिल हैं) के साथ क्या कर सकते हैं।
कुछ समय पहले द न्यूयॉर्क टाइम्स ने खोजी स्टोरी की थी, जिसमें बताया कि कैसे फेशियल रिकग्निशन सॉफ्टवेयर को प्रशिक्षित करने के लिए छोटे बच्चों व टॉडलर्स की सोशल मीडिया की तस्वीरों का गुप्त रूप से उपयोग किया जा रहा था।
ऑस्ट्रेलियाई सेलिब्रिटी व जनसंपर्क विशेषज्ञ, रॉक्सी जैसेनको ने हाल ही में कहा कि उन्हें बेटी पिक्सी कर्टिस को चाइल्ड सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर बनाने का पछतावा है। ब्रांड स्पॉन्शरशिप व ऑनलाइन बिजनेस के जरिए कमाई करने के लिए रॉक्सी लंबे समय से अपनी 13 वर्षीय बेटी का इंस्टा अकाउंट संभाल रही हैं। पर रॉक्सी अब कह रही हैं कि पिक्सी की सार्वजनिक छवि के नकारात्मक प्रभावों के आगे पैसों की कोई कीमत नहीं।
हालांकि चिंताएं स्पष्ट हैं, पर बच्चों की तस्वीरें ऑनलाइन साझा करने में परिवारों के लिए कई लाभ भी हो सकते हैं। आखिरकार, कई परिवार, विदेश में रहने वाले प्रियजनों के साथ महत्वपूर्ण संबंध बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं, साथ ही डिजिटल पारिवारिक एल्बम और महत्वपूर्ण यादों को संग्रहित करने के उपकरण के रूप में भी इसका इस्तेमाल करते हैं। बच्चों से जुड़ी जानकारी को शेयर करने में कटौती करके माता-पिता ऐसे अवसरों से भी चूक जाते हैं और बच्चे की जिंदगी की बड़ी उपलब्धियों का भी ढंग से जश्न नहीं मना पाते।
माता-पिता क्या करें? विशेषज्ञ जोखिम व लाभ संतुलित करने की सलाह देते हैं। फ्रांस में कानून ‘शैरेंटिंग’ के जोखिमों से निपटने के लिए बच्चों की निजता का अधिकार सुनिश्चित करता है। इसका मतलब है, बच्चों की निजता की रक्षा करना माता-पिता का कानूनी कर्तव्य है- और बच्चों को भी कानूनी रूप से कंसल्ट कराना चाहिए। फिर भी बच्चे के डेटा (चित्र-वीडियो शामिल) साझा करने से पहले माता-पिता विचार कर सकते हैं।
जरूरत से ज्यादा जानकारी साझा करने से बच्चों की पहचान की चोरी और उत्पीड़न का खतरा है, इसलिए ये चुनें कि कौन-सी जानकारी उन्हें प्रभावित नहीं करेगी और कौन-सी कर सकती है। जैसे बच्चे की लोकेशन, पूरा नाम या जन्म तिथि साझा करना खतरनाक है।
फंडा यह है कि बच्चे हमेशा प्यारे होते हैं और हर माता-पिता अपनी खुशी के पलों को सोशल मीडिया पर साझा करने में गर्व महसूस करते हैं। लेकिन बच्चे की व्यक्तिगत जानकारी को चोरी होने से बचाना भी माता-पिता की जिम्मेदारी है। इसलिए ‘शैरेंटिंग’ की सलाह नहीं दी जाती।
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एन. रघुरामन का कॉलम: कहीं आपकी पैरेंटिंग में शैरेंटिंग तो नहीं हो रही है!