मुंबई8 घंटे पहले
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रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में ₹2.69 लाख करोड़ की कमाई की है। वहीं 19,407 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया है।
देश की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की मार्केट वैल्यू इस हफ्ते के कारोबार के बाद 1.65 लाख करोड़ रुपए बढ़ी है। अब कंपनी का मार्केट कैप 19.24 करोड़ रुपए हो गई है।
रिलायंस के अलावा, टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल की वैल्यू 20,756 करोड़ रुपए बढ़कर 10.56 लाख करोड़ रुपए हो गई है। वहीं, ICICI बैंक ₹19,382 करोड़, HDFC की 11,515 करोड़ और इंफोसिस की 10,902 करोड़ रुपए बढ़ी है।
बजाज फाइनेंस, HUL और TCS की वैल्यू गिरी
वहीं, बजाज फाइनेंस की वैल्यू इस दौरान 15,471 करोड़ रुपए घटकर ₹5.51लाख करोड़, हिंदुस्तान यूनिलीवर की ₹1,985 करोड़ घटकर ₹5.46 लाख करोड़ और टाटा कंसल्टेंसी कंपनी यानी TCS की वैल्यू ₹1,284 करोड़ घटकर ₹12.46 लाख करोड़ पर आ गई है।



इस हफ्ते 1200 अंक से ज्यादा चढ़ा शेयर बाजार
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार, 2 मई को शेयर बाजार में तेजी रही। सेंसेक्स 260 अंक चढ़कर 80,502 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में भी 12 अंक की तेजी रही, ये 24,347 के स्तर पर बंद हुआ।
हफ्तेभर के कारोबार में सेंसेक्स 1290 अंक चढ़ा है। पिछले हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी 25 अप्रैल को यह 79,212 के स्तर पर था, जो 2 मई को 80,502 के स्तर पर बंद हुआ।

मार्केट कैपिटलाइजेशन क्या होता है?
मार्केट कैप किसी भी कंपनी के टोटल आउटस्टैंडिंग शेयरों यानी वे सभी शेयर जो फिलहाल उसके शेयरहोल्डर्स के पास हैं, उनकी वैल्यू है। इसका कैलकुलेशन कंपनी के जारी शेयरों की कुल संख्या को उनकी कीमत से गुणा करके किया जाता है।
इसे एक उदाहरण से समझें…
मान लीजिए… कंपनी ‘A’ के 1 करोड़ शेयर मार्केट में लोगों ने खरीद रखे हैं। अगर एक शेयर की कीमत 20 रुपए है, तो कंपनी की मार्केट वैल्यू 1 करोड़ x 20 यानी 20 करोड़ रुपए होगी।
मार्केट वैल्यू कैसे घटता-बढ़ता है?
कंपनियों की मार्केट वैल्यू शेयर की कीमतों के बढ़ने या घटने के चलते बढ़ता-घटता है। इसके और कई कारण हैं…
मार्केट वैल्यू कैसे बढ़ती है?
- शेयर की कीमत- बाजार में शेयरों का मांग बढ़ने से कॉम्पिटिशन होता है, इसके चलते कीमतें बढ़ती है।
- मजबूत वित्तीय प्रदर्शन: कंपनी की कमाई, रेवेन्यू, मुनाफा जैसी चीजों में बढ़ोतरी निवेशकों को अट्रैक्ट करती है।
- पॉजिटीव न्यूज या इवेंट- प्रोडक्ट लॉन्च, अधिग्रहण, नया कॉन्ट्रैक्ट या रेगुलेटरी अप्रूवल से शेयरों की डिमांड बढ़ती है।
- मार्केट सेंटिमेंट- बुलिश मार्केट ट्रेंड या सेक्टर स्पेसिफिक उम्मीद जैसे IT सेक्टर में तेजी का अनुमान निवेशकों के आकर्षित करता है।
- हाई प्राइस पर शेयर जारी करना: यदि कोई कंपनी हाई प्राइस पर नए शेयर जारी करती है, तो वैल्यू में कमी आए बिना मार्केट कैप बढ़ जाता है।
मार्केट वैल्यू कैसे घटती है?
- शेयर प्राइस में गिरावट- मांग में कमी के चलते शेयरों की प्राइस गिरती है, इसका सीधा असर मार्केट कैप पर होता है।
- खराब नतीजे- किसी वित्त वर्ष या तिमाही में कमाई-रेवेन्यू घटने, कर्ज बढ़ने या घाटा होने से निवेशक शेयर बेचते हैं।
- नेगेटिव न्यूज- स्कैंडल, कानूनी कार्रवाई, प्रोडक्ट फेल्योर या लीडरशिप से जुड़ी कोई भी नकारात्मक खबर निवेश को कम करता है।
- इकोनॉमी या मार्केट में गिरावट- मंदी, ब्याज दरों में बढ़ोतरी और बेयरिश यानी नीचे जाता मार्केट शेयरों को गिरा सकता है।
- शेयर बायबैक या डीलिस्टिंग: यदि कोई कंपनी शेयरों को वापस खरीदती है या प्राइवेट हो जाती है, तो आउटस्टैंडिंग शेयरों की संख्या कम हो जाती है।
- इंडस्ट्री चैलेंज: रेगुलेटरी चेंज, टेक्नोलॉजिकल डिसरप्शन या किसी सेक्टर की घटती डिमांड के चलते शेयरों की मांग घटती है।
मार्केट कैप कैसे काम आता है?
- मार्केट कैप का इस्तेमाल कंपनियों के शेयरों को कैटेगराइज करने के लिए किया जाता है, ताकि निवेशकों को उनके रिस्क प्रोफाइल के अनुसार उन्हें चुनने में मदद मिले। जैसे लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियां।
- किसी कंपनी के शेयर में मुनाफा मिलेगा या नहीं इसका अनुमान कई फैक्टर्स को देख कर लगाया जाता है। इनमें से एक फैक्टर मार्केट कैप भी होता है। निवेशक मार्केट कैप को देखकर पता लगा सकते हैं कि कंपनी कितनी बड़ी है।
- कंपनी का मार्केट कैप जितना ज्यादा होता है, उसे उतनी ही अच्छी कंपनी माना जाता है। डिमांड और सप्लाई के अनुसार स्टॉक की कीमतें बढ़ती और घटती है। इसलिए मार्केट कैप उस कंपनी की पब्लिक पर्सीवड वैल्यू होती है।
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सेंसेक्स 4 मार्च के लेवल से 10% चढ़ा: बेंचमार्क इंडेक्स निचले स्तर 72,990 से 7,252 अंक ऊपर, अमीरों का धन 1.6 लाख करोड़ तक बढ़ा

शेयर बाजार बुधवार को लगभग स्थिर रहा। सेंसेक्स 46 अंकों की गिरावट के साथ 80,242 पर और निफ्टी 2 अंक गिरकर 24,334 पर बंद हुआ। लेकिन 4 मार्च के रिकॉर्ड-लो से सेंसेक्स और निफ्टी करीब 10% चढ़ चुके हैं।
इस बीच देश के टॉप-25 अरबपतियों की संपत्ति 1.6 लाख करोड़ रुपए तक बढ़ गई। फिर भी इनकी संपत्ति रिकॉर्ड हाई से 60% तक कम है। सेंसेक्स पिछले रिकॉर्ड लो 72,990 से 7,252 अंक चढ़ चुका है।
Source: https://www.bhaskar.com/business/news/reliance-market-cap-2025-icici-hdfc-bank-bharti-airtel-134957428.html