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इस साल केदारनाथ इलाके में 2-हेलिकॉप्टर क्रैश, 3 की इमरजेंसी-लैंडिंग: तकनीकी खामी या ऑपरेटर की गलती; समझें हेलिकॉप्टर के उड़ने की तकनीक Today Tech News

इस साल केदारनाथ इलाके में 2-हेलिकॉप्टर क्रैश, 3 की इमरजेंसी-लैंडिंग:  तकनीकी खामी या ऑपरेटर की गलती; समझें हेलिकॉप्टर के उड़ने की तकनीक Today Tech News

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नई दिल्ली23 मिनट पहले

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हेलिकॉप्टर क्रैश या इमरजेंसी लैंडिंग से जुड़ी कुल 5 घटनाओं में बेल, एयरबस, अगस्ता वेस्टलैंड के हेलिकॉप्टर शामिल हैं।

इस साल केदारनाथ इलाके में हेलिकॉप्टर क्रैश या इमरजेंसी लैंडिंग से जुड़ी कुल 5 घटनाएं सामने आईं हैं। क्रैश हुए हेलिकॉप्टर बेल कंपनी के हैं। वहीं इमरजेंसी और क्रैश लैंडिंग में एयरबस, अगस्ता वेस्टलैंड के हेलिकॉप्टर शामिल हैं। ये पायलट या हेलिकॉप्टर ऑपरेट करने वाली कंपनी की किसी गलती से हो रहा है, तकनीकी दिक्कत या खराब मौसम इसकी वजह है। आइए इसे डिटेल में समझते हैं…

सबसे पहले हेलिकॉप्टर की टेक्नोलॉजी…

हेलिकॉप्टर के मुख्य हिस्से और उनका काम:

1. मेन रोटर ब्लेड: ये हेलीकॉप्टर को हवा में उठाने और दिशा देने का काम करते हैं। ब्लेड्स हवाई जहाज के पंखों जैसे एयरफॉइल होते हैं। जब ये तेजी से घूमते हैं, तो हवा को नीचे धकेलते हैं, जिससे लिफ्ट बनती है और हेलीकॉप्टर ऊपर उड़ता है।

पायलट ब्लेड्स के कोण को कलेक्टिव (सभी ब्लेड्स एकसाथ) या साइक्लिक (हर ब्लेड अलग-अलग) तरीके से बदलता है। इससे हेलीकॉप्टर ऊपर-नीचे, आगे-पीछे, या दाएं-बाएं जा सकता है। ये ब्लेड्स फ्लेक्सिबल होते हैं।

2. टेल रोटर: ये हेलिकॉप्टर की पूंछ पर लगा छोटा पंखा होता है, जो हेलिकॉप्टर को दिशा देने और स्थिर रखने का काम करता है। पायलट फुट पेडल्स से टेल रोटर के ब्लेड्स के कोण बदलता है, जिससे हेलिकॉप्टर दाएं या बाएं मुड़ पाता है।

3. इंजन: ये हेलिकॉप्टर का दिल है, जो इसे चलाने की ताकत देता है। ज्यादातर हेलिकॉप्टर्स में टर्बोशाफ्ट इंजन होता है, जो पावर को एक शाफ्ट के जरिए मेन रोटर और टेल रोटर तक भेजता है। ये जेट इंजन जैसा है, लेकिन हवा का धक्का देने की जगह शाफ्ट घुमाता है।

अब समझिए हेलिकॉप्टर उड़ता कैसे हैं…

हेलिकॉप्टर के रोटर ब्लेड तेजी से घूमते हैं और हवा को नीचे की तरफ धकेलते हैं। न्यूटन का एक नियम है- हर क्रिया की बराबर और उल्टी प्रतिक्रिया होती है। तो, जब ब्लेड हवा को नीचे धकेलते हैं, हेलिकॉप्टर को ऊपर की तरफ उठाने वाली ताकत मिलती है। बस यही लिफ्ट हेलिकॉप्टर को हवा में उड़ाती है।

अब, हेलीकॉप्टर को इधर-उधर, आगे-पीछे या ऊपर-नीचे ले जाने के लिए पायलट उन ब्लेड्स के कोण को बदलता है। मतलब, ब्लेड्स को थोड़ा तिरछा कर दो, तो हेलीकॉप्टर उस दिशा में जाता है। वहीं टेल रोटर हेलीकॉप्टर को दाएं-बाएं मोड़ने और एक जगह स्थिर रखता है। उसे इधर-उधर घूमने से रोकता है।

केदारनाथ इलाके में हेलिकॉप्टर क्रैश या इमरजेंसी लैंडिंग से जुड़ी 5 घटनाएं…

1. 8 मई 2025: उत्तरकाशी में गंगनानी के पास क्रैश में 6 की मौत

ये बेल 407 हेलीकॉप्टर था, जिसे एयरोट्रांस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ऑपरेट करी रही थी। हेलीकॉप्टर श्रद्धालुओं को लेकर गंगोत्री धाम जा रहा था। इसमें पायलट सहित सात लोग सवार थे। छह यात्रियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। एक यात्री घायल हुआ था।

ये घटना खराब मौसम, तकनीकी खराबी, या पायलट की गलती से हुई इसकी जांच की जा रही है। फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही दुर्घटना का सटीक कारण पता चल पाएगा। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

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इस हादसे में छह यात्रियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। एक यात्री घायल हुआ था।

इस हादसे में छह यात्रियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। एक यात्री घायल हुआ था।

2. 12 मई 2025: उखीमठ में स्कूल के मैदान में आपातकालीन लैंडिंग

ये एयरबस का AS350 B3 हेलिकॉप्टर था जिसे हिमालयन हेली सर्विसेज ऑपरेट करती है। ये हेलिकॉप्टर बद्रीनाथ से श्रद्धालुओं को लेकर सिरसी लौट रहा था। खराब विजिबिलिटी के कारण उखीमठ में एक स्कूल के मैदान में इसे इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। सभी श्रद्धालु सुरक्षित थे।

3. 17 मई 2025: एम्स ऋषिकेश के हेली एम्बुलेंस की क्रैश लैंडिंग

ये एयरबस का AS350 B2 हेलिकॉप्टर था। हेलिकॉप्टर सांस की तकलीफ से जूझ रही श्रीदेवी नाम की महिला को रेस्क्यू करने के लिए केदारनाथ जा रहा था। टेल रोटर में खराबी आने के कारण हेलिकॉप्टर को केदारनाथ हेलीपैड से 10-20 मीटर पहले क्रैश लैंडिंग करनी पड़ी।

इस हादसे में हेलिकॉप्टर में सवार तीन लोग यानी, पायलट, एक डॉक्टर, और एक नर्सिंग स्टाफ सुरक्षित बच निकला। हेलिकॉप्टर में आई तकनीकी खराबी की सटीक वजह जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगी।

इस हेलिकॉप्टर में तीन लोग यानी, पायलट, एक डॉक्टर, और एक नर्सिंग स्टाफ सवार था।

इस हेलिकॉप्टर में तीन लोग यानी, पायलट, एक डॉक्टर, और एक नर्सिंग स्टाफ सवार था।

4. 7 जून 2025: रुद्रप्रयाग में हाईवे पर आपातकालीन लैंडिंग

ये अगस्ता वेस्टलैंड का AW119 हेलिकॉप्टर था, जिसे केस्ट्रेल एविएशन ऑपरेट करता है। ये हेलिकॉप्टर रुद्रप्रयाग जिले में बदासु (सिरसी) हेलीपैड से केदारनाथ धाम की ओर जा रहा था। उड़ान भरने के तुरंत बाद तकनीकी खराबी के कारण इसे राष्ट्रीय राजमार्ग पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी।

हेलिकॉप्टर में सवार पांच यात्री पूरी तरह सुरक्षित रहे और उन्हें कोई चोट नहीं आई। पायलट को पीठ दर्द की शिकायत हुई, जिसके लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उनकी चोटें मामूली थीं। हादसे के बाद DGCA ने केस्ट्रेल एविएशन की उड़ानों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया।

हेलिकॉप्टर में सवार पांच यात्री पूरी तरह सुरक्षित रहे और उन्हें कोई चोट नहीं आई।

हेलिकॉप्टर में सवार पांच यात्री पूरी तरह सुरक्षित रहे और उन्हें कोई चोट नहीं आई।

5. 15 जून 2025: केदारघाटी के पास हेलिकॉप्टर दुर्घटना में 7 की मौत

ये बेल 407 हेलिकॉप्टर था, जिसे आर्यन एविएशन ऑपरेट करती थी। यह हेलीकॉप्टर केदारनाथ धाम से 6 श्रद्धालुओं (5 वयस्क और 1 बच्चा) को लेकर गुप्तकाशी की ओर जा रहा था। हादसे का प्राथमिक कारण खराब मौसम और कम दृश्यता बताया गया है।

सुबह करीब 5:20 बजे, जब हेलिकॉप्टर ने केदारनाथ हेलीपैड से उड़ान भरी, तो गौरीकुंड के जंगलों में घने बादल और कोहरा था। उत्तराखंड के मौसम विभाग ने उस दिन पर्वतीय जिलों में बारिश और कोहरे की चेतावनी दी थी, जो उड़ान के लिए जोखिम भरा था।

क्रैश होते ही हेलिकॉप्टर में आग लग गई। हादसे वाली जगह पर मलबा बिखरा है।

क्रैश होते ही हेलिकॉप्टर में आग लग गई। हादसे वाली जगह पर मलबा बिखरा है।

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