19 मिनट पहले
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जब आप म्यूचुअल फंड में पैसा लगाते हैं, तो आपका मकसद अक्सर ऐसे सेक्टरों में निवेश करना होता है जो लंबी अवधि में आर्थिक बदलावों के साथ विकसित होते हैं। भारत की वित्तीय प्रणाली भी ऐसा ही एक क्षेत्र है, जो लगातार बदलाव और विकास के दौर से गुजर रहा है, जिसे ऋण बढ़ोतरी, डिजिटलीकरण और फिनटेक नवाचार से बढ़ावा मिल रहा है।
बजाज फिनसर्व बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज़ फंड, एक ओपन-एंडेड इक्विटी योजना, ऐसे कंपनियों में निवेश करने का लक्ष्य रखता है जो इस विकसित हो रहे वित्तीय परिदृश्य का हिस्सा हैं।
नया फंड ऑफर 10 नवंबर 2025 को खुलेगा और 24 नवंबर 2025 को बंद होगा। आवंटन की तारीख से पांच दिनों में यह योजना फिर से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल जाएगी।
भारत का वित्तीय क्षेत्र आर्थिक गतिविधियों का समर्थन कैसे करता है
भारत का बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा (BFSI) क्षेत्र पूंजी जुटाने, ऋण विस्तार और वित्तीय समावेशन में महत्वपूर्ण योगदान देता है। पिछले पांच सालों में प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को दिए गए लोन में 85% की बढ़ोतरी हुई है, जो वर्ष 2019 में ₹23 लाख करोड़ से बढ़कर वर्ष 2024 में ₹42.7 लाख करोड़ तक पहुंच गई है।
यह बढ़ोतरी कृषि, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) तथा खुदरा ऋण लेने वालों के बीच बढ़ती मांग को दर्शाती है।
डिजिटलीकरण ने वित्तीय सेवाओं की पहुंच को और भी व्यापक बना दिया है। यूपीआई लेनदेन का कुल मूल्य लगभग पांच गुना बढ़ गया है, जो वित्त वर्ष 2021 में ₹41 ट्रिलियन से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 में ₹236 ट्रिलियन तक पहुंच गया है।
यह डिजिटल भुगतान के बढ़ते उपयोग को दर्शाता है। माइक्रो फाइनेंस क्षेत्र ने भी मजबूत बढ़ोतरी हुई है, जिसका कुल पोर्टफोलियो मार्च 2025 तक ₹3.75 लाख करोड़ तक पहुंच गया है और यह करीब 7.9 करोड़ उधार लेने वालों को सेवाएं दे रहा है।
(स्रोत: आरबीआई, एनपीसीआई, सीआरआईएफ, मई 2025)
बजाज फिनसर्व बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज़ फंड के बारे में बजाज फिनसर्व बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज़ फंड पूरे सेक्टर की मूल्य शृंखला में निवेश करता है, जिसमें बैंक, एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां), बीमा कंपनियां, एसेट मैनेजमेंट कंपनियां और फिनटेक प्लेटफॉर्म शामिल हैं। इसकी निवेश प्रक्रिया TRENDS फ्रेमवर्क से संचालित है, जो लंबे समय तक चलने वाले संरचनात्मक विषयों पर केंद्रित है।
टेक्नोलॉजी डिजिटल भुगतान लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। घरेलू लेन-देन में गैर-नकद हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2023 में 38% से बढ़कर वित्त वर्ष 2028 में 62% तक पहुंचने का अनुमान है। डिजिटल ऋण, विशेष रूप से टियर-2 और छोटे शहरों में, वित्तीय पहुंच का भी विस्तार कर रहा है, जहां वित्त वर्ष 28 तक अनुमानित 60 बिलियन अमेरिकी डॉलर के डिजिटल भुगतान में 80% से अधिक का हिस्सा होने की उम्मीद है। (स्रोत: NPCI, RBI, उद्योग अनुमान) आर्थिक समावेशन
जन धन खातों की संख्या में लगभग 18 गुना बढ़ोतरी हुई है, जो वित्त वर्ष 2014 में 3.3 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में 54 करोड़ तक पहुंच गई है, जिनमें कुल जमा राशि ₹2.3 ट्रिलियन है। इन खातों ने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण, DBT) को सक्षम बनाया है और वित्तीय लेन-देन में पारदर्शिता को बढ़ावा दिया है। (स्रोत: वित्त मंत्रालय, भारत सरकार) जनसांख्यिकीय परिवर्तन भारत की कामकाजी आयु वाली जनसंख्या अगले दो दशकों में लगातार बढ़ने का अनुमान है। वर्ष 2030 तक लगभग 75% घरों के मध्यम और उच्च-आय वर्ग में आने की संभावना है, जिससे ऋण, बीमा और निवेश उत्पादों की मांग में और वृद्धि हो सकती है। (स्रोत: जेफरीज) सामाजिक और फिनटेक नवाचार फिनटेक प्लेटफॉर्म ऋण की पहुंच को बेहतर बना रहे हैं, खासकर उन उधार लेने वालों के लिए जिनका क्रेडिट इतिहास सीमित है। व्यक्तिगत और व्यावसायिक ऋणों में उनकी भागीदारी, विशेषकर महिला उद्यमियों के बीच, यह दर्शाती है कि कैसे डिजिटल समाधान वित्तीय सेवाओं की पहुंच को लगातार बढ़ा रहे हैं। (स्रोत: सीआरआईएफ (CRIF), भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI)) बजाज फिनसर्व बैंकिंग और वित्तीय सेवा फंड में निवेश क्यों करें ● क्षेत्रीय रुझानों के अनुरूप: यह फंड लगभग 200 कंपनियों के समूह में से चुनी गई 45–60 कंपनियों में निवेश करता है, जो दीर्घकालिक संरचनात्मक रुझानों से जुड़ी हैं।
● विविध निवेश : बैंक, एनबीएफसी, बीमा कंपनियां, एसेट मैनेजमेंट कंपनियां (AMC) और अन्य वित्तीय संस्थानों में संतुलित निवेश करता है।
● प्रमुख क्षेत्रीय रुझानों के अनुरूप: डिजिटल फाइनेंस, वित्तीय समावेशन और बीमा व निवेश में बढ़ती भागीदारी जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित है।
● संभावित अवसर: वर्तमान में सेक्टर का मूल्यांकन अपने 14-वर्षीय औसत से कम है, साथ ही, परिसंपत्ति की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है और आय के प्रदर्शन में स्थिरता और स्पष्टता दिखाई दे रही है।
(स्रोत: 30 सितंबर, 2025 तक एनएसई डेटा) *पोर्टफोलियो में शामिल कंपनियों की संख्या अनुमानित है; वास्तविक संख्या निवेश के समय बाजार की परिस्थितियों पर निर्भर करेगी। निवेशक इस सेक्टर में सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के माध्यम से भी निवेश करने पर विचार कर सकते हैं। यह योजना अनुशासित और नियमित निवेश को संभव बनाती है तथा रुपया लागत औसत के जरिए बाजार की उतार-चढ़ाव को संतुलित करने में मदद कर सकती है।
(म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, कृपया सभी योजना-संबंधी दस्तावेजों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।)
Source: https://www.bhaskar.com/business/news/bajaj-finserv-nfo-subscription-2025-benefits-details-update-136408797.html
