in

अस्थमा की बीमारी में इम्युनिटी हो जाती है कमजोर? जानें इसके लक्षण और कारण Health Updates

अस्थमा की बीमारी में इम्युनिटी हो जाती है कमजोर? जानें इसके लक्षण और कारण Health Updates

[ad_1]

अस्थमा एक पुरानी सांस से जुड़ी गंभीर बीमारी है जो दुनिया भर में 300 मिलियन से ज़्यादा लोगों को प्रभावित करती है. सांस की नली की सूजन और काफी ज्यादा सेंसिटिव हो जाती है. इसके कारण यह सांस फूलने, खांसी और घरघराहट जैसे लक्षणों को जन्म दे सकती है. जबकि एलर्जी और प्रदूषण जैसे पर्यावरणीय ट्रिगर्स इसके लिए जाने-माने कारण हैं.अस्थमा की बीमारी के कारण इम्युनिटी सेल्स कमजोर होने लगते हैं. 

अस्थमा एक पुरानी सांस से जुड़ी गंभीर बीमारी है

अस्थमा एक पुरानी सांस से जुड़ी गंभीर बीमारी है जो सांस की नली में सूजन और काफी ज्यादा सेंसिटिव होती है. जो दुनिया भर में 300 मिलियन से अधिक लोगों की जिंदगी को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करती है. अस्थमा को परिभाषित करने वाली भड़काऊ प्रतिक्रिया में कई प्रकार की प्रतिरक्षा कोशिकाएं शामिल होती हैं.

विशेष रूप से ‘टाइप-2-हाई; फेनोटाइप वाले व्यक्तियों में. डॉ. संहिता कहती हैं कि अस्थमा के रोगियों का यह उपसमूह विशिष्ट कोशिकाओं द्वारा संचालित उच्च प्रतिरक्षा गतिविधि प्रदर्शित करता है. टी हेल्पर टाइप 2 (Th2) कोशिकाएं – ये IL-4, IL-5 और IL-13 जैसे साइटोकिन्स जारी करके अस्थमा की सूजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. इनेट लिम्फोइड कोशिकाएँ टाइप 2 (ILC2s) – ये कोशिकाएं एलर्जी के प्रति प्रतिक्रिया करके और Th2 कोशिकाओं के समान साइटोकिन्स का उत्पादन करके टाइप 2 सूजन को बढ़ाती हैं.

इयोसिनोफिल्स – ये श्वेत रक्त कोशिकाएं वायुमार्ग में जमा हो जाती हैं, जिससे सूजन और ऊतक क्षति बढ़ जाती है.

मास्ट कोशिकाएं – एलर्जी द्वारा सक्रिय होने पर, वे हिस्टामाइन और अन्य सूजन संबंधी मध्यस्थों को छोड़ती हैं जो अस्थमा के लक्षणों में योगदान करते हैं.

यह भी पढ़ें: क्या होता है पोस्टपार्टम डिप्रेशन, जानें प्रेग्नेंसी के बाद कैसे मिलता है इससे छुटकारा

नियामक टी और बी कोशिकाएं – ये कोशिकाएं प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं में संतुलन की भूमिका निभाती हैं, लेकिन उनके विनियमन में शिथिलता से अनियंत्रित सूजन हो सकती है.

यह भी पढ़ें: ‘मुझे जीना ही नहीं है अब…’ दीपिका पादुकोण ने छात्रों को सुनाई अपने डिप्रेशन की कहानी

हाल के शोध अस्थमा के रोगजनन में विभिन्न प्रतिरक्षा कोशिकाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हैं, विशेष रूप से टी हेल्पर टाइप 2 (Th2) कोशिकाएं, जन्मजात लिम्फोइड कोशिकाएं टाइप 2 (ILC2s), इयोसिनोफिल्स, मास्ट कोशिकाएं और नियामक टी और बी कोशिकाएं.

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator

[ad_2]
अस्थमा की बीमारी में इम्युनिटी हो जाती है कमजोर? जानें इसके लक्षण और कारण

Hisar News: महिला से छह तोले की सोने की चूड़ियां ठग ले गए दो युवक  Latest Haryana News

Hisar News: महिला से छह तोले की सोने की चूड़ियां ठग ले गए दो युवक Latest Haryana News

चार साल के बच्चे ने बहन को डोनेट किए स्टेम सेल्स, किस उम्र में कर सकते हैं यह काम? Health Updates

चार साल के बच्चे ने बहन को डोनेट किए स्टेम सेल्स, किस उम्र में कर सकते हैं यह काम? Health Updates