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राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष तरलोचन सिंह ने कहा कि मनमोहन सिंह के नाम पर शैक्षणिक संस्थान स्थापित करने का प्रस्ताव रखना चाहिए।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर विवाद तेज हो गया है। सिख समुदाय के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (NMC) के पूर्व अध्यक्ष तरलोचन सिंह ने डॉ. मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर को चिट्ठी लिखी है।
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तरलोचन सिंह ने लिखा- आप (गुरशरण कौर) जानती हैं कि सिख धर्म में समाधि या स्मारक की अनुमति नहीं है। सिख धार्मिक नेताओं ने पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के लिए भी समाधि को स्वीकार नहीं किया था। इसे लेकर सुझाव है कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के समुदाय और परिवार को उनके नाम पर शैक्षणिक संस्थान स्थापित करने का प्रस्ताव रखना चाहिए।
28 दिसंबर को पूर्व PM मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा की तस्वीर। उनकी अंतिम यात्रा कांग्रेस मुख्यालय से निगमबोध घाट के लिए निकाली गई थी।
स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स खोलने का दिया सुझाव उन्होंने चिट्ठी में आगे लिखा- डॉ. मनमोहन सिंह इकोनॉमिक्स के विद्वान थे। ऐसे में दिल्ली में उनके नाम से इंटरनेशनल डॉ. मनमोहन सिंह स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स या डॉ. मनमोहन सिंह स्कूल ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन बनाने की मांग रखनी चाहिए। जहां विभिन्न देशों के युवा आकर पढ़ाई कर सकेंगे और डॉ. मनमोहन सिंह का नाम हमेशा याद किया जाएगा।
तरलोचन सिंह ने कहा कि संस्थान परिसर में डॉ. मनमोहन सिंह के जीवन और कार्यों का एक म्यूजियम भी होनी चाहिए।
कांग्रेस की स्मारक बनाने की मांग…

कांग्रेस की तरफ से लगातार डॉ. मनमोहन सिंह के लिए राजघाट पर स्मारक स्थान की मांग की जा रही है।
कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री के कद के मुताबिक उनके अंतिम संस्कार और स्मारक को लेकर जैसा सम्मान दिया जाना चाहिए वैसा नहीं किया।
स्मारक पर किस नेता ने क्या कहा…
1. सुखबीर बादल बोले- परिवार का अनुरोध ठुकराना निंदनीय सुखबीर बादल ने कहा कि ये फैसला चौंकाने वाला और अविश्वसनीय है। यह अत्यंत निंदनीय है कि केंद्र सरकार ने डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार की उस अनुरोध को ठुकरा दिया, जिसमें उन्होंने देश के इस महान नेता के अंतिम संस्कार और अंतिम क्रियाकर्म के लिए एक ऐतिहासिक और उपयुक्त स्मारक बनाने की जगह मांगी थी। डॉ. मनमोहन सिंह को हमेशा राजनीति और पार्टी सीमाओं से परे देखा गया है। वह पूरे राष्ट्र के हैं।
2. सुखजिंदर बोले- सिख समुदाय को सौतेले जैसा महसूस करवाया कांग्रेस सांसद व पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार और कांग्रेस पार्टी ने भारत सरकार से राजघाट के पास एक स्मारक बनाने के लिए स्थान देने की मांग की थी, मगर सरकार ने डॉ. मनमोहन सिंह के महान कद और पुरानी परंपरा को नजरअंदाज करते हुए सिख समुदाय को सौतेले जैसा महसूस करवाया है। यह फैसला सिख समुदाय में असंतोष और निराशा पैदा कर सकता है।

स्मारक को लेकर कांग्रेस ने मोदी-शाह को पत्र लिखा था…
27 दिसंबर: खड़गे ने स्मारक के लिए जमीन मांगी थी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 27 दिसंबर की शाम को पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा था। कहा था कि डॉ. सिंह का अंतिम संस्कार जहां हो वहीं स्मारक बनाया जाए। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक डॉ. सिंह की पत्नी गुरशरण कौर भी यही चाहती थीं। हालांकि गृह मंत्रालय ने अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करवाया।
28 दिसंबर: बीजेपी बोली- जमीन अलॉट कर दी गई कांग्रेस की तरफ से मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जमीन नहीं देने के आरोप पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 28 दिसंबर को कहा- डॉ. सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित कर दी गई। इसके बारे में उनके परिवार को भी जानकारी दे दी गई है। हालांकि नड्डा ने यह नहीं बताया कि जमीन कहां दी गई है।
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अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष बोले-सिखों में स्मारक नहीं बनता: मनमोहन सिंह के नाम पर स्कूल खोलना चाहिए, पत्नी को लेटर लिखा – Amritsar News