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अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव भारतीय टीम में शामिल 2 मैच विनिंग गेंदबाज हैं. अर्शदीप टी20 इंटरनेशनल में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट (105) लेने वाले गेंदबाज हैं. दूसरी ओर कुलदीप की फिरकी के जादू से पूरी दुनिया वाकिफ हैं. पिछली कुछ सीरीज से अर्शदीप और कुलदीप, दोनों को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा गया है. इसके लिए कोच गौतम गंभीर और पूरे टीम मैनेजमेंट की जमकर आलोचना भी हुई है. अब गंभीर ने खुद इस विषय पर चुप्पी तोड़ी है.
बीसीसीआई टीवी से बातचीत में गौतम गंभीर ने कहा, “यह बतौर कोच शायद मेरे लिए सबसे कठिन काम है. मैं जानता हूं कि बेंच पर बहुत प्रतिभाशाली खिलाड़ी बैठे हुए हैं और हर कोई प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनने का हकदार है, लेकिन अंत में आप सिर्फ 11 ही खिलाड़ी चुन सकते हैं. आपको दिन और परिस्थिति के हिसाब से सबसे बढ़िया कॉम्बिनेशन तैयार करना होता है.”
स्थिति को समझते हैं खिलाड़ी
गौतम गंभीर ने यह भी कहा कि उनका ध्यान हमेशा ड्रेसिंग रूम का माहौल अच्छा बनाने पर होता है. गंभीर समझते हैं कि अच्छा माहौल बनाए रखने के लिए उनका खिलाड़ियों के साथ तालमेल बिठाना कितना जरूरी है.
गौतम गंभीर ने कहा, “यदि आप ईमानदार हैं, स्पष्ट रूप से बात रखते हैं. अगर आप जो भी कह रहे हैं, उसे दिल से कहा हो तो उससे अच्छा कुछ नहीं. मुझे लगता है कि हमारे खिलाड़ी भी इस बात को समझते हैं. खिलाड़ी और कोच के बीच तालमेल बहुत जरूरी है.”
आपको याद दिला दें कि अर्शदीप सिंह को इस साल एशिया कप 2025 में सिर्फ 2 मैच खेलने का मौका मिला था. कुलदीप यादव ने भी पिछले महीनों टीम इंडिया के लिए कई सारे मैच मिस किए हैं.
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अर्शदीप और कुलदीप को बाहर क्यों बैठाया? गौतम गंभीर ने जो कहा वो आपको जरूर जानना चाहिए

