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अमेरिका और यूरोपीय यूनियन (EU) के बीच शुरुआती व्यापार समझौता हो गया है। अमेरिका समझौते के तहत EU से आने वाले ज्यादातर सामानों पर 15% का बेस टैरिफ लगाएगा। इसमें कारें, दवाएं और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान शामिल हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने स्कॉटलैंड में EU की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ हुई बैठक में समझौते की घोषणा की। इसके मुताबिक EU अगले तीन सालों में अमेरिका से 750 बिलियन डॉलर यानी करीब 64 लाख करोड़ रुपए की एनर्जी खरीदेगा।
इसके साथ ही EU अमेरिका में 600 बिलियन डॉलर यानी 51 लाख करोड़ रुपए का निवेश करेगा। ये निवेश अमेरिका के फार्मा, ऑटो और डिफेंस सेक्टर में होगा।

11 जुलाई को ट्रम्प ने उन्हें एक चिट्ठी भेजी जिसमें लिखा था कि अगर 1 अगस्त तक समझौता नहीं हुआ तो 30% टैरिफ लगाया जाएगा।
विमान, चिप्स, एग्री प्रोडक्ट्स पर टैरिफ खत्म
EU की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि दोनों पक्षों ने एयरक्राफ्ट, उनके पार्ट्स, सेमीकंडक्टर उपकरण, कुछ कृषि उत्पाद और जेनेरिक दवाओं पर टैरिफ पूरी तरह खत्म करने का फैसला लिया है। हालांकि, स्टील और एल्युमीनियम पर लगे 50% टैरिफ अभी जारी रहेंगे।

टैरिफ पर 7 महीने से चल रही थी बातचीत
टैरिफ को लेकर यूरोपीय यूनियन और अमेरिका बीते 7 महीने से बातचीत कर रहे थे। हालांकि EU कुछ खास छूट नहीं दे रहा था। हालांकि ट्रम्प की 30% टैरिफ की धमकी के बाद EU नरम पड़ा और सहमति बनी।
यूरोपीय यूनियन दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी है। इसमें यूरोप के 27 देश शामिल हैं। अमेरिका, यूरोपीय यूनियन के बीच हर दिन लगभग 3.5 अरब डॉलर का व्यापार होता है। वहीं, मेक्सिको अमेरिका का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है।

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अमेरिका यूरोपीय यूनियन के सामानों पर 15% टैरिफ लगाएगा: दोनों के बीच शुरुआती ट्रेड डील पूरी; अमेरिका से 64 लाख करोड़ की एनर्जी खरीदेगा EU
