अमृतपाल तो ऐसे कभी नहीं पकड़ा जाएगा…कनाडा-लंदन की फेसबुक प्रोफाइल से पुलिस को ‘छका’ रहे


खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के फरार होने के बाद पंजाब सहित कई राज्यों की पुलिस भगोड़े को पकड़ने की पूरी कोशिश कर रही है। खूफिया सूत्रों से मिले इनपुट के बाद कई राज्यों में अलर्ट किया गया है। जबकि, यूपी सहित अन्यों राज्यों के बॉर्डर पर भी चौकसी बढ़ाई गई है।

उत्तराखंड के रामनगर में प्रस्तावित जी-20 के सम्मेलन से पहले कथित तौर पर पंजाब के एक प्रतिबंधित संगठन के जी-20 की बैठक के विरोध की कथित चेतावनी के बाद पुलिस अतिरिक्त सतर्क हो गयी है। पुलिस ने सोशल मीडिया में अमृतपाल के समर्थन में डाली जा रही पोस्ट को लाइक, कमेंट और शेयर करने वालों के डोजियर तैयार करने में जुटी हुई है। लेकिन, कनाडा-लंदन की प्रोफाइल से पुलिस को ‘छका’ रहे हैं। 

सूत्रों के मुताबिक, पूर्व में पंजाब में खालिस्तान मूवमेंट के समय में तराई में सक्रिय रहे संदिग्धों के नेटवर्क को भी खुफिया तरीके से खंगाला जा रहा है। वहीं पुलिस के लिए अमृतपाल के समर्थन में सोशल मीडिया में आ रही पोस्टों को लाइक करने वाली कई प्रोफाइल मुसीबत बन गई हैं। कई प्रोफाइल लॉक हैं तो कई में पता कनाडा और लंदन का दिया गया है।

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ऐसे में पुलिस के सामने इनके वर्तमान पते को ट्रेस करने में दिक्कत आ रही है। साइबर सेल को ऐसी प्रोफाइलों के बारे में जानकारी जुटाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं कथित तौर पर पंजाब के एक प्रतिबंधित संगठन के जी-20 के विरोध के ऐलान के बाद रुद्रपुर से रामनगर तक प्रस्तावित रूट में जिले के अंदर अब तक करीब चार हजार लोगों का सत्यापन किया जा चुका है।

हालांकि, प्रतिबंधित संगठन की ओर से किसी स्थान विशेष में विरोध की बात नहीं की गई है, लेकिन पुलिस इसको लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। शुक्रवार को पुलिस ने मेट्रोपोलिस मॉल और रेडिशन ब्लू होटल में सघन सत्यापन अभियान चलाया। इस दौरान करीब चार सौ लोगों का सत्यापन किया गया। सत्यापन न कराए मिले लोगों के चालान काटे गए। वहीं डॉग स्क्वाड के जरिए भी प्रस्तावित रूट पर टोह ली जा रही है।  

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एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि पंजाब के एक प्रतिबंधित संगठन के जी-20 के विरोध की कथित चेतावनी को लेकर भी पुलिस अलर्ट है। हालांकि, किसी स्थान विशेष पर विरोध की बात नहीं कही गयी है। प्रतिबंधित संगठन का जिले में कोई समर्थक तो नहीं हैं, इसकी पुलिस जांच कर रही है। पुलिस पहले ही जी-20 की बैठक के लिए प्रस्तावित रूट पर सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम कर चुकी है। 

सीमा सुरक्षा बल के साथ गोष्ठ की: खटीमा। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम प्रभारी निरीक्षक बसंती आर्य ने शुक्रवार को  सीमा सुरक्षा बल के साथ मानव तस्करी के संबंध में नारायण नगर झनकइया  में गोष्ठी की गई। इसमे कंपनी कमांडर निरीक्षक  कमलेश यादव के नेतृत्व में उपस्थित समस्त एसएसबी के जवानों को ड्यूटी के दौरान बॉर्डर क्षेत्र में आने – जाने वाले व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखने को कहा गया। 

पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा को सेक्टर बांटे 

जी-20 की रामनगर में प्रस्तावित बैठक के लिए जिले से प्रस्तावित रूट के मद्देनजर पुलिस और प्रशासन ने पूरे रूट में अलग-अलग सेक्टर का ड्राफ्ट तैयार किया है। हर सेक्टर में राजपत्रित अधिकारी और सेक्टर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति होगी। पूरे रूट पर सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम होंगे। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी इसके लिए एक दूसरे से समन्वय बना रहे हैं।

उत्तराखंड बॉर्डर से 5 किमी दूर पहुंची पंजाब पुलिस, यूपी सीमा पर चौकसी बढ़ी

खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल को लेकर ऊधमसिंह नगर जिले में अलर्ट है। वहीं खुफिया सूत्रों के मुताबिक, अमृतपाल की तलाश में पंजाब पुलिस ने उत्तराखंड से सटे सीमावर्ती जिले पीलीभीत के बढ़ेपुरा गांव के आसपास दस्तक दी है। हालांकि, ऊधमसिंह नगर जिले में पंजाब पुलिस के पहुंचने की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। 

उत्तराखंड में सितारगंज सीमा से यूपी का बढ़ेपुरा गांव करीब पांच किमी दूर है। वहीं जिलेभर में पुलिस हाई अलर्ट पर हैं। अब तक अमृतपाल के समर्थन में सोशल मीडिया में आने वाले पोस्ट को लाइक, कमेंट या शेयर करने वाले 100 से अधिक लोग पुलिस के रडार पर आ चुके हैं।

इनमें से करीब 40 के चालान कर उनके डोजियर बनाए गए हैं। रुद्रपुर में अब तक 27 लोगों के डोजियर बनाए गए हैं। इसमें उनके बारे में पूरी जानकारी पुलिस ले रही है और ऐसे लोगों पर निगरानी कड़ी की गई है। खुफिया विभाग रुद्रपुर से लगे यूपी के सीमावर्ती गांवों की भी टोह ले रहा है। वहीं जिले में संवेदनशील गांवों में पुलिस पिकेट तैनात करते हुए ग्राम प्रहरियों को भी अलर्ट किया गया है। 

सूत्रों के मुताबिक, उत्तराखंड के अमरिया-सितारगंज के यूपी बॉर्डर तक पंजाब पुलिस अमृतपाल की तलाश में पहुंच चुकी है। सितारगंज के सरकड़ा बॉर्डर से लेकर सम्पर्क मार्गों पर पुलिस चौकसी बरते हुए है। बाइक चालकों से लेकर कैंटर, मालवाहक, कार, सार्वजनिक बसों में भी सघन चेकिंग अभियान चल रहा है।

अमृतपाल से संबंधित पोस्ट शेयर करने वालों की निगरानी, पूछताछ व काउंसलिंग लगातार जारी है। ग्राम चौकीदार व मुखबिरों से पुलिस अमृतपाल को खोजने में जुटी है। इधर, अमृतपाल के नेपाल भागने की आशंकाओं को देखते हुए पुलिस ने सितारगंज, नानकमत्ता क्षेत्र के बॉर्डर, हाईवे, सम्पर्क मार्गों पर सघन चेकिंग अभियान लगातार जारी है। गुरुवार रातभर नाकाबंदी कर चेकिंग अभियान चलाया गया, जो शुक्रवार को भी जारी रहा।

एसओ नानकमत्ता देवेंद्र गौरव ने बताया कि प्रत्येक गांव में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इधर, हर सड़क में पुलिस की नाकेबंदी व समर्थकों को तलाशने का काम तेज हो गया है। वहीं पुलभट्टा में यूपी बॉर्डर पर वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है। किच्छा में सार्वजनिक स्थलों पर अमृतपाल के पोस्टर लगाए गए हैं। वहीं बाजपुर पुलिस तथा अभिसूचना इकाई हाई अलर्ट पर है। पुलिस तथा अभिसूचना इकाई बन्नाखेड़ा आदि क्षेत्रों में नजर बनाए हुए है। 

दिल्ली में छिपे हैं खालिस्तान समर्थक

पुलिस अधिकारी ने बताया कि खालिस्तान समर्थकों के दिल्ली एवं इसके आसपास छिपे होने के सुराग भी मिले हैं। स्पेशल सेल ने इससे पहले पश्चिम दिल्ली के विभिन्न इलाकों में खालिस्तान समर्थक और देश के खिलाफ दीवारों पर नारे लिखने के मामले में दो युवकों को गिफ्तार किया था। इनके भी तार लंदन से जुड़े हुए थे। 

नेपाल सीमा पर पुलिस और एसएसबी की संयुक्त गश्त 

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के नेपाल भागने की संभावनाओं के मद्देनजर शुक्रवार को भी नेपाल सीमा पर पुलिस और एसएसबी ने संयुक्त गश्त की। ऐसे संभावित क्षेत्र जहां अमृतपाल के आने की संभावना हो सकती है, उन क्षेत्रों में खुफिया विभाग विशेष निगरानी रख रहा है। सोशल मीडिया में भी लगातार नजर बनी हुई है। गांव या शहर में आने वाले हर नए व्यक्ति पर नजर रखने के लिए ग्राम चौकीदारों को भी अलर्ट है। 

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