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Faridabad News: आईटी प्रोफेशनल दीपक ने फरीदाबाद के दयालपुर गांव में तोरी और करेला की खेती जमीन पर नहीं बल्कि बांस के सहारे जाल पर की है. इससे फसल की क्वालिटी बेहतर बनी कीटों का असर कम हुआ और बरसात में फसल सुरक्…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- जाल विधि से शुरू की खेती.
- इससे फसल की क्वालिटी सुधरी.
- इससे कीटों का असर कम हुआ और बरसात में फसल सुरक्षित रही.
जाल लगाकर शुरू की खेती
क्या है जाल विधि से खेती का फायदा
मेहनत का फायदा उठाते हैं बिचौलिए
फल मक्खी से बचाव के लिए उन्होंने ट्रैप लगाए हैं. दीपक का सपना है कि किसान और ग्राहक को सीधा जोड़ा जाए, ताकि किसान को मेहनत का सही दाम मिल सके और ग्राहक को शुद्ध सब्जी. उन्होंने कहा मैं ऐसा कोई प्लेटफॉर्म फरीदाबाद में शुरू करना चाहता हूं जिससे खेत से सीधे किचन तक ताजा और ऑर्गेनिक सब्जी पहुंच सके. फिलहाल, मंडी में तोरी का रेट 35 से 40 रुपये किलो चल रहा है, जबकि कुछ समय पहले ये 7 से 10 रुपये किलो तक गिर गया था. दीपक कहते हैं मंडी में जो सबसे ज्यादा फायदा उठाते हैं वो बिचौलिए होते हैं किसान नहीं. मैं इस फर्क को खत्म करना चाहता हूं.
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