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अंबाला: बदलते समय के साथ खानपान में भी काफी बदलाव आ गया है, जिससे पेट की समस्याएं आम हो गई हैं. पेट दर्द, एसिडिटी, अल्सर, लीवर डिजीज जैसी बीमारियां लोगों को अक्सर परेशान करती हैं. कई बार लोग निजी अस्पतालों के खर्चे से डरकर घरेलू उपचार करते हैं, जिससे समस्या और बढ़ जाती है. अब लोगों को इन बीमारियों से घबराने की जरूरत नहीं है.
अंबाला शहर के नागरिक अस्पताल में हर शनिवार को स्पेशल गैस्ट्रोइन्टरोलॉजी सेवा शुरू की जा रही है. इसमें विशेषज्ञ डॉक्टर पेट, आंत, लिवर और पाचन संबंधी बीमारियों का निःशुल्क इलाज करेंगे. नागरिक अस्पताल अंबाला सिटी में गैस्ट्रोएन्टरोलॉजी (Gastroenterology) ओपीडी सेवा का 21 जून से शुभारंभ किया जा रहा है.
इस बारे में जानकारी देते हुए नागरिक अस्पताल की पीएमओ डॉ. रेणु बेरी पजनी ने बताया कि यह सेवा हर शनिवार मरीजों को उपलब्ध कराई जाएगी. इस सेवा के तहत डॉ. नरेंद्र कुमार बिश्नोई (MD Internal Medicine, DM Gastroenterology) अपनी विशेषज्ञ सेवाएं प्रदान करेंगे. डॉ. बिश्नोई गैस्ट्रोएन्टरोलॉजी के क्षेत्र में वर्षों का अनुभव रखते हैं और विशेष रूप से पेट दर्द, एसिडिटी, अल्सर, लीवर डिजीज, पीलिया, हेपेटाइटिस, गैस, कब्ज, आंतों में सूजन (IBD), और पेट में बार-बार इंफेक्शन जैसी समस्याओं का इलाज करते हैं.
डॉ. रेणु बेरी पजनी ने लोकल 18 को बताया कि मरीजों की बढ़ती मांग को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि अब मरीजों को पेट और पाचन तंत्र संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए निजी अस्पतालों की ओर नहीं जाना पड़ेगा. यह सेवा पूर्णतः नि:शुल्क रहेगी और इसमें सरकारी स्तर पर सभी जरूरी जांच व उपचार सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी. उन्होंने कहा कि डॉ. बिश्नोई हर शनिवार को सुबह ओपीडी में मरीजों की जांच करेंगे और आवश्यकता अनुसार अल्ट्रासाउंड, एंडोस्कोपी, कोलोनोस्कोपी जैसी सेवाओं की सलाह दी जाएगी.
मरीजों के लिए ओपीडी ब्लॉक में की गई हैं अलग से व्यवस्था
उन्होंने बताया कि नागरिक अस्पताल प्रशासन द्वारा स्टाफ को भी निर्देशित किया गया है कि गैस्ट्रोओपीडी के दिन मरीजों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाए. इसके लिए ओपीडी ब्लॉक में अलग से व्यवस्था की गई है, जिससे मरीजों को सहजता से परामर्श मिल सके. पीएमओ ने बताया कि सिविल सर्जन डॉक्टर राकेश सहल की देखरेख में इस नई सेवा के शुरू होने से अंबाला सिटी के नागरिक अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं में एक और महत्वपूर्ण आयाम जुड़ गया है, जो मरीजों के स्वास्थ्य लाभ और जनहित की दिशा में एक सराहनीय कदम है.
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