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Vedanta Demerger News: आज शेयर बाजार का चाल देखने में सबकी सांस थमी रहेगी. भारत के कंपनी जगत में 18 फरवरी को बड़ी घटना होने वाली है. अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली माइनिंग दिग्गज कंपनी वेदांता आज पांच टुकड़ों में बंट जाएगी. कर्जभार से दबी इस कंपनी के रिवाइवल के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ऐसा किया जा रहा है. इसके लिए वेदांता कंपनी के कर्जदाताओं की 18 फरवरी यानी मंगलवार को बैठक होने वाली है. इसी बैठक में वेदांत के डिमर्जर प्लान को अमली जामा पहनाया जाएगा. जानकारों का मानना है कि डिमर्जर के बाद वेदांता स्ट्रेटजिक रूप से अधिक मजबूत हो जाएगी. इसके बाद इस कंपनी को कर्ज के बोझ से भी काफी हद तक मुक्ति मिल सकेगी और मुनाफा भी बढ़ेगा. निवेशकों का रुझान फिर से वेदांत की ओर बढ़ सकेगा.
एल्यूमिनियम, तेल-गैस, पावर, सेमीकंडक्टर और स्टील के लिए बनेंगी अलग-अलग कंपनियां
वेदांता कंपनी समूह को बांटकर एल्यूमिनियम, तेल-गैस, पावर, स्टील और सेमीकंडक्टर के लिए अलग-अलग कंपनी बनेगी. वेदांता लिमिटेड ने 2023 के अंत में अपने रिस्ट्रक्चरिंग प्लान की घोषणा की थी. इसके तहत पांच कारोबारों को अलग-अलग कंपनियों के रूप में लिस्ट किए जाने की तैयारी है. इस पहल का उद्देश्य कंपनी के मूल्यांकन में सुधार करना और इसकी मूल कंपनी वेदांता रिसोर्सेज पर बढ़ते कर्ज को कम करना है. 18 फरवरी को होने वाली बैठक में अगर कंपनी के क्रेडिटर्स इस प्रस्ताव को मंजूरी देते हैं, तो इसे शेयरधारकों की मंजूरी के लिए आगे बढ़ाया जाएगा. सेमीकंडक्टर यूनिट को कंपनी के मौजूदा कारोबार के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स और तांबे की कंपनियों के साथ रखा जाएगा.
शेयर बाजार पर टिकी है निवेशकों की नजर
वेदांता कंपनी के डिमर्जर प्लान को लेकर शेयर बाजार की चाल में अंतर आ सकता है. खासकर माइंस और मिनरल सेक्टर की कंपनियों में उठापटक देखने के लिए मिल सकती है. इस पर निवेशकों की नजर टिकी रहेगी. हालांकि, डिमर्जर प्लान वेदांत के लिए कोई घाटे का सौदा नहीं है, इसलिए इसे शेयर बाजार में केवल गिरावट की आशंका के रूप में नहीं देखा जा सकता है.
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अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता में आज होने वाला है बड़ा बदलाव, निवेशक बनाए रखें नजर