in

अडाणी के खिलाफ तीन मामलों की सुनवाई एक साथ होगी: न्यूयॉर्क की एक कोर्ट ने दिया आदेश, ₹2200 करोड़ के रिश्वत से जुड़ा है मामला Business News & Hub

अडाणी के खिलाफ तीन मामलों की सुनवाई एक साथ होगी:  न्यूयॉर्क की एक कोर्ट ने दिया आदेश, ₹2200 करोड़ के रिश्वत से जुड़ा है मामला Business News & Hub

[ad_1]

न्यूयॉर्क/नई दिल्ली2 दिन पहले

  • कॉपी लिंक

अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी पर 20 नवंबर को रिश्वत देने के आरोप लगाए गए थे।

न्यूयॉर्क की एक कोर्ट ने उद्योगपति गौतम अडाणी समेत अन्य लोगों के खिलाफ अरबों रुपए की रिश्वतखोरी के आरोप के 3 मामलों की सुनवाई एक साथ करने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने आदेश दिया कि इन मामलों की सुनवाई एक संयुक्त मुकदमे में एक साथ की जाएगी।

जिन मामलों की सुनवाई एक साथ की जाएगी उनमें US बनाम अडाणी एवं अन्य (अडाणी के खिलाफ आपराधिक मामला), सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) बनाम अडाणी एवं अन्य (अडाणी के खिलाफ सिविल केस) और SEC बनाम कैबनेस (अन्य आरोपियों के खिलाफ सिविल केस) शामिल हैं। कोर्ट ने यह फैसला तब दिया जब पाया कि ये मामले एक जैसे आरोप और लेन-देन से जुड़े हुए हैं।

कोर्ट ने कहा कि यह निर्णय ज्यूडिशियल एफिशिएंसी को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है। यह सभी मामलों को जिला न्यायाधीश निकोलस जी गरौफिस को सौंपेगा, जो अडाणी के खिलाफ आपराधिक मामले की भी देखरेख कर रहे हैं। कोर्ट के कर्मचारियों को मामलों का पुनः आवंटन करने का निर्देश दिया गया है।

रिश्वतखोरी के मामले में गौतम अडाणी और उनके भतीजे समेत 8 आरोपी

इससे पहले 21 नवंबर 2024 को यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस की ओर से कहा गया था कि अडाणी ने भारत में सोलर एनर्जी से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर ( तब करीब 2200 करोड़ रुपए) की रिश्वत दी या देने की योजना बना रहे थे।

यह पूरा मामला अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक अन्य फर्म से जुड़ा हुआ है। 24 अक्टूबर 2024 को न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में यह केस दर्ज हुआ था। बुधवार यानी 20 नवंबर को इसकी सुनवाई में गौतम अडाणी, उनके भतीजे सागर अडाणी, विनीत एस जैन, रंजीत गुप्ता, साइरिल कैबेनिस, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा और रूपेश अग्रवाल को आरोपी बनाया गया है।

रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया था कि गौतम अडाणी और सागर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया है। सागर अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के अधिकारी हैं।

तस्वीर में गौतम अडाणी (दाएं से पहले कुर्सी पर बैठे हुए) और सागर अडाणी (बाएं से पहले पीछे खड़े हुए)।

तस्वीर में गौतम अडाणी (दाएं से पहले कुर्सी पर बैठे हुए) और सागर अडाणी (बाएं से पहले पीछे खड़े हुए)।

सभी आरोपों को आधारहीन बता चुका है अडाणी ग्रुप

अडाणी ग्रुप सभी आरोपों को आधारहीन बता चुका है। 21 नवंबर को बयान जारी करते हुए ग्रुप ने कहा था- ‘अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के डायरेक्टर्स के खिलाफ यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस और यूनाइटेड स्टेट्स सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन की ओर से लगाए गए आरोप निराधार हैं। हम उनका खंडन करते हैं।

QuoteImage

अमेरिकी न्याय विभाग ने खुद ही कहा कि अभी ये सिर्फ आरोप हैं। आरोपियों को तब तक निर्दोष माना जाता है, जब तक कि वे दोषी साबित न हो जाएं।

QuoteImage

समझें, क्या है हेरफेर और रिश्वत का पूरा मामला…

अमेरिकी न्याय विभाग की फाइलिंग के मुताबिक, सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया यानी SECI ने देश में 12 गीगावॉट की एनर्जी की आपूर्ति के लिए कॉन्ट्रैक्ट निकाला था। SECI भारत सरकार की रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी है, जिसका उद्देश्य देश में सोलर एनर्जी के इस्तेमाल को बढ़ाना है।

दिसंबर 2019 और जुलाई 2020 के बीच अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड यानी AGEL और एक विदेशी फर्म ने कॉन्ट्रैक्ट जीत लिया। उन्हें लेटर ऑफ अवॉर्ड (LOA) जारी कर दिया गया।

यहां एक दिक्कत आ गई। AGEL और विदेशी फर्म से खरीदी बिजली के लिए SECI को ग्राहक नहीं मिल रहे थे। ऐसे में वो AGEL और विदेशी फर्म से बिजली नहीं खरीद पाता। इससे अडाणी की कंपनी और विदेशी फर्म को घाटा होता।

आरोप पत्र के मुताबिक गौतम अडाणी ने अपने भतीजे सागर अडाणी, विनीत जैन समेत 7 लोगों के साथ मिलकर अधिकारियों को रिश्वत देने की साजिश रची। जिससे राज्य सरकारें SECI के साथ पावर सेल एग्रीमेंट कर ले और उनके सोलर पावर एग्रीमेंट को खरीदार मिल जाए।

आरोप पत्र के मुताबिक, ‘गौतम अडाणी ने आंध्र प्रदेश के किसी बड़े अधिकारी से 7 अगस्त 2021 से 20 नवंबर 2021 के बीच कई बार मुलाकात की। ताकि आंध्र प्रदेश इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी (APEPDCL) और SECI के बीच सोलर पावर एग्रीमेंट का करार हो जाए।’

इसके बाद APEPDCL और SECI के बीच एग्रीमेंट हो गया। AGEL और विदेशी फर्म को कॉन्ट्रैक्ट मिल गया। इसके बाद छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर की स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रिब्यूशन बोर्ड ने बिजली खरीद के कॉन्ट्रैक्ट साइन किए।

एनर्जी बिजनेस को मैनेज करते हैं सागर अडाणी

गौतम अडाणी के भतीजे, सागर ने ब्राउन यूनिवर्सिटी US से इकोनॉमिक्स की डिग्री ली है। सागर 2015 में अडाणी ग्रुप में शामिल हुए। सागर, ग्रुप के एनर्जी बिजनेस और फाइनेंस को मैनेज करते हैं। वह रिन्यूएबल एनर्जी बिजनेस में फोकस करते हैं और 2030 तक कंपनी को दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्रोड्यूसर बनाने की योजना बना रहे हैं।

अडाणी ग्रीन एनर्जी के पास 20 गीगावाट से ज्यादा का क्लीन एनर्जी पोर्टफोलियो

अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के पास 20 गीगावाट से ज्यादा का क्लीन एनर्जी पोर्टफोलियो है, जिसमें देश के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में दुनिया के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्रों में से एक शामिल है। अडाणी ग्रुप ने 2030 तक इस सेक्टर में देश की सबसे बड़ी कंपनी बनने का लक्ष्य रखा है।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]
अडाणी के खिलाफ तीन मामलों की सुनवाई एक साथ होगी: न्यूयॉर्क की एक कोर्ट ने दिया आदेश, ₹2200 करोड़ के रिश्वत से जुड़ा है मामला

दिल्ली में अगले हफ्ते होगा विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान, सामने आया बड़ा अपडेट Politics & News

दिल्ली में अगले हफ्ते होगा विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान, सामने आया बड़ा अपडेट Politics & News

सांसद जियाउर्रहमान बर्क को बड़ा झटका, हाई कोर्ट ने FIR रद्द करने वाली अर्जी खारिज की – India TV Hindi Politics & News

सांसद जियाउर्रहमान बर्क को बड़ा झटका, हाई कोर्ट ने FIR रद्द करने वाली अर्जी खारिज की – India TV Hindi Politics & News