[ad_1]
05जेएनडी02: ऋषि सुखदेव महाराज से आशीर्वाद लेते हुए श्रद्धालु।
जींद। महान शक्ति संगठन के 11वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में नई अनाज मंडी के सामने महान नगरी कला धाम मंदिर में विश्व कल्याण के लिए चल रहे 11 दिवसीय महाअखंड जाप के छठे दिन श्रद्धालुओं ने सिमरन किया। ऋषि सुखदेव महाराज ने कहा कि जो अपने कीमती जीवन में सत्संग को धारण कर ले वह भव से पार हो सकता है। जिसका जीवन ही सत्संग हो जाए, वह तो दूसरों को भी पार लगा सकता है।
उन्होंने कहा कि अच्छा इंसान वही है, जो दूसरों के दुख को समझे और उनकी सहायता करे। असली इंसान वो है जो इंसानियत को प्रकट करके दिखाए और सबकी भलाई सोचे। इस संसार में आकर अज्ञानता वश अपने परमपिता प्रभु भगवान और अपने असली घर निज धाम को भूल कर मैं, मेरी, मोह, ममता, विषय वासना में फंस जाना कोई बड़ी बात नही है। बल्कि संसार रूपी भवसागर में रहते रहते शांति, प्रेम और आनंद के अथाह सागर परमपिता प्रभु भगवान से मिलन करना और उनके सच्चे प्रेम व सत्य गूढ़ ज्ञान को प्राप्त कर इस भवसागर से पार होना और सबको सच्चा प्यार एवं खुशियां बांटना ही असली जन्म दिवस है।
[ad_2]