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Ambala News: मंडी में भीगी धान की फसल का नुकसान सिर्फ किसान को ही नहीं हुआ है बल्कि जमींदार और आढ़तियों को भी हुआ है. वही इस बारे में जब लोकल 18 की टीम ने ग्राउंड रिपोर्ट की तो पाया कि खुले में पड़ी काफी फसल भीग चुकी थी जिसके कारण किसानों के चेहरे मायूस नजर आए.
अंबाला: हरियाणा में इन दिनों किसानों का पीला सोना पककर तैयार हो चुका है और भारी संख्या में किसान अपनी धान की फसल को लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं, लेकिन अंबाला में कल अचानक मौसम ने करवट ली और कई जगह तेज बरसात तो कई जगह ठंडी हवाएं चली जिसके बाद इस बरसात का असर मंडी में पड़ी फसल पर भी देखने को मिला. इसके बाद अपनी भीगी फसलों को देखकर किसान काफी परेशान नजर आए. मंडी में भीगी धान की फसल का नुकसान सिर्फ किसान को ही नहीं हुआ बल्कि जमींदार और आढ़तियों को भी हो रहा है.
लागत भी निकालना हुआ मुश्किल
वहीं उन्होंने कहा कि धान की फसल के कम दाम की वजह से जितनी लागत है फसल तैयार करने में लगी थी वह भी पूरी नहीं हो पाएगी. वहीं किसानों ने मंडी की व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठाते हुए कहा की व्यवस्थाओं की कमी भी इस बार बहुत ज्यादा देखने को मिली है. इस बारे में जानकारी देते हुए मंडी के प्रधान ने बताया कि बारिश की वजह से काफी नुकसान हो रहा है, जो फसल बिक चुकी है उसका नुकसान सरकार को होगा और जो फसल अभी आ रही है मंडी में उसका नुकसान किसानों को होगा.
मंडी में नहीं हुआ है नुकसान
वहीं मंडी में पहुंचे SDM दर्शन कुमार ने बताया कि अभी तक शहर की अनाज मंडी में 1 लाख 60 हजार क्विंटल जीरी आ चुकी है, जिसमें से 50 प्रतिशत का उठान हो चुका है, बाकी की भी लिफ्टिंग जल्द हो जाएगी. वहीं नुकसान को लेकर उन्होंने कहा कि ज्यादा नुकसान नहीं है और जीरी को सुखाने के बाद जल्द ही उसकी भी खरीद की जाएगी.
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