अग्निपथ के विरोध में राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन


ख़बर सुनें

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन ने अग्निपथ योजना के विरोध में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर इसे रद्द करने की मांग की है। यह ज्ञापन ब्लॉक प्रधान गुरनाम सिंह की अध्यक्षता में उप तहसील कार्यालय में कानूनगो राजीव कुमार को सौंपा गया। गुरनाम सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार बिना किसी सर्वे व अनुभव के ऐसे फैसले ले रही है, जिससे देश की सुरक्षा ही खतरे में पड़ती दिखाई दे रही है। पहले सरकार ने देश के अन्नदाता पर प्रहार किया था और अब देश के जवानों पर प्रहार उनके जीवन को बर्बाद करने पर तुली हुई है।
केंद्र सरकार द्वारा भारतीय सेना में भर्ती होने की पुरानी प्रणाली को खत्म कर अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए जवानों को सेना में भर्ती किया जाएगा जो फैसला सही नहीं है। सरकार ने तानाशाही करते हुए वायुसेना व थल सेना में जो स्थाई भर्ती पूरी होने की कगार पर थी उन्हें भी रद्द कर देश के जवानों के सामने एक विकट समस्या खड़ी कर दी है। इसे देश का किसान नौजवान बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने मांग रखी कि इस योजना को जल्द से जल्द रद्द किया जाए और आर्मी में भर्ती की पुरानी प्रणाली को ही बहाल किया जाए। इस मौके पर पिपल सिंह, जरनैल सिंह, जयभगवान व सोनू समरा आदि मौजूद रहे।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन ने अग्निपथ योजना के विरोध में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर इसे रद्द करने की मांग की है। यह ज्ञापन ब्लॉक प्रधान गुरनाम सिंह की अध्यक्षता में उप तहसील कार्यालय में कानूनगो राजीव कुमार को सौंपा गया। गुरनाम सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार बिना किसी सर्वे व अनुभव के ऐसे फैसले ले रही है, जिससे देश की सुरक्षा ही खतरे में पड़ती दिखाई दे रही है। पहले सरकार ने देश के अन्नदाता पर प्रहार किया था और अब देश के जवानों पर प्रहार उनके जीवन को बर्बाद करने पर तुली हुई है।

केंद्र सरकार द्वारा भारतीय सेना में भर्ती होने की पुरानी प्रणाली को खत्म कर अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए जवानों को सेना में भर्ती किया जाएगा जो फैसला सही नहीं है। सरकार ने तानाशाही करते हुए वायुसेना व थल सेना में जो स्थाई भर्ती पूरी होने की कगार पर थी उन्हें भी रद्द कर देश के जवानों के सामने एक विकट समस्या खड़ी कर दी है। इसे देश का किसान नौजवान बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने मांग रखी कि इस योजना को जल्द से जल्द रद्द किया जाए और आर्मी में भर्ती की पुरानी प्रणाली को ही बहाल किया जाए। इस मौके पर पिपल सिंह, जरनैल सिंह, जयभगवान व सोनू समरा आदि मौजूद रहे।

.


What do you think?

सुविधाओं की थी दरकार, समस्याओं का लगा अंबार

सेल्समैन के साथ मारपीट करके शराब और 71 हजार लूटने का तीसरा आरोपी काबू