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Steam Engine Loco Shed Rewari News- रेवाड़ी में स्टीम इंजन लोको शेड 1893 में बना है, जहां पर अशोका से लेकर अकबर, साहिब, सिंध और सुल्तान सभी देखनें को मिल जाएंगे, दरअसल इन सभी के नाम के इंजन हैं. सबसे बड़ी बात…और पढ़ें

नई दिल्ली. आपने अशोका से लेकर अकबर तक के तमाम किस्से सुनेंगे. लेकिन अपने शायद ही देखा हो. तो आइए हम बताते हैं कि इन सबको एक साथ कहां देखा जा सकता है? इतना ही नहीं यहां पर विराट भी साथ में देखने को मिल जाएंगे. और सबसे बड़ी बात यह है कि यहां पर विश्व का सबसे पुराना भाप से चलने वाला फेरी क्वीन इंजन मौजूद है. इन सबको पास से देखने के लिए हरियाणा के रेवाड़ी तक जाना होगा. यहां पर भारतीय रेलवे का स्टीम इंजन लोको शेड है. इन सभी के नाम के इंजन हैं, जिनमें से कुछ दौड़ते भी हैं.
उत्तर रेलवे द्वारा संचालित रेवाड़ी में स्टीम इंजन लोको शेड है. यहां 14 विंटेज स्टीम इंजनों को संरक्षित करके रखा गया हैं. इनमें ब्राड गेज और मीटर गेज के इंजन शामिल शामिल हैं. इनमें से कुछ इंजन आज भी दौड़ते हैं. यहां पर पहुंचकर इंजनों की सीटी और आवाज सुनकर आप निश्चित ही पुराने जमाने में पहुच जाएँगे और कुछ लोग बचपन की यादों में खो जाएंगे. लोको शेड के इंचार्ज राहुल भारद्वाज ने बताया कि यहां पर इंजनों की मेंटीनेंस करने के लिए करीब 40 लोगों का स्टाफ है.

आपको यहां पर पुराने इंजन देखने को मिलेंगे.
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रेलवे स्टेशन के करीब है यह लोको शेड्
अशोका (डब्ल्यूपी 7000)
यह स्टैंडर्ड इंजन है जो 1958 में तैयार हुआ है, इसकी अधिकतम स्पीड 100 से लेकर 105 किमी. प्रति घंटे की है. पैंसेजर ट्रेनों के लिए यह इंजन था. 175 टन वजनी यह इंजन पोलैंड से बनकर भारत आया था. इसमें 15 टन कोयला और 25000 लीटर पानी की क्षमता है. इसे चलाने के लिए दो फायरमैन और एक लोको पायलट की जरूरत पड़ती थी.
ये इंजन गुड्स ट्रेनों के लिए थे. जो साहिब 1960 में बना है. इस तरह के तीन इंजन साहिब, सिंध और सुल्तान है. ये तीनों 1853 में देश में चली पहली ट्रेन को समर्पित कर बनाए गए हैं. 100 टन वजन और 65 किमी. प्रति घंटे की स्पीड है. सिंध गुड्स ट्रेन का इंजन 1960 में बना है. अधिकतम स्पीड 65 किमी. प्रति घंटे की थी. कोयला 9.5 टन और पानी 13600 लीटर की क्षमता थी. सुल्तान यह 1953 में बना इंजन है, जिसका वजन 100 टन है. अधिकतम स्पीड 65 किमी. प्रति घंटे की रही है.

हर इंजन की कोई न कोई खासियत जरूर है.
यह इंजन 19४२ में यूएसए में बना है. यह गुड्स ट्रेन का इंजन है. इसकी अधिकतम स्पीड 75 किमी. प्रति घंटे की थी. कोयले की क्षमता 17.5 टन और पानी की 5750 गैलन थी.
शान-ए-पंजाब (डब्ल्यू एल 15005)
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