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अंबाला में किसान गेहूं की फसल को मंडियों के बजाय सड़कों पर सुखा रहे हैं, जिससे धूल और स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं. स्थानीय लोग प्रशासन से मंडियों में फसल सुखाने की मांग कर रहे हैं.
सड़क पर पड़ी गेहूं की फसल
हाइलाइट्स
- अंबाला में किसान सड़कों पर गेहूं सुखा रहे हैं.
- धूल और स्वास्थ्य समस्याओं से लोग परेशान हैं.
- प्रशासन से मंडियों में फसल सुखाने की मांग.
अंबाला. किसानों का पीला सोना यानी गेहूं पककर तैयार हो चुका है और उन्होंने इसे काटकर मंडियों में लाना शुरू कर दिया है. हालांकि, कई बार गेहूं में नमी ज्यादा होने के कारण फसल नहीं बिक पाती. ऐसे में किसान मंडी या उसके आसपास की जगहों पर फसल को सुखाते हैं.
अंबाला शहर के हुड्डा ग्राउंड के पास बनी सड़क पर भी किसान अपनी फसल की नमी कम करने के लिए उसे सुखा रहे हैं. इससे आम जनता को परेशानी हो रही है. लोगों का कहना है कि फसल की धूल उनके घरों में आ रही है और बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है. इस कारण प्रशासन को फसल को मंडियों में ले जाकर सुखवाना चाहिए.
लोकल 18 से बात करते हुए सुखबीर सिंह ने बताया कि सेक्टर की सड़कों पर गेहूं की फसल सुखाना गलत है, क्योंकि इससे उड़ने वाली धूल घरों में जा रही है और सांस से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि मंडी के आढ़तियों द्वारा यह फसल यहां पर गिराई गई है, जिसका सेक्टर वासी विरोध कर रहे हैं.
अमित ने बताया कि किसान जब फसल को सुखाने के लिए छनाई करते हैं तो उससे काफी धूल उड़ती है, जिससे बाहर घूमने वाले लोगों को परेशानी हो रही है. हितेश जैन ने लोकल 18 को बताया कि मंडी में पूरी व्यवस्था है, फिर भी सेक्टर के पास फसल सुखाई जा रही है, जो गलत है और इससे महिलाओं और बच्चों को परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि खुले में फसल सुखाने वाले मजदूर खुले में शौच भी करते हैं, जिससे महिलाओं का बाहर घूमना मुश्किल हो गया है.
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