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Ambala News: हरियाणा के अंबाला से एक घर से बच्ची को रेस्क्यू किया है. बच्ची को मां ने ही घर में बेड़ियों में बांधकर रखा था और अब वंदे भारत दल ने बच्ची को रेस्क्यू कर एक सोसाइटी में भेजा है, जहां उसका इलाज चलेगी.
अंबाला. बच्चों को भगवान का रूप कहा जाता है,लेकिन आज वह समय है जब लोग ये भूल जाते है कि कभी किसी की कमजोरी का फायदा नहीं उठाना चाहिए. ऐसा ही एक मामला अंबाला से भी सामने आया है,जहां अंबाला शहर के कैथ माजरी में रहने वाली एक नाबालिका बहुत ही कष्ट भरी जिंदगी जीने को मजबूर हो गई थी.
दरअसल, नाबालिका मानसिक रूप से कमजोर थी और कई लोग उसका फायदा उठा रहे थे. इस वजह से बेटी की मां ने उसे अपने ही घर में बेड़ियों से बांध कर रखा हुआ था. ऐसे में नरकीय जीवन जीन को मजबूर बेटी को अंबाला के वंदे मातरम दल ने घर से रेस्क्यू किया है.
वंदे मातरम दल के सदस्यों ने नाबालिग को अच्छा वातावरण और अच्छे इलाज के लिए मनुखता दी सेवा सोसाइटी भेजा है. यहां पर बेटी की इलाज होगा. लोकल-18 से बेटी की मां ने बताया कि बचपन में एक बार उनकी बेटी जब नौ साल की थी तब वह छत से गिर गई थी औऱ फिर उसकी मानसिक हालत कभी ठीक नहीं रही. वह अक्सर घर से भाग जाती है. मानसिक रूप से परेशान होने के कारण कई लोग इस चीज का फायदा उठाकर इस बच्ची को अपने साथ ले जाते है. कई बार यह लड़की दो से चार दिन तक गायब रही,जिसको ढूंढना मुश्किल हो जाता है. इसी वजह से बेटी को बेड़ियों में बांधकर घर में रखते हैं.
उन्होंने वंदे मातरम दल का धन्यवाद करते हुए कहा कि आज जब कोई अपना इस मुश्किल घड़ी में उनके साथ नहीं हैं,तो उस वक्त ये टीम उनकी बच्ची को अच्छा इलाज और अच्छी जिंदगी देने के लिए कार्य कर रहे है. उन्होंने बताया कि वह मजदूरी का काम करती है और जिस वजह से वह अपनी बेटी का किसी बड़े अस्पताल में इलाज नहीं करवा पाई.
हाल ही में लापता हो गई थी बच्ची
वंदे मातरम दल के सदस्य भरत ने बताया कि इस बच्ची को आज मनुखता दी सेवा सोसाइटी में भेजा जा रहा है,जहां पर इस बेटी का निःशुल्क इलाज किया जाएगा, ताकि वह सामान्य जीवन ओर लोगों के तरह जी सकें.वही उन्होंने बताया कि बीते दिनों भी ये बच्ची लापता हो गई थी जो पहले पानीपत से मिली थी,ओर कई बार आस पास के लोगों ने इसका फायदा उठाने की कोशिश की अब इस बच्ची के बचाव और बच्ची को ठीक करने के लिए रेस्क्यू किया गया है.
Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently…और पढ़ें
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