{“_id”:”6928481c5b5ae6f7d70cc290″,”slug”:”video-training-on-cough-against-tb-app-2025-11-27″,”type”:”video”,”status”:”publish”,”title_hn”:”अंबाला: कफ अगेंस्ट टीबी एप का प्रशिक्षण, एआई तकनीक से खांसी की आवाज से होगी टीबी की पहचान”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
कैंट के नागरिक अस्पताल में कफ अगेंस्ट टीबी एप का गुरुवार को सफल प्रशिक्षण हुआ। जिसका उद्देश्य टीबी की प्रारंभिक पहचान को तकनीक के माध्यम से और अधिक तेज व प्रभावी बनाना है। वाधवानी एआई टीम के विशेषज्ञ तुमुल राय ने स्वास्थ्यकर्मियों को एप की तकनीकी कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह एप कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की मदद से खांसी की आवाज का विश्लेषण करता है व उन विशिष्ट ध्वनियों की पहचान करता है जो टीबी से संभावित रूप से जुड़ी हो सकती हैं। एप मोबाइल फोन के माइक्रोफोन से खांसी रिकॉर्ड करता है और एआई एल्गोरिदम उसके ऑडियो सिग्नल का विश्लेषण कर प्रेसम्पटिव टीबी मरीजों की पहचान में सहायता करता है। इससे फील्ड में काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को तुरंत संदिग्ध मरीजों को चिन्हित करने और आगे की जांच के लिए रेफर करने में मदद मिलती है। पीएमओ डॉ. पूजा पैंटल ने कहा कि यह ऐप टीबी मुक्त भारत अभियान को मजबूत करने में एक अहम कदम है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह तकनीक फील्ड स्तर पर टीबी की रोकथाम और नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।इसका नेतृत्व सिविल सर्जन डॉ. राकेश सहल और डीटीओ डॉ. सीमा तंवर ने किया, जबकि संपूर्ण प्रशिक्षण प्रक्रिया की निगरानी पीएमओ डॉ. पूजा पैंटल ने की