ानून व्यवस्था हो कायम, देश में धर्म के नाम पर न बनाया जाए मुद्दा


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कैथल। देश में दो-तीन दिनों से हो रहे धरना-प्रदर्शन से सांप्रदायिक सौहार्द पर असर पड़ा है। कई नेताओं की तरफ से दिए जा रहे बेतुके बयान भी एक कारण हैं। जिस कारण टकराव, पथराव, आगजनी और प्रदर्शन का माहौल बना। देश की इन मौजूदा परिस्थितियों के संबंध में रविवार को अमर उजाला की ओर से संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में अधिवक्ता, अध्यापक और अन्य अन्य लोगों के विचार जाने गए। इन सभी लोगों का कहना था कि देश में कानून व्यवस्था की स्थिति कायम रहनी चाहिए और विवादित टिप्पणियों से बचना चाहिए।
फोटो नंबर : 21
अधिवक्ता देवेंद्र शर्मा ने कहा कि यदि हमारे देश में कानून व्यवस्था कायम रहेगी तो शांति भी बनी रहेगी। हमारे देश में सभी धर्मों के लोग रहते हैं। ऐसे में किसी भी एक धर्म पर टिप्पणी करना बेहद निंदनीय है। हमें अपने देश में शांति व्यवस्था को कायम रखने के लिए नेताओं को विवादित टिप्पणियां करने से बचना चाहिए।
फोटो नंबर : 24
राजनीति शास्त्र के प्राध्यापक अशोक अत्रि ने कहा कि पिछले कुछ दिन से कुछ लोगों द्वारा की जा रही टिप्पणियां अचानक नहीं बल्कि एक योजनाबद्ध तरीके से की गई नजर आती हैं। सरकार को ऐसे लोगों पर रोक लगाने का कार्य करना चाहिए।
फोटो नंबर : 23
शिक्षक अरुण कुमार ने बताया कि देश में सौहार्द की भावना बनी रहे। इसलिए राजनीतिक लोगों को भी सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए अपनी भूमिका को अच्छे से निभाना चाहिए, क्योंकि भाईचारा बनेगा तो शांति का माहौल भी बना रहेगा।
फोटो नंबर : 22
जेबीटी अध्यापक राकेश रतन ने बताया कि समुदाय विशेष पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। कई बार राजनेताओं द्वारा दिए गए बयान के कारण समाज में शांति भंग होने की भी स्थिति बनती है। हमारा देश अमन और भाईचारे के लिए जाना जाता है। ऐसे में देश में शांति हमेशा बनी रहेगी।
फोटो नंबर 25
सुखबीर सिंह ने कहा कि सरकार को देश में भाईचारा बनाने के लिए सभी धर्मों को साथ लेकर चलना चाहिए। इन मुद्दों पर ध्यान न देकर युवाओं को रोजगार देने और महंगाई को कम करने के लिए कार्य करना चाहिए।
फोटो नंबर 26
शहरवासी सोम प्रकाश ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से देश में माहौल खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसा नहीं होना चाहिए। हमारे देश में सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है। माहौल ठीक नहीं रहेगा तो भाईचारा भी खराब होने के अवसर पैदा होंगे। इसलिए भाईचारा बनाए रखने की जरूरत है।

कैथल। देश में दो-तीन दिनों से हो रहे धरना-प्रदर्शन से सांप्रदायिक सौहार्द पर असर पड़ा है। कई नेताओं की तरफ से दिए जा रहे बेतुके बयान भी एक कारण हैं। जिस कारण टकराव, पथराव, आगजनी और प्रदर्शन का माहौल बना। देश की इन मौजूदा परिस्थितियों के संबंध में रविवार को अमर उजाला की ओर से संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में अधिवक्ता, अध्यापक और अन्य अन्य लोगों के विचार जाने गए। इन सभी लोगों का कहना था कि देश में कानून व्यवस्था की स्थिति कायम रहनी चाहिए और विवादित टिप्पणियों से बचना चाहिए।

फोटो नंबर : 21

अधिवक्ता देवेंद्र शर्मा ने कहा कि यदि हमारे देश में कानून व्यवस्था कायम रहेगी तो शांति भी बनी रहेगी। हमारे देश में सभी धर्मों के लोग रहते हैं। ऐसे में किसी भी एक धर्म पर टिप्पणी करना बेहद निंदनीय है। हमें अपने देश में शांति व्यवस्था को कायम रखने के लिए नेताओं को विवादित टिप्पणियां करने से बचना चाहिए।

फोटो नंबर : 24

राजनीति शास्त्र के प्राध्यापक अशोक अत्रि ने कहा कि पिछले कुछ दिन से कुछ लोगों द्वारा की जा रही टिप्पणियां अचानक नहीं बल्कि एक योजनाबद्ध तरीके से की गई नजर आती हैं। सरकार को ऐसे लोगों पर रोक लगाने का कार्य करना चाहिए।

फोटो नंबर : 23

शिक्षक अरुण कुमार ने बताया कि देश में सौहार्द की भावना बनी रहे। इसलिए राजनीतिक लोगों को भी सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए अपनी भूमिका को अच्छे से निभाना चाहिए, क्योंकि भाईचारा बनेगा तो शांति का माहौल भी बना रहेगा।

फोटो नंबर : 22

जेबीटी अध्यापक राकेश रतन ने बताया कि समुदाय विशेष पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। कई बार राजनेताओं द्वारा दिए गए बयान के कारण समाज में शांति भंग होने की भी स्थिति बनती है। हमारा देश अमन और भाईचारे के लिए जाना जाता है। ऐसे में देश में शांति हमेशा बनी रहेगी।

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सुखबीर सिंह ने कहा कि सरकार को देश में भाईचारा बनाने के लिए सभी धर्मों को साथ लेकर चलना चाहिए। इन मुद्दों पर ध्यान न देकर युवाओं को रोजगार देने और महंगाई को कम करने के लिए कार्य करना चाहिए।

फोटो नंबर 26

शहरवासी सोम प्रकाश ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से देश में माहौल खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसा नहीं होना चाहिए। हमारे देश में सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है। माहौल ठीक नहीं रहेगा तो भाईचारा भी खराब होने के अवसर पैदा होंगे। इसलिए भाईचारा बनाए रखने की जरूरत है।

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