कई बच्चों को साइबर गेमिंग पसंद है। वो आए दिन मोबाइल, लैपटॉप या फिर कम्प्यूटर पर इस तरह के गेम खेलते हैं। यह खबर ऐसे सभी बच्चों और उनके माता-पिता को जरूर पढ़नी चाहिए ताकि वो इस वर्चुअल वर्ल्ड की काली सच्चाई को भी जान सकें और समय रहते अपने बच्चों पर ध्यान दे सकें। जयपुर में 13 साल के एक बच्चे को साइबर गेमिंग की ऐसी लत लगी थी कि वो दूसरे मोबाइल पर ऐसे गेम अक्सर खेला करता था।
लेकिन साइबर गेमिंग के दौरान यह 13 साल का लड़का कब हैकर्स के चंगुल में फंस गया उसे पता तक नहीं चला। दरअसल गेम में टास्क पूरा कराने के नाम पर लालच देकर धीरे-धीरे इन हैकरों ने लड़के से संपर्क बढ़ाया। इसके बाद तो इस लड़के को साइबर बुलिंग का शिकार बनते देर नहीं लगी।
गेमर्स यानी गेमिंग करने वालों ने लड़के को डराया-धमकाया और फिर टास्क के नाम पर उसे अपने ही माता-पिता के फोन को हैक करने पर मजबूर किया। लड़के ने जब ऐसा करने से मना किया तब हैकर्स ने धमकी दी थी कि वो उनके माता-पिता को मार डालेगा।
डरा-सहमा लड़का अब पूरी तरह से हैकर्स के चंगुल में फंस गया था। लिहाजा उन्होंने लड़के को अपने हाथों की कठपुतली बना ली। हैकर्स ने लड़के से उसके माता-पिता का सोशल मीडिया अकाउंट बनवाया। हद तो तब हो गई जब इन्होंने लड़के से इस अकाउंट पर अश्लील पोस्ट करवाए।
ऐसे हुआ खुलासा
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में विशेषज्ञों के हवाले से कहा जा रहा है कि यह जयपुर में साइबर बुलिंग का यह पहला मामला है। यह मामला उस वक्त उजागर हुआ जब हरमाडा़ इलाके के रहने वाले लड़के के माता-पिता के मोबाइल पर अजीबीगरीब एनिमेशन आने लगे। उन्होंने पुलिस से इसके बाद संपर्क किया। पुलिसिया तफ्तीश में खुलासा हुआ कि उनका 13 साल का बेटा हैकर्स की गिरफ्त में है और वो डरा-धमका कर उनके बेटे से यह सबकुछ करवा रहे हैं।
इस खुसाले के बाद माता-पिता भी दंग हैं। हैकर्स ने मोबाइल में हैकिंग ऐप डाउनलोड भी करवाए थे। बहरहाल अब इस मामले में पुलिस हैकर्स का पता लगा रही है। एक अच्छी बात यह रही है कि इस मामले में परिवार को आर्थिक नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि, लड़का और उसके माता-पिता इस घटना की वजह से परेशान जरूर हैं।
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