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हरियाणा में पिछले कुछ दिनों से मानसून एक्टिव है। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने 27 शहरों को अलर्ट पर रखा है। इसमें 10 शहरों को ऑरेंज अलर्ट किया गया है। यहां हैवी रेन होने के आसार हैं। इन शहरों में सांपला, रोहतक, खरखौदा, सोनीपत, गन्नौर, समालखा, बापौली, गोहाना, इसराना, पानीपत, शामिल हैं। यहां 30-40 KMPH की स्पीड से हवाएं चलेंगी। साथ ही आकाशीय बिजली गिरने का भी खतरा बना हुआ है। इनके अलावा चरखी दादरी, भिवानी, तोशाम, बहादुरगढ़, बेरी खास, बवानी खेड़ा, हांसी, नारनौंद , सोनीपत, गन्नौर, बापौली, घरौंडा, महम, गोहाना, इसराना, सफीदों, इंद्री, में हलकी बारिश होने के आसार हैं। कहां कितनी हुई बारिश मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा बारिश महेंद्रगढ़ में हुई। यहां वर्षा का आंकड़ा 22.5 एमएम रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा जींद में झमाझम बारिश हुई, यहां 20.5 एमएम बारिश हुई। इसके अलावा अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, पानीपत और पंचकूला जिलों में हल्की बूंदाबांदी हुई। अन्य जिलों में बारिश नहीं हुई, हालांकि बादल छाए रहे। अगस्त में मेहरबान मानसून अगर आंकड़ों को देखें तो हरियाणा के 22 जिलों में अगस्त के 10 दिनों में अभी तक सामान्य से 42% अधिक बारिश हुई है। अभी तक सभी जगह 53.9 एमएम बारिश होनी थी, लेकिन इन दस दिनों में 76.7 एमएम बारिश हो चुकी है। इनमें फतेहाबाद, हिसार, कैथल, करनाल, पलवल, पंचकूला, पानीपत में सामान्य से कम बारिश हुई है। जुलाई में कम हुई बरसात हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।
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