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कैथल। गांव सिसमौर जमीन के विवाद में बुजुर्ग की कस्सी मारकर हत्या के मामले में चार आरोपियों की गिरफ्तारी न होने के विरोध में परिजनों ने बृहस्पतिवार को लघु सचिवालय में प्रदर्शन किया। यहां परिजनों ने एक घंटे में कार्रवाई न होने पर जाम लगाने की चेतावनी दी। इसके बाद एसपी ने एसआईटी का गठन कर जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। तब जाकर परिजन वापस लौटे।
घटनाक्रम की जानकारी देते हुए पूर्व सरपंच गुलाब सिंह, रामकुमार, पूर्व सरपंच किताब सिंह, सोनू, गोबिंद व रघुबीर ने बताया कि बीते शनिवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे भीम सिंह व उसका बेटा गोबिंद एक साथ खेत में काम करने के लिए गए थे। खेत में पहुंचकर दोनों धान की रोपाई के लिए खेत को अलग-अलग तरफ से तैयार कर रहे थे। इस बीच भीम की गांव के ही संदीप, मंदीप, सुनील, प्रदीप और जयपाल के साथ मेढ़ के संबंध में कहासुनी हो गई। आरोपी मेढ़ को अपने खेत में मिलाना चाहते थे। भीम सिंह ने विरोध किया तो तैश में आकर आरोपियों ने कस्सी और गंडासी मारकर भीम की हत्या कर दी।
ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि मामले में पुलिस चार आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। एक आरोपी सुनील को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस संदीप, मंदीप, प्रदीप व जयपाल पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इससे ग्रामीणों में रोष है। इसके बाद परिजन एसपी मकसूद अहमद से मिले तो उन्होंने एसआईटी गठित कर जल्द से जल्द मामले की गहनता से जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। एसपी मकसूद अहमद ने कहा कि बुजुर्ग की हत्या करने वाले मामले में एसआईटी गठित कर दी है। डीएसपी अभिमन्यु को इंचार्ज बनाया गया है। चारों आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। एक सुनील आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है।
डीएसपी सज्जन से हुई कहासुनी
परिजनों ने कहा कि तितरम थाना पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई करने से पीछे हट रही है। इसके बाद डीएसपी सज्जन के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी न करने को लेकर काफी समय तक बहस चलती रही। डीएसपी ने परिजनों को कहा कि मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है। अन्य आरोपियों की जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। वे अपनी नौकरी दांव पर लगाकर किसी बेकसूर आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकते। मामले की जांच परिजन दूसरे अधिकारियों से करवा सकते हैं। डीएसपी सज्जन ने बताया कि एक आरोपी गिरफ्तार किया जा चुका है। यहां काफी देर तक परिजनों ने डीएसपी से बहस की।
कैथल। गांव सिसमौर जमीन के विवाद में बुजुर्ग की कस्सी मारकर हत्या के मामले में चार आरोपियों की गिरफ्तारी न होने के विरोध में परिजनों ने बृहस्पतिवार को लघु सचिवालय में प्रदर्शन किया। यहां परिजनों ने एक घंटे में कार्रवाई न होने पर जाम लगाने की चेतावनी दी। इसके बाद एसपी ने एसआईटी का गठन कर जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। तब जाकर परिजन वापस लौटे।
घटनाक्रम की जानकारी देते हुए पूर्व सरपंच गुलाब सिंह, रामकुमार, पूर्व सरपंच किताब सिंह, सोनू, गोबिंद व रघुबीर ने बताया कि बीते शनिवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे भीम सिंह व उसका बेटा गोबिंद एक साथ खेत में काम करने के लिए गए थे। खेत में पहुंचकर दोनों धान की रोपाई के लिए खेत को अलग-अलग तरफ से तैयार कर रहे थे। इस बीच भीम की गांव के ही संदीप, मंदीप, सुनील, प्रदीप और जयपाल के साथ मेढ़ के संबंध में कहासुनी हो गई। आरोपी मेढ़ को अपने खेत में मिलाना चाहते थे। भीम सिंह ने विरोध किया तो तैश में आकर आरोपियों ने कस्सी और गंडासी मारकर भीम की हत्या कर दी।
ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि मामले में पुलिस चार आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। एक आरोपी सुनील को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस संदीप, मंदीप, प्रदीप व जयपाल पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इससे ग्रामीणों में रोष है। इसके बाद परिजन एसपी मकसूद अहमद से मिले तो उन्होंने एसआईटी गठित कर जल्द से जल्द मामले की गहनता से जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। एसपी मकसूद अहमद ने कहा कि बुजुर्ग की हत्या करने वाले मामले में एसआईटी गठित कर दी है। डीएसपी अभिमन्यु को इंचार्ज बनाया गया है। चारों आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। एक सुनील आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है।
डीएसपी सज्जन से हुई कहासुनी
परिजनों ने कहा कि तितरम थाना पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई करने से पीछे हट रही है। इसके बाद डीएसपी सज्जन के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी न करने को लेकर काफी समय तक बहस चलती रही। डीएसपी ने परिजनों को कहा कि मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है। अन्य आरोपियों की जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। वे अपनी नौकरी दांव पर लगाकर किसी बेकसूर आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकते। मामले की जांच परिजन दूसरे अधिकारियों से करवा सकते हैं। डीएसपी सज्जन ने बताया कि एक आरोपी गिरफ्तार किया जा चुका है। यहां काफी देर तक परिजनों ने डीएसपी से बहस की।
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