
गर्मी से बचने के लिए मुंह पर साफी बांधकर जाते बाइक चालक।
– फोटो : Palwal
ख़बर सुनें
पलवल। गर्मी का प्रकोप निरंतर बढ़ रहा है। रविवार रात हुई बारिश के बाद फिर से सूर्यदेव की तपिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। दो दिन से बढ़ी उमस के कारण लोगों का पसीना सूख नहीं रहा है। भारी उमस के कारण कूलरों ने भी काम करना बंद कर दिया है। वहीं, बिजली की कटौती भी गर्मी की इस समस्या को और ज्यादा गंभीर बना रही है। मंगलवार को जिले का अधिकतम 42 और न्यूनतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंगलवार को वातावरण में 32 फीसदी नमी दर्ज की गई, जबकि 19 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिन और तापमान में स्थिरता बने रहने की संभावना है। शुक्रवार को आसमान में बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश भी हो सकती है। मंगलवार सुबह से सूर्यदेव ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए। सूर्य की पहली किरण के साथ ही गर्मी बढ़ने लगी। सुबह से ही लोग गर्मी से बचते नजर आए। दोपहर में राहगीर और दोपहिया वाहन चालक पसीने से तर नजर आए। लोगों ने गर्मी से बचने के लिए एसी, कूलर और पंखों का सहारा लिया। धूप से बचने के लिए लोग अपने सिर को साफी, चुन्नी और अन्य कपड़ों से ढके दिखे। भीषण गर्मी के कारण बार-बार लोगों का गला सूखता रहा। प्यास बुझाने के लिए लोगों ने शिकंजी, जूस, गन्ने का जूस और कोल्डड्रिंक का सहारा लिया। जहां दोपहर के समय सूर्य की किरणें अपना प्रचंड रूप धारण कर लेती हैं, वहीं बिजली गुल हो जाती है। सबसे अधिक परेशानी महिलाओं, बुजुर्गों और छोटे बच्चों को हो रही है।
पलवल। गर्मी का प्रकोप निरंतर बढ़ रहा है। रविवार रात हुई बारिश के बाद फिर से सूर्यदेव की तपिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। दो दिन से बढ़ी उमस के कारण लोगों का पसीना सूख नहीं रहा है। भारी उमस के कारण कूलरों ने भी काम करना बंद कर दिया है। वहीं, बिजली की कटौती भी गर्मी की इस समस्या को और ज्यादा गंभीर बना रही है। मंगलवार को जिले का अधिकतम 42 और न्यूनतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंगलवार को वातावरण में 32 फीसदी नमी दर्ज की गई, जबकि 19 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिन और तापमान में स्थिरता बने रहने की संभावना है। शुक्रवार को आसमान में बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश भी हो सकती है। मंगलवार सुबह से सूर्यदेव ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए। सूर्य की पहली किरण के साथ ही गर्मी बढ़ने लगी। सुबह से ही लोग गर्मी से बचते नजर आए। दोपहर में राहगीर और दोपहिया वाहन चालक पसीने से तर नजर आए। लोगों ने गर्मी से बचने के लिए एसी, कूलर और पंखों का सहारा लिया। धूप से बचने के लिए लोग अपने सिर को साफी, चुन्नी और अन्य कपड़ों से ढके दिखे। भीषण गर्मी के कारण बार-बार लोगों का गला सूखता रहा। प्यास बुझाने के लिए लोगों ने शिकंजी, जूस, गन्ने का जूस और कोल्डड्रिंक का सहारा लिया। जहां दोपहर के समय सूर्य की किरणें अपना प्रचंड रूप धारण कर लेती हैं, वहीं बिजली गुल हो जाती है। सबसे अधिक परेशानी महिलाओं, बुजुर्गों और छोटे बच्चों को हो रही है।
.