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झज्जर। सूबेदार के बेटे ने लेफ्टिनेंट पर नियुक्ति प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। सुबाना गांव निवासी कुणाल उर्फ अभिषेक मल्हान को सेना में जाने की प्रेरणा परिवार से ही मिली है।
जिले के गांव सुबाना निवासी कुणाल पुत्र वेदपाल मल्हान ने सेना में लेफ्टिनेंट पद हासिल कर क्षेत्र का गौरव बढ़ाया है। गत दिवस प्रशिक्षण के उपरांत ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी देहरादून में आयोजित पासिंग आउट परेड में कुणाल ने देश सेवा का संकल्प लिया। पिता सेना में सूबेदार के पद पर कार्यरत हैं। वे गुजरात के भुज में तैनात हैं। कुणाल ने प्राइमरी शिक्षा गांव में ग्रहण की और बीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की। वर्ष 2018 वह सेना में भर्ती हुआ। ऑफिसर ट्रेनिंग देहरादून अकादमी गया। देहरादून में आयोजित पासिंग आउट परेड के दौरान कुणाल ने देश सेवा का संकल्प लिया। कुणाल को 8 जून को लेफ्टिनेंट के पद नियुक्ति मिली है। कुणाल ने अपनी इस सफलता का श्रेय माता सुनील, पिता व सेवानिवृत्त कैप्टन दादा बलजीत सिंह को दिया। आउट परेड में माता-पिता सहित दादा बलजीत सिंह, सहित अन्य परिवार के सदस्य मौजूद थे। कुणाल ने आईएमए में 7 वीं रैंक और 15आर्म्ड में पहली रैंक हासिल की। कुणाल की उपलब्धि से पैतृक गांव सुबाना में भी लोगों ने खुशी जताई है। चाचा जय किशन व चाची शशि ने बताया कि कुणाल बचपन से ही मेधावी रहे।
झज्जर। सूबेदार के बेटे ने लेफ्टिनेंट पर नियुक्ति प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। सुबाना गांव निवासी कुणाल उर्फ अभिषेक मल्हान को सेना में जाने की प्रेरणा परिवार से ही मिली है।
जिले के गांव सुबाना निवासी कुणाल पुत्र वेदपाल मल्हान ने सेना में लेफ्टिनेंट पद हासिल कर क्षेत्र का गौरव बढ़ाया है। गत दिवस प्रशिक्षण के उपरांत ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी देहरादून में आयोजित पासिंग आउट परेड में कुणाल ने देश सेवा का संकल्प लिया। पिता सेना में सूबेदार के पद पर कार्यरत हैं। वे गुजरात के भुज में तैनात हैं। कुणाल ने प्राइमरी शिक्षा गांव में ग्रहण की और बीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की। वर्ष 2018 वह सेना में भर्ती हुआ। ऑफिसर ट्रेनिंग देहरादून अकादमी गया। देहरादून में आयोजित पासिंग आउट परेड के दौरान कुणाल ने देश सेवा का संकल्प लिया। कुणाल को 8 जून को लेफ्टिनेंट के पद नियुक्ति मिली है। कुणाल ने अपनी इस सफलता का श्रेय माता सुनील, पिता व सेवानिवृत्त कैप्टन दादा बलजीत सिंह को दिया। आउट परेड में माता-पिता सहित दादा बलजीत सिंह, सहित अन्य परिवार के सदस्य मौजूद थे। कुणाल ने आईएमए में 7 वीं रैंक और 15आर्म्ड में पहली रैंक हासिल की। कुणाल की उपलब्धि से पैतृक गांव सुबाना में भी लोगों ने खुशी जताई है। चाचा जय किशन व चाची शशि ने बताया कि कुणाल बचपन से ही मेधावी रहे।
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