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अंबाला। आर्य गर्ल्स कॉलेज के प्रांगण में नॉन टीचिंग स्टाफ सदस्यों के लिए संकाय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन कॉलेज प्राचार्य डॉ. अनुपमा आर्य के मार्गदर्शन में हुआ। उन्होंने कहा कि संकाय प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जानकारी और सूचनाओं को एकत्रित कर इसके लाभ को सभी तक पहुंचाना है, इससे स्टाफ सदस्यों का मानसिक विकास होगा।
जसपाल सिंह ने बैंकिंग संबंधी जानकारियां स्टाफ सदस्यों को उपलब्ध कराई। उन्होंने बैंकों की नई स्कीमों पीपीएफ, सेविंग अकाउंट, करंट अकाउंट, आरडी, एफडी के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे अपने अकाउंट को हैकर्स से बचा सकते हैं। उन्होंने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर विशेष ध्यान देने की बात कही और फ्रॉड से बचने के लिए समाधान भी बताए।
इसी श्रृंखला में प्रो. ममता जैन, अंग्रेजी विभागाध्यक्ष ने ‘संचार कौशल व लेखन’ के विषय पर स्टाफ सदस्यों को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि बोलचाल की कला व लेखन कला संचार व्यवस्था में मुख्य भूमिका निभाती है। उन्होंने बोलने की स्पष्टता पर विशेष ध्यान रखने की बात कही। उन्होंने कहानी के माध्यम से बोलने व लिखने की विधि से स्टाफ सदस्यों को अवगत कराया।
इस दौरान फूड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट, कुरुक्षेत्र से प्रीतम सिंह ने स्वयं रोजगार से संबंधी विचार प्रकट किए। उन्होंने महिलाओं से संबंधित रोजगार के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने नींबू, आंवला, मिर्च, करेला, अदरक के अचार बनाकर या फलों के मुरब्बे तैयार करना, आलू के चिप्स बनाना, फलों का जूस बनाना आदि महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि आप यह स्वयं रोजगार अपने आसपास लोगों के साथ साझा करें, ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। इस अवसर पर कमलेश गोयल, सोहन लाल, संदीप कुमार, रश्मि, मुकेश कुमार, रणजीत सिंह, रवींद्र कुमार, लक्ष्मण सिंह, श्याम सुंदर, राजकुमार, विंध्याचल, प्रीति, सीमा रानी तथा रेखा रानी मौजूद रहे।
अंबाला। आर्य गर्ल्स कॉलेज के प्रांगण में नॉन टीचिंग स्टाफ सदस्यों के लिए संकाय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन कॉलेज प्राचार्य डॉ. अनुपमा आर्य के मार्गदर्शन में हुआ। उन्होंने कहा कि संकाय प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जानकारी और सूचनाओं को एकत्रित कर इसके लाभ को सभी तक पहुंचाना है, इससे स्टाफ सदस्यों का मानसिक विकास होगा।
जसपाल सिंह ने बैंकिंग संबंधी जानकारियां स्टाफ सदस्यों को उपलब्ध कराई। उन्होंने बैंकों की नई स्कीमों पीपीएफ, सेविंग अकाउंट, करंट अकाउंट, आरडी, एफडी के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे अपने अकाउंट को हैकर्स से बचा सकते हैं। उन्होंने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर विशेष ध्यान देने की बात कही और फ्रॉड से बचने के लिए समाधान भी बताए।
इसी श्रृंखला में प्रो. ममता जैन, अंग्रेजी विभागाध्यक्ष ने ‘संचार कौशल व लेखन’ के विषय पर स्टाफ सदस्यों को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि बोलचाल की कला व लेखन कला संचार व्यवस्था में मुख्य भूमिका निभाती है। उन्होंने बोलने की स्पष्टता पर विशेष ध्यान रखने की बात कही। उन्होंने कहानी के माध्यम से बोलने व लिखने की विधि से स्टाफ सदस्यों को अवगत कराया।
इस दौरान फूड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट, कुरुक्षेत्र से प्रीतम सिंह ने स्वयं रोजगार से संबंधी विचार प्रकट किए। उन्होंने महिलाओं से संबंधित रोजगार के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने नींबू, आंवला, मिर्च, करेला, अदरक के अचार बनाकर या फलों के मुरब्बे तैयार करना, आलू के चिप्स बनाना, फलों का जूस बनाना आदि महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि आप यह स्वयं रोजगार अपने आसपास लोगों के साथ साझा करें, ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें। इस अवसर पर कमलेश गोयल, सोहन लाल, संदीप कुमार, रश्मि, मुकेश कुमार, रणजीत सिंह, रवींद्र कुमार, लक्ष्मण सिंह, श्याम सुंदर, राजकुमार, विंध्याचल, प्रीति, सीमा रानी तथा रेखा रानी मौजूद रहे।
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