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फतेहाबाद। कोविड के हटाए गए कर्मचारियों को दोबारा ड्यूटी पर लेने के आदेश जारी होने के बाद अब ज्वाइनिंग को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कार्यकारी सिविल सर्जन ने कर्मचारियों को ड्यूटी पर ज्वाइन करवाने से मना कर दिया है। इसके अलावा कर्मचारियों को ये भी झटका दिया है कि जितने कर्मचारियों की जरूरत होगी उन्हीं को रखा जाएगा। इसको लेकर कमेटी तय करेगी।
बता दें कि कर्मचारी शुक्रवार को ज्वाइनिंग करवाने को लेकर कार्यकारी सिविल सर्जन से मिले और उन्हें जल्द ज्वाइनिंग करवाने की मांग की लेकिन कार्यकारी सिविल सर्जन द्वारा अभी उन्हें ज्वाइनिंग देने से इनकार कर दिया गया। सीएमओ ने कहा कि इसको लेकर चिकित्सकों की एक कमेटी बनाई जाएगी। यह कमेटी निर्धारित करेगी कि फिलहाल विभाग को यहां कितने कर्मचारियों की आवश्यकता है। इसके बाद एनएचएम एमडी के साथ बैठक कर कर्मचारियों की ज्वाइनिंग बारे कोई फैसला लिया जाएगा। ज्वाइनिंग न होने से कर्मचारी मायूस नजर आए। इन कर्मचारियों ने कहा कि एनएचएम मिशन डायरेक्टर ने 1 जून को सभी सिविल सर्जन को पत्र जारी कर 31 मार्च को रिलीव किए गए कोविड कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम के अंतर्गत दोबारा विभाग में ड्यूटी पर रखने के आदेश जारी किए हैं। इसके साथ ही इसको लेकर बजट भी उपलब्ध करवा दिया गया है। इसके बाद वे ज्वाइनिंग की मांग को लेकर सीएमओ से मिले लेकिन सीएमओ द्वारा इसको लेकर कमेटी गठित करने की बात कही गई है, जिससे उन्हें मायूसी हाथ लगी है।
पोर्टल पर नर्सिंग स्टाफ और एलटी की पोस्ट नहीं
स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी किए हैं कि इन कर्मचारियों को कौशल रोजगार निगम के तहत ज्वाइन करवाया जाएगा। लेकिन इसमें नर्सिंग स्टाफ और एलटी की पोस्ट नहीं है। इसके अलावा न ही मेडिकल ऑफिसर और पीएचएम की पोस्ट है। कोविड में जिले से 77 कर्मचारी काम कर रहे थे।
कोट
कोविड कर्मचारियों की ज्वाइनिंग को लेकर पहले कमेटी का गठन किया जाएगा। ये कमेटी तय करेगी कि कितने कर्मचारियों की कहां-कहां जरूरत है। इसके उसके बाद ही प्रक्रिया शुरू होगी। इसके अलावा पोर्टल पर नर्सिंग स्टाफ और एलटी की भी पोस्ट नहीं है। ऐसे में अभी समय लगेगा।
-डॉ. सुनीता सोखी, उप सिविल सर्जन
फतेहाबाद। कोविड के हटाए गए कर्मचारियों को दोबारा ड्यूटी पर लेने के आदेश जारी होने के बाद अब ज्वाइनिंग को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कार्यकारी सिविल सर्जन ने कर्मचारियों को ड्यूटी पर ज्वाइन करवाने से मना कर दिया है। इसके अलावा कर्मचारियों को ये भी झटका दिया है कि जितने कर्मचारियों की जरूरत होगी उन्हीं को रखा जाएगा। इसको लेकर कमेटी तय करेगी।
बता दें कि कर्मचारी शुक्रवार को ज्वाइनिंग करवाने को लेकर कार्यकारी सिविल सर्जन से मिले और उन्हें जल्द ज्वाइनिंग करवाने की मांग की लेकिन कार्यकारी सिविल सर्जन द्वारा अभी उन्हें ज्वाइनिंग देने से इनकार कर दिया गया। सीएमओ ने कहा कि इसको लेकर चिकित्सकों की एक कमेटी बनाई जाएगी। यह कमेटी निर्धारित करेगी कि फिलहाल विभाग को यहां कितने कर्मचारियों की आवश्यकता है। इसके बाद एनएचएम एमडी के साथ बैठक कर कर्मचारियों की ज्वाइनिंग बारे कोई फैसला लिया जाएगा। ज्वाइनिंग न होने से कर्मचारी मायूस नजर आए। इन कर्मचारियों ने कहा कि एनएचएम मिशन डायरेक्टर ने 1 जून को सभी सिविल सर्जन को पत्र जारी कर 31 मार्च को रिलीव किए गए कोविड कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम के अंतर्गत दोबारा विभाग में ड्यूटी पर रखने के आदेश जारी किए हैं। इसके साथ ही इसको लेकर बजट भी उपलब्ध करवा दिया गया है। इसके बाद वे ज्वाइनिंग की मांग को लेकर सीएमओ से मिले लेकिन सीएमओ द्वारा इसको लेकर कमेटी गठित करने की बात कही गई है, जिससे उन्हें मायूसी हाथ लगी है।
पोर्टल पर नर्सिंग स्टाफ और एलटी की पोस्ट नहीं
स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी किए हैं कि इन कर्मचारियों को कौशल रोजगार निगम के तहत ज्वाइन करवाया जाएगा। लेकिन इसमें नर्सिंग स्टाफ और एलटी की पोस्ट नहीं है। इसके अलावा न ही मेडिकल ऑफिसर और पीएचएम की पोस्ट है। कोविड में जिले से 77 कर्मचारी काम कर रहे थे।
कोट
कोविड कर्मचारियों की ज्वाइनिंग को लेकर पहले कमेटी का गठन किया जाएगा। ये कमेटी तय करेगी कि कितने कर्मचारियों की कहां-कहां जरूरत है। इसके उसके बाद ही प्रक्रिया शुरू होगी। इसके अलावा पोर्टल पर नर्सिंग स्टाफ और एलटी की भी पोस्ट नहीं है। ऐसे में अभी समय लगेगा।
-डॉ. सुनीता सोखी, उप सिविल सर्जन
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