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पलवल। फरीदाबाद-पलवल के बीच गदपुरी में लगाए जा रहे टोल बैरियर को हटाने की मांग के लिए चल रहे धरने में मंगलवार को गांव भनकपुर, पृथला और गदपुरी के लोग बैठे। धरना गदपुरी टोल हटाओ संघर्ष समिति के संयोजक रतन सिंह सौरोत की अध्यक्षता में चल रहा है। मंगलवार को धरने में पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल, पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा तथा रघुवीर सिंह तेवतिया ने भी हिस्सा लिया। धरने पर निर्णय लिया गया कि टोल किस नियम के तहत लगाया गया है तथा टोल लगाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के क्या नियम है, उसकी जानकारी के लिए ज्यादा से ज्यादा आरटीआई लगाई जाएं। इस दौरान पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी भी सरकार के पूरे दबाव में हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार का खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी गदपुरी टोल पर बनाए गए 9 बूथ तथा भवनों को अवैध करार देते हुए उन्हें हटाने के लिए नोटिस दे रहा है। वहीं, एसडीएम की अदालत में याचिका दायर कर पुलिस सुरक्षा और ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मांग रहा है, लेकिन एसडीएम सरकार के दबाव में अवैध कब्जा हटाने की अनुमति नहीं दे रही हैं। जबकि शहरी क्षेत्र में आम व छोटे मोटे दुकानदारों द्वारा किए गए कब्जे को पुलिस बल ले जाकर हटाया जा रहा है। इससे साबित होता है कि सरकार के मंत्री, विधायक व अधिकारी इस टोल को लगाने वाले कंपनी क्यूब व रिलायंस की दलाली कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पलवल जिले के लोग किसी भी सरकार के दबाव में झुकने वाले नहीं है। यह टोल हटकर रहेगा, चाहे कितना ही लंबा संघर्ष क्यों न करना पड़े। दलाल ने कहा कि इसके लिए अदालत का भी सहारा लिया जा रहा है और जनांदोलन भी किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजाना टोल पर धरने में लेकर आएं।
पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा ने बताया कि टोल हटाने के विरोध में व्यापारिक, सामाजिक संस्थाओं के अलावा किसान संघर्ष समिति ने भी अपना समर्थन दिया है। फरीदाबाद व पलवल के आम लोगों का भी समर्थन मिल रहा है। इसके विरोध में एक बड़ा आंदोलन तैयार होने वाला है। संयोजक रतन सिंह सौरोत ने कहा कि टोल हटाने के विरोध में यहां 24 घंटे नियमित धरना चलेगा, जब तक यह टोल नहीं हटाया जाएगा। आज के धरने को समिति के संरक्षक ओम प्रकाश शर्मा ने भी संबोधित किया।
पलवल। फरीदाबाद-पलवल के बीच गदपुरी में लगाए जा रहे टोल बैरियर को हटाने की मांग के लिए चल रहे धरने में मंगलवार को गांव भनकपुर, पृथला और गदपुरी के लोग बैठे। धरना गदपुरी टोल हटाओ संघर्ष समिति के संयोजक रतन सिंह सौरोत की अध्यक्षता में चल रहा है। मंगलवार को धरने में पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल, पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा तथा रघुवीर सिंह तेवतिया ने भी हिस्सा लिया। धरने पर निर्णय लिया गया कि टोल किस नियम के तहत लगाया गया है तथा टोल लगाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के क्या नियम है, उसकी जानकारी के लिए ज्यादा से ज्यादा आरटीआई लगाई जाएं। इस दौरान पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी भी सरकार के पूरे दबाव में हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार का खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी गदपुरी टोल पर बनाए गए 9 बूथ तथा भवनों को अवैध करार देते हुए उन्हें हटाने के लिए नोटिस दे रहा है। वहीं, एसडीएम की अदालत में याचिका दायर कर पुलिस सुरक्षा और ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मांग रहा है, लेकिन एसडीएम सरकार के दबाव में अवैध कब्जा हटाने की अनुमति नहीं दे रही हैं। जबकि शहरी क्षेत्र में आम व छोटे मोटे दुकानदारों द्वारा किए गए कब्जे को पुलिस बल ले जाकर हटाया जा रहा है। इससे साबित होता है कि सरकार के मंत्री, विधायक व अधिकारी इस टोल को लगाने वाले कंपनी क्यूब व रिलायंस की दलाली कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पलवल जिले के लोग किसी भी सरकार के दबाव में झुकने वाले नहीं है। यह टोल हटकर रहेगा, चाहे कितना ही लंबा संघर्ष क्यों न करना पड़े। दलाल ने कहा कि इसके लिए अदालत का भी सहारा लिया जा रहा है और जनांदोलन भी किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजाना टोल पर धरने में लेकर आएं।
पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा ने बताया कि टोल हटाने के विरोध में व्यापारिक, सामाजिक संस्थाओं के अलावा किसान संघर्ष समिति ने भी अपना समर्थन दिया है। फरीदाबाद व पलवल के आम लोगों का भी समर्थन मिल रहा है। इसके विरोध में एक बड़ा आंदोलन तैयार होने वाला है। संयोजक रतन सिंह सौरोत ने कहा कि टोल हटाने के विरोध में यहां 24 घंटे नियमित धरना चलेगा, जब तक यह टोल नहीं हटाया जाएगा। आज के धरने को समिति के संरक्षक ओम प्रकाश शर्मा ने भी संबोधित किया।
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