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यमुनानगर/साढौरा। साढौरा बीडीपीओ कार्यालय लेखाकार शमशेर सिंह पर विभिन्न योजनाओं और नीलामी से संबंधित रखे सरकारी रिकार्ड को खुर्द बुर्द करने के आरोप में पुलिस ने केस दर्ज किया है। यह कार्रवाई साढौरा थाना पुलिस ने बीडीपीओ भजन लाल की शिकायत पर की है। बीडीपीओ भजन लाल ने इस मामले में 19 मई को पुलिस को शिकायत की थी।
बीडीपीओ भजन लाल ने बताया कि गांव पांडों, कनीपला व राजपुर में पंचायत समिति की खेती की जमीन पर कुछ लोगों द्वारा नाजायज तौर पर खेती किए जाने बारे उन्हें शिकायत मिली थी। मौका करने पर इस पर करीब एकड़ जमीन पर खेती होना पाया गया। लेकिन खेती करने वाले इस बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। पंचायत समिति की जमीन का रिकार्ड लेखाकार के पास होता है। इसलिए जब लेखाकार शमशेर सिंह से यह रिकार्ड तलब किया गया तो वह इसे पेश नहीं कर पाया। इस बारे में शमशेर सिंह से स्पष्टीकरण मांगा तो उसका जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया। बीडीपीओ भजन लाल ने बताया कि लेखाकार के पास ही विवेकाधीन ग्रांट व पंचायत समिति की जमीनों की बोली सहित कई अन्य योजनाओं का रिकार्ड होता है। लेकिन कई बार तलब किए जाने के बावजूद वह कोई भी रिकार्ड पेश नहीं कर पाया है। शक जाहिर किया जा रहा है कि शमशेर ने इन योजनाओं में की गई हेराफेरी को छिपाने के लिए रिकार्ड को खुर्दबुर्द किया है।
साढौरा एसएचओ दिनेश ने बताया कि बीडीपीओ की शिकायत के बाद 24 मई को लेखाकार शमशेर सिंह को जवाब देने के लिए बुलाया गया था। शमशेर सिंह ने 28 मई को लिखित में अपना स्पष्टीकरण दिया। शमशेर सिंह के स्पष्टीकरण बारे डीडीपीओ से राय मांगी गई थी। डीडीपीओ कार्यालय से मिली राय के आधार पर लेखाकार शमशेर सिंह के विरुद्ध सरकारी रिकार्ड को खुर्दबुर्द करने का जिम्मेदार पाया गया है। इसलिए लेखाकार शमशेर के विरुद्ध केस दर्ज करके जांच शुरू की गई है।
यमुनानगर/साढौरा। साढौरा बीडीपीओ कार्यालय लेखाकार शमशेर सिंह पर विभिन्न योजनाओं और नीलामी से संबंधित रखे सरकारी रिकार्ड को खुर्द बुर्द करने के आरोप में पुलिस ने केस दर्ज किया है। यह कार्रवाई साढौरा थाना पुलिस ने बीडीपीओ भजन लाल की शिकायत पर की है। बीडीपीओ भजन लाल ने इस मामले में 19 मई को पुलिस को शिकायत की थी।
बीडीपीओ भजन लाल ने बताया कि गांव पांडों, कनीपला व राजपुर में पंचायत समिति की खेती की जमीन पर कुछ लोगों द्वारा नाजायज तौर पर खेती किए जाने बारे उन्हें शिकायत मिली थी। मौका करने पर इस पर करीब एकड़ जमीन पर खेती होना पाया गया। लेकिन खेती करने वाले इस बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। पंचायत समिति की जमीन का रिकार्ड लेखाकार के पास होता है। इसलिए जब लेखाकार शमशेर सिंह से यह रिकार्ड तलब किया गया तो वह इसे पेश नहीं कर पाया। इस बारे में शमशेर सिंह से स्पष्टीकरण मांगा तो उसका जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया। बीडीपीओ भजन लाल ने बताया कि लेखाकार के पास ही विवेकाधीन ग्रांट व पंचायत समिति की जमीनों की बोली सहित कई अन्य योजनाओं का रिकार्ड होता है। लेकिन कई बार तलब किए जाने के बावजूद वह कोई भी रिकार्ड पेश नहीं कर पाया है। शक जाहिर किया जा रहा है कि शमशेर ने इन योजनाओं में की गई हेराफेरी को छिपाने के लिए रिकार्ड को खुर्दबुर्द किया है।
साढौरा एसएचओ दिनेश ने बताया कि बीडीपीओ की शिकायत के बाद 24 मई को लेखाकार शमशेर सिंह को जवाब देने के लिए बुलाया गया था। शमशेर सिंह ने 28 मई को लिखित में अपना स्पष्टीकरण दिया। शमशेर सिंह के स्पष्टीकरण बारे डीडीपीओ से राय मांगी गई थी। डीडीपीओ कार्यालय से मिली राय के आधार पर लेखाकार शमशेर सिंह के विरुद्ध सरकारी रिकार्ड को खुर्दबुर्द करने का जिम्मेदार पाया गया है। इसलिए लेखाकार शमशेर के विरुद्ध केस दर्ज करके जांच शुरू की गई है।
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