सचिन पायलट ने 3 कृषि कानूनों का हवाला देकर अग्निपथ योजना पर साधा निशाना, कहा- हमारा सत्याग्रह जारी रहेगा


राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अग्निपथ के योजना के विरोध में नई दिल्ली में जंतर-मंतर पर पर धरने को संबोधित किया। सचिन पायलट ने 3 कृषि कानूनों का हवाला देकर अग्निुपथ योजना पर निशाना साधा। पायलट ने कहा कि किसानों के विरोध के चलते 3 कृषि कानून वापस लेने पडे़ थे उसी प्रकार युवाओं के विरोध पर अग्निपथ योजना वापस लेनी पड़ेगी। पायलट ने कहा कि केंद्र सरकार की तानाशाही और जन विरोधी नीतियों के खिलाफ हमारा सत्याग्रह जारी रहेगा। सचिन पायलट आज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में दिल्ली में आयोजित सत्याग्रह में शामिल हुए। 

पायलट बोले- कांग्रेस युवाओं के साथ

पायलट ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस संघर्ष में देश के युवाओं के साथ खड़ी है। कांग्रेस पार्टी अग्निपथ योजना का विरोध करेगी। यह योजना देशहित में बिलकुल भी नहीं है। योजना के माध्यम से युवाओं के हितों को कुचला जा रहा है। देश का युवा आक्रोशित है। कांग्रेस पार्टी युवाओं के साथ अन्याय नहीं होने देगी। पूरे देश में जिस प्रकार से युवा वर्ग में आक्रोश पैदा हुआ है। सयम रहते युवाओं की भावनाओं को पीएम मोदी को और सरकार को समझ लेना चाहिए। बिना बहस के जल्दबाजी में अग्निपथ योजना का फैसला किया गया है। जिसे देश की जनता ने अस्वीकार कर लिया है। रिटायर्ट फौजी अफसरों ने अस्वीकर कर दिया है। फौज में जो अनुभव रखते हैं उनके रिएक्शन देखे होंते तो सब एक स्वर में कह रहे हैं कि योजना किसी भी रूप में देशहित में नहीं है। युवाओं के हित में नहीं है। सरकार को चाहिए कि जल्दी फैसला करें। सीएम गहलोत ने कहा कि मेरा मानना है कि इस योजना को वापस ले लेना चाहिए। 

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गहलोत ने पीएम मोदी पर साधा निशाना 

सीएम गहलोत ने भी धरने को संबोधित किया। सीएम ने कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने और कांग्रेस मुख्यालय में पुलिस घुसने पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। सीएम गहलोत ने कहा- राजस्थान के बीजेपी दफ्तर में पुलिस घुस जाएगी तो बीजेपी पर क्या बीतेगी। सीएम गहलोत ने दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी पर जमकर प्रहार किए। सीएम ने कहा कि राजस्थान में हमारी सरकार है। बीजपी वाले राजस्थान में आंदोलन करें, तो क्या हम वो ही व्यवहार करें जो इन्होंने हमारे साथ किया। एआईसीसी का दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गए। मीडियावालों को और वर्कर्स को पीटकर बाहर निकाल दिया। राजस्थान में आज हम लोग सरकार में है। बीजेपी अगर शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रही है। धरना दे रही है। प्रदर्शन कर रही है, तो करे वो डेमोक्रेसी है। तो क्या हम ऐसा ही व्यवहार करें वहां पर तो इन पर क्या बीतेगी? राजस्थान के जितने भी तथाकथित नेता हैं। उनको यहां मैसेज देना चाहिए कि एआईसीसी में पुलिस भेजकर आपने बहुत गलत काम किया है। हम यहां बैठे हैं। हमारा ऑफिस है बीजेपी का, कल सरकार हमारी नहीं है, कोई हमारे ऑफिस में घुस जाएं तो फिर क्या होगा? ये उनकी ड्यूटी बनती है।

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