संशोधित… अग्निपथ के विरोध में 500 युवाओं ने पांच घंटे शहर में मचाया उत्पात


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महेंद्रगढ़। 500 से अधिक युवाओं ने अग्निपथ योजना के विरोध में पांच घंटे तक शहर में जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान एक दर्जन से अधिक वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। रेलवे स्टेशन पर रेलवे की तकनीकी शाखा में एक बोलेरो कैंपर व चार जेनरेटर को आग लगा दी। रेलवे ट्रैक पर अवरोधक डालकर उसमें भी आग लगा दी। महेंद्रगढ़ क्षेत्र में इससे पूर्व इतना उग्र आंदोलन कभी भी नहीं हुआ था। महेंद्रगढ़ स्टेशन पर तोड़फोड़ की सूचना के बाद सुबह 10.40 बजे महेंद्रगढ़ स्टेशन पर पहुंचने वाली दिल्ली-बीकानेर ट्रेन को भी दो घंटे दस मिनट तक कनीना रेलवे स्टेशन पर रोके रखा गया। स्थिति सामान्य होने पर 12.40 बजे कनीना से ट्रेन को रवाना किया गया। व्यापार मंडल कनीना में यात्रियों के लिए भोजन व पानी की व्यवस्था की। उधर, महेंद्रगढ़ के रेलवे स्टेशन पर उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने युवाओं को खदेड़ा। पुलिस ने 35 युवाओं को हिरासत में भी लिया। देर शाम पुलिस ने 14 नामजद और 300 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
सुबह आठ बजे हुड्डा पार्क में 500 के करीब युवा एकत्रित हो गए। इसके बाद युवाओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। हुड्डा पार्क की टाइलें उखाड़नी शुरू कर दीं। भारी पुलिस बल की तैनाती होने के बावजूद युवाओं ने राव तुलाराम चौक पर पहुंचकर स्टेट हाईवे को जाम कर दिया। पुलिस की सख्ती के बाद युवा दादरी रोड की तरफ चल पड़े और पुल के नीचे से रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए और जमकर तोड़फोड़ की।
पथराव के दौरान कई शोरूम, एक निजी स्कूल भवन और वाहनों के शीशे टूट गए। रेलवे की तकनीकी शाखा कार्यालय से ड्रम व अन्य सामान उठाकर रेलवे ट्रैक पर डाल दिया। चार जेनरेटर व एक गाड़ी को आग के हवाले करने के बाद कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की। जब रेलवे स्टेशन की तरफ बढ़े तो पुलिस ने भी सख्ती दिखाते हुए वहां से भीड़ को खदेड़ दिया। इसके बाद महेंद्रगढ़-रेवाड़ी सड़क मार्ग पर पहुंचकर वाहनों पर पथराव शुरू कर दिया। युवाओं की उग्र भीड़ को देखकर रेलवे कर्मचारियों ने भी यात्रियों को स्टेशन से बाहर निकालकर अधिकतर कार्यालयों के गेट बंद कर दिए। आक्रोशित युवा रेलवे स्टेशन के भवन तक नहीं पहुंच पाए, लेकिन तकनीकी शाखा कार्यालय में कुर्सियां, शीशे, खिड़कियां, पेड़-पौधों को उखाड़ने के बाद एक अधिकारी की गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। रेलवे स्टेशन पर बने क्वार्टरों में रहने वाले बच्चों एवं महिलाओं में भी दहशत फैल गई। आगजनी से बचाव के लिए जीआरपी व आरपीएफ ने भी स्टेशन से सभी गाड़ियों को बाहर करा दिया।
जिलेभर की पुलिस पहुंची महेंद्रगढ़
युवाओं के विरोध की जानकारी पुलिस को पहले ही थी। उग्र भीड़ से निपटने के लिए एसपी विक्रांत भूषण, एएसपी सिद्धांत जैन, डीएसपी राजीव कुमार, शहर थाना प्रभारी अश्वनी कुमार के साथ-साथ महेंद्रगढ़ व नारनौल डीएसपी की देखरेख में एक हजार से अधिक पुलिस कर्मचारियों ने मुस्तैदी दिखाते हुए बड़ा नुकसान नहीं होने दिया और युवाओं को मुख्य शहर से बाहरी क्षेत्र में ही रखा। पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए युवाओं की भीड़ को एकत्रित नहीं होने दिया, जिसके कारण आंदोलन में अधिक नुकसान नहीं हो पाया।
दहशत से दुकानें हुईं बंद
युवाओं के उग्र आंदोलन को देखते हुए राव तुलाराम चौक से रिवासा तक की सभी दुकानें बंद कर दुकानदार बाहर बैठ गए। इसके अलावा रेलवे स्टेशन के आसपास सभी दुकानों को बंद कर दुकानदार भी अपने घर चले गए। माजरा चुंगी पर भी दोपहर तक अधिकतर दुकानें बंद रहीं।
दोपहर तक बंद रही बस सेवा
विरोध प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए राज्य परिवहन के बस स्टैंड पर दोनों मुख्य द्वारों पर ताले लगाकर पुलिस कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई, लेकिन दोपहर बाद 20 से अधिक युवाओं ने वर्कशॉप पर पथराव कर शीशे तोड़ दिए। पुलिस ने शहर के चारों ओर नाकेबंदी कर वाहनों के प्रवेश पर कुछ समय के लिए पाबंदी लगा दी। रेवाड़ी, नारनौल, दादरी और सतनाली की ओर से आने वाली बसों को शहर से बाहर ही खड़ा कर यात्रियों को उतारा गया।

महेंद्रगढ़। 500 से अधिक युवाओं ने अग्निपथ योजना के विरोध में पांच घंटे तक शहर में जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान एक दर्जन से अधिक वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। रेलवे स्टेशन पर रेलवे की तकनीकी शाखा में एक बोलेरो कैंपर व चार जेनरेटर को आग लगा दी। रेलवे ट्रैक पर अवरोधक डालकर उसमें भी आग लगा दी। महेंद्रगढ़ क्षेत्र में इससे पूर्व इतना उग्र आंदोलन कभी भी नहीं हुआ था। महेंद्रगढ़ स्टेशन पर तोड़फोड़ की सूचना के बाद सुबह 10.40 बजे महेंद्रगढ़ स्टेशन पर पहुंचने वाली दिल्ली-बीकानेर ट्रेन को भी दो घंटे दस मिनट तक कनीना रेलवे स्टेशन पर रोके रखा गया। स्थिति सामान्य होने पर 12.40 बजे कनीना से ट्रेन को रवाना किया गया। व्यापार मंडल कनीना में यात्रियों के लिए भोजन व पानी की व्यवस्था की। उधर, महेंद्रगढ़ के रेलवे स्टेशन पर उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने युवाओं को खदेड़ा। पुलिस ने 35 युवाओं को हिरासत में भी लिया। देर शाम पुलिस ने 14 नामजद और 300 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

सुबह आठ बजे हुड्डा पार्क में 500 के करीब युवा एकत्रित हो गए। इसके बाद युवाओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। हुड्डा पार्क की टाइलें उखाड़नी शुरू कर दीं। भारी पुलिस बल की तैनाती होने के बावजूद युवाओं ने राव तुलाराम चौक पर पहुंचकर स्टेट हाईवे को जाम कर दिया। पुलिस की सख्ती के बाद युवा दादरी रोड की तरफ चल पड़े और पुल के नीचे से रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए और जमकर तोड़फोड़ की।

पथराव के दौरान कई शोरूम, एक निजी स्कूल भवन और वाहनों के शीशे टूट गए। रेलवे की तकनीकी शाखा कार्यालय से ड्रम व अन्य सामान उठाकर रेलवे ट्रैक पर डाल दिया। चार जेनरेटर व एक गाड़ी को आग के हवाले करने के बाद कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की। जब रेलवे स्टेशन की तरफ बढ़े तो पुलिस ने भी सख्ती दिखाते हुए वहां से भीड़ को खदेड़ दिया। इसके बाद महेंद्रगढ़-रेवाड़ी सड़क मार्ग पर पहुंचकर वाहनों पर पथराव शुरू कर दिया। युवाओं की उग्र भीड़ को देखकर रेलवे कर्मचारियों ने भी यात्रियों को स्टेशन से बाहर निकालकर अधिकतर कार्यालयों के गेट बंद कर दिए। आक्रोशित युवा रेलवे स्टेशन के भवन तक नहीं पहुंच पाए, लेकिन तकनीकी शाखा कार्यालय में कुर्सियां, शीशे, खिड़कियां, पेड़-पौधों को उखाड़ने के बाद एक अधिकारी की गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। रेलवे स्टेशन पर बने क्वार्टरों में रहने वाले बच्चों एवं महिलाओं में भी दहशत फैल गई। आगजनी से बचाव के लिए जीआरपी व आरपीएफ ने भी स्टेशन से सभी गाड़ियों को बाहर करा दिया।

जिलेभर की पुलिस पहुंची महेंद्रगढ़

युवाओं के विरोध की जानकारी पुलिस को पहले ही थी। उग्र भीड़ से निपटने के लिए एसपी विक्रांत भूषण, एएसपी सिद्धांत जैन, डीएसपी राजीव कुमार, शहर थाना प्रभारी अश्वनी कुमार के साथ-साथ महेंद्रगढ़ व नारनौल डीएसपी की देखरेख में एक हजार से अधिक पुलिस कर्मचारियों ने मुस्तैदी दिखाते हुए बड़ा नुकसान नहीं होने दिया और युवाओं को मुख्य शहर से बाहरी क्षेत्र में ही रखा। पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए युवाओं की भीड़ को एकत्रित नहीं होने दिया, जिसके कारण आंदोलन में अधिक नुकसान नहीं हो पाया।

दहशत से दुकानें हुईं बंद

युवाओं के उग्र आंदोलन को देखते हुए राव तुलाराम चौक से रिवासा तक की सभी दुकानें बंद कर दुकानदार बाहर बैठ गए। इसके अलावा रेलवे स्टेशन के आसपास सभी दुकानों को बंद कर दुकानदार भी अपने घर चले गए। माजरा चुंगी पर भी दोपहर तक अधिकतर दुकानें बंद रहीं।

दोपहर तक बंद रही बस सेवा

विरोध प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए राज्य परिवहन के बस स्टैंड पर दोनों मुख्य द्वारों पर ताले लगाकर पुलिस कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई, लेकिन दोपहर बाद 20 से अधिक युवाओं ने वर्कशॉप पर पथराव कर शीशे तोड़ दिए। पुलिस ने शहर के चारों ओर नाकेबंदी कर वाहनों के प्रवेश पर कुछ समय के लिए पाबंदी लगा दी। रेवाड़ी, नारनौल, दादरी और सतनाली की ओर से आने वाली बसों को शहर से बाहर ही खड़ा कर यात्रियों को उतारा गया।

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