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पानीपत। वार्ड नंबर चार के रमेश नगर में दुर्गा मंदिर के पास निगम ठेकेदार को बिजली चोरी महंगी पड़ गई। स्थानीय लोगों ने इसकी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दी। इसके बाद बिजली निगम ने एक्शन लेते हुए बिजली चोरी की एलएलवन भरी और मोटर तक उतार ली। बताया जा रहा है कि ठेकेदार पर बिजली निगम ने करीब 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।
लोगों ने बताया कि ठेकेदार वार्ड में विकास कार्य करवाने के लिए यहां रखे एक ट्रांसफार्मर से बिजली का तार लगाकर बिजली चोरी कर रहा था। उन्होंने इसकी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दी। इसमें पूछा गया कि क्या बिजली चोरी की यह सुविधा आम लोगों के लिए भी है? इस वीडियो पर निगम अफसरों को लोगों ने सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल किया। इसके बाद इसकी शिकायत बिजली निगम के एक्सईएन को दी गई। एक्सईएन ने तीन जेई को मौके पर भेजा और ठेकेदार के खिलाफ बिजली चोरी की कार्रवाई की। इसके अलावा जिस मोटर को बिजली चोरी कर चलाया जा रहा था उसे भी बिजली निगम कर्मी अपने साथ ले गए।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बिजली चोरी ठेकेदार कर रहे हैं और जो लोग बिल भरते हैं, उनको ओवलोड की वजह से गर्मी में कटों का सामना करना पड़ता है। दूसरी ओर ट्रांसफार्मर से डायरेक्ट तार लगाकर काम करना किसी भी समय हादसे को न्योता दे सकता है। इस वजह से इस पर कार्रवाई के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया गया।
इस बारे में एक्सईएन, सिटी डिविजन वीके गोयल ने बताया कि उन्हें वार्ड चार से बिजली चोरी की एक शिकायत मिली थी, जिस पर टीम को मौके पर भेजकर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे।
पानीपत। वार्ड नंबर चार के रमेश नगर में दुर्गा मंदिर के पास निगम ठेकेदार को बिजली चोरी महंगी पड़ गई। स्थानीय लोगों ने इसकी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दी। इसके बाद बिजली निगम ने एक्शन लेते हुए बिजली चोरी की एलएलवन भरी और मोटर तक उतार ली। बताया जा रहा है कि ठेकेदार पर बिजली निगम ने करीब 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।
लोगों ने बताया कि ठेकेदार वार्ड में विकास कार्य करवाने के लिए यहां रखे एक ट्रांसफार्मर से बिजली का तार लगाकर बिजली चोरी कर रहा था। उन्होंने इसकी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दी। इसमें पूछा गया कि क्या बिजली चोरी की यह सुविधा आम लोगों के लिए भी है? इस वीडियो पर निगम अफसरों को लोगों ने सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल किया। इसके बाद इसकी शिकायत बिजली निगम के एक्सईएन को दी गई। एक्सईएन ने तीन जेई को मौके पर भेजा और ठेकेदार के खिलाफ बिजली चोरी की कार्रवाई की। इसके अलावा जिस मोटर को बिजली चोरी कर चलाया जा रहा था उसे भी बिजली निगम कर्मी अपने साथ ले गए।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बिजली चोरी ठेकेदार कर रहे हैं और जो लोग बिल भरते हैं, उनको ओवलोड की वजह से गर्मी में कटों का सामना करना पड़ता है। दूसरी ओर ट्रांसफार्मर से डायरेक्ट तार लगाकर काम करना किसी भी समय हादसे को न्योता दे सकता है। इस वजह से इस पर कार्रवाई के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया गया।
इस बारे में एक्सईएन, सिटी डिविजन वीके गोयल ने बताया कि उन्हें वार्ड चार से बिजली चोरी की एक शिकायत मिली थी, जिस पर टीम को मौके पर भेजकर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे।
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