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यमुनानगर। वर्क वीजा पर दंपती को अमेरिका भेजने के नाम पर कुछ लोगों ने उनसे 10.90 हजार रुपये ठग लिए, लेकिन आरोपियों ने न तो दंपती को अमेरिका भेजा और न ही उनके रुपये लौटाए। रुपये मांगने पर आरोपियों ने उन्हें जान से मारने व झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। इसकी शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने मामले में करनाल के गांव कलरी निवासी सात लोगों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
अलाहर निवासी मेजर सिंह ने जठलाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनके गांव की लड़की ऊषा करनाल के गांव कलरी में ब्याही गई है। उसका ऊषा के परिवार के साथ अच्छा मेल मिलाप था। करीब चार पांच माह पहले ऊषा अपने पति बलवंत सिंह और बेटे जतिन के साथ उनके गांव में आई थी। तब आरोपियों ने उन्हें बताया कि उन्होंने कलरी गांव के पूर्व सरपंच राजेश व गांव के ही अनुराग के साथ मिलकर विदेश भेजने का काम शुरू किया हुआ है। उन्होंने काफी युवाओं को वर्क वीजा पर अमेरिका भेजा है। तब आरोपियों ने उसे अपने चचेरे भाई गांव पंजेटो निवासी विजय व उसकी पत्नी निशा को अमेरिका भेजकर रोजगार दिलाने की बात कही। आरोपियों की बातों में उसने आरोपियों से बातचीत की। आरोपियों ने उसके चचेरे भाई व उसकी पत्नी को वर्क वीजा पर अमेरिका भेजने के नाम पर 42 लाख रुपये की मांग की। आधी रकम अमेरिका भेजने से पहले देनी तय की गई थी। उसके चचेरे भाई ने विभिन्न तारीखों में आरोपियों को 24.90 लाख रुपये दे दिए। आरोपियों ने कुछ दिन बाद उन्हें अमेरिका भेजने की बात कही, लेकिन आरोपियों ने उसके चचेरे भाई व उसकी पत्नी को अमेरिका नहीं भेजा। अमेरिका नहीं भेजने पर जब उन्होंने आरोपियों से बात की तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
इस पर उन्होंने 18 फरवरी को पंचायत की। जिसमें आरोपियों ने 14 लाख रुपये का चेक देकर बाकी रकम एक सप्ताह में देने की बात कही। लेकिन आरोपियों ने उसके बाकी 10 लाख 90 हजार रुपये नहीं दिए। रुपये मांगने पर आरोपी ने उसे झूठे केस में फंसाने और जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने मामले में आरोपी बलवंत, उसकी पत्नी ऊषा, बेटे जतिन, कलरी गांव के ही अनुराग, उसकी मां रेखा, पूर्व सरपंच राजेश व नरेश के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जठलाना थाना प्रभारी रघुबीर सिंह का कहना है कि मामले में सातों आरोपियों पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
यमुनानगर। वर्क वीजा पर दंपती को अमेरिका भेजने के नाम पर कुछ लोगों ने उनसे 10.90 हजार रुपये ठग लिए, लेकिन आरोपियों ने न तो दंपती को अमेरिका भेजा और न ही उनके रुपये लौटाए। रुपये मांगने पर आरोपियों ने उन्हें जान से मारने व झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। इसकी शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने मामले में करनाल के गांव कलरी निवासी सात लोगों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
अलाहर निवासी मेजर सिंह ने जठलाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनके गांव की लड़की ऊषा करनाल के गांव कलरी में ब्याही गई है। उसका ऊषा के परिवार के साथ अच्छा मेल मिलाप था। करीब चार पांच माह पहले ऊषा अपने पति बलवंत सिंह और बेटे जतिन के साथ उनके गांव में आई थी। तब आरोपियों ने उन्हें बताया कि उन्होंने कलरी गांव के पूर्व सरपंच राजेश व गांव के ही अनुराग के साथ मिलकर विदेश भेजने का काम शुरू किया हुआ है। उन्होंने काफी युवाओं को वर्क वीजा पर अमेरिका भेजा है। तब आरोपियों ने उसे अपने चचेरे भाई गांव पंजेटो निवासी विजय व उसकी पत्नी निशा को अमेरिका भेजकर रोजगार दिलाने की बात कही। आरोपियों की बातों में उसने आरोपियों से बातचीत की। आरोपियों ने उसके चचेरे भाई व उसकी पत्नी को वर्क वीजा पर अमेरिका भेजने के नाम पर 42 लाख रुपये की मांग की। आधी रकम अमेरिका भेजने से पहले देनी तय की गई थी। उसके चचेरे भाई ने विभिन्न तारीखों में आरोपियों को 24.90 लाख रुपये दे दिए। आरोपियों ने कुछ दिन बाद उन्हें अमेरिका भेजने की बात कही, लेकिन आरोपियों ने उसके चचेरे भाई व उसकी पत्नी को अमेरिका नहीं भेजा। अमेरिका नहीं भेजने पर जब उन्होंने आरोपियों से बात की तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
इस पर उन्होंने 18 फरवरी को पंचायत की। जिसमें आरोपियों ने 14 लाख रुपये का चेक देकर बाकी रकम एक सप्ताह में देने की बात कही। लेकिन आरोपियों ने उसके बाकी 10 लाख 90 हजार रुपये नहीं दिए। रुपये मांगने पर आरोपी ने उसे झूठे केस में फंसाने और जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने मामले में आरोपी बलवंत, उसकी पत्नी ऊषा, बेटे जतिन, कलरी गांव के ही अनुराग, उसकी मां रेखा, पूर्व सरपंच राजेश व नरेश के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जठलाना थाना प्रभारी रघुबीर सिंह का कहना है कि मामले में सातों आरोपियों पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
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