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नारनौल।। प्रदेश सरकार अवैध खनन और अरावली वन क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए वन दरोगाओं को गश्त करने के लिए बाइकें दी हैं। इससे वन दरोगाओं को क्षेत्र में समय पर पहुंचने में मदद मिलेगी। वहीं अवैध खनन करने व हरियाली को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों पर अंकुश लगेगा। जिला महेंद्रगढ़ में तीन रेंज क्षेत्र में करीब 14 वन दरोगा हैं। इनमें से दस दरोगाओं को बाइकें दी गई हैं।
बता दें कि जिले में अरावली क्षेत्र बायल, पांचनौता, मुसनौता, घाटासेर, रोपड़ सराय, मुकुंदपुुरा, बिहारीपुर, नावां डिगरोता, खुडाना आदि की तरफ अवैध रूप से खनन होता हैं जिससे अरावली को काफी नुकसान पहुंच रहा है। वन राजिक अधिकारी रजनीश कुमार ने बताया कि सरकार को पिछले वर्ष कार्यालय से रिपोर्ट बनाकर भेजी जिसमें वन दरोगाओं को क्षेत्र में गश्त के दौरान होने वाली परेशानियों के बारे में बताया गया था। वन दरोगाओं की बाइक मांग प्रमुख थी। जिसके चलते सरकार ने जिला महेंद्रगढ़ के लिए वन दरोगाओं को दस बाइक मिली है। जिनको किलोमीटर के हिसाब से पेट्रोल का पैसा मिलेगा। मिली जानकारी के अनुसार बाइक की एवरेज 45 किलोमीटर तय की गई है।
बाक्स
लॉगबुक में दर्ज करनी होगी दूरी
बाइकों में पट्रोल डलवाने के लिए वन विभाग ने प्रत्येक बाइक की लॉग बुक बनाई है। इस लॉग बुक में प्रत्येक बाइक का एरिया निर्धारित किया जाएगा। जितने किलोमीटर बाइक चलेगी उसी मुताबिक बाइक में पेट्रोल विभाग की ओर से दिया जाएगा। एक बाइक की एवरेज 45 किलोमीटर प्रति लीटर मानी गई है। दरोगाओं को किलोमीटर लॉग बुक में दर्ज करना होगा।
वर्जन
वन दरोगाओं को क्षेत्र में गश्त करने के लिए दस बाइक मिली है। अभी बाइक गुरुग्राम सर्किल कार्यालय में खड़ी है। जिले में वन दरोगाओं की 14 पोस्ट है। पहले उन दरोगाओं को प्राथमिकता से बाइक दी जाएगी जिनके क्षेत्र में अवैध खनन व पेड़ कटाई का काम होता है। – रजनीश कुमार वन राजिक अधिकारी नारनौल।
नारनौल।। प्रदेश सरकार अवैध खनन और अरावली वन क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए वन दरोगाओं को गश्त करने के लिए बाइकें दी हैं। इससे वन दरोगाओं को क्षेत्र में समय पर पहुंचने में मदद मिलेगी। वहीं अवैध खनन करने व हरियाली को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों पर अंकुश लगेगा। जिला महेंद्रगढ़ में तीन रेंज क्षेत्र में करीब 14 वन दरोगा हैं। इनमें से दस दरोगाओं को बाइकें दी गई हैं।
बता दें कि जिले में अरावली क्षेत्र बायल, पांचनौता, मुसनौता, घाटासेर, रोपड़ सराय, मुकुंदपुुरा, बिहारीपुर, नावां डिगरोता, खुडाना आदि की तरफ अवैध रूप से खनन होता हैं जिससे अरावली को काफी नुकसान पहुंच रहा है। वन राजिक अधिकारी रजनीश कुमार ने बताया कि सरकार को पिछले वर्ष कार्यालय से रिपोर्ट बनाकर भेजी जिसमें वन दरोगाओं को क्षेत्र में गश्त के दौरान होने वाली परेशानियों के बारे में बताया गया था। वन दरोगाओं की बाइक मांग प्रमुख थी। जिसके चलते सरकार ने जिला महेंद्रगढ़ के लिए वन दरोगाओं को दस बाइक मिली है। जिनको किलोमीटर के हिसाब से पेट्रोल का पैसा मिलेगा। मिली जानकारी के अनुसार बाइक की एवरेज 45 किलोमीटर तय की गई है।
बाक्स
लॉगबुक में दर्ज करनी होगी दूरी
बाइकों में पट्रोल डलवाने के लिए वन विभाग ने प्रत्येक बाइक की लॉग बुक बनाई है। इस लॉग बुक में प्रत्येक बाइक का एरिया निर्धारित किया जाएगा। जितने किलोमीटर बाइक चलेगी उसी मुताबिक बाइक में पेट्रोल विभाग की ओर से दिया जाएगा। एक बाइक की एवरेज 45 किलोमीटर प्रति लीटर मानी गई है। दरोगाओं को किलोमीटर लॉग बुक में दर्ज करना होगा।
वर्जन
वन दरोगाओं को क्षेत्र में गश्त करने के लिए दस बाइक मिली है। अभी बाइक गुरुग्राम सर्किल कार्यालय में खड़ी है। जिले में वन दरोगाओं की 14 पोस्ट है। पहले उन दरोगाओं को प्राथमिकता से बाइक दी जाएगी जिनके क्षेत्र में अवैध खनन व पेड़ कटाई का काम होता है। – रजनीश कुमार वन राजिक अधिकारी नारनौल।
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