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पानीपत। गांव बराना से अपहृत नौ वर्षीय रौनक का 36 घंटे बाद भी सुराग नहीं लग पाया है। सीआईए की तीन एवं सेक्टर 13-17 थाने की एक टीम पूरे गांव में सर्च ऑपरेशन चलाती रही। मामले में शक की सुई अपनों पर ही घूम रही है। रौनक के घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में अब तक धमकी भरा पत्र फेंकने वाले नहीं दिखे हैं। मंगलवार को सीआईए ने रौनक की मां-पिता, ताई-ताऊ, चाची और चचेरे भाई से पूछताछ की।
दो दिन पहले ही रौनक के पिता शिवकुमार के पास 15 लाख रुपये आए थे। इसकी जानकारी सिर्फ परिवार के लोगों को ही थी। पुलिस ने धमकी भरे पत्र एवं घर के बाहर पैसों के इंतजाम की सूचना की लिखाई का मिलान किया है, जिसके बाद से शक की सुई परिवार के लोगों पर ही अटक गई है। पुलिस ने परिवार के लोगों से मंगलवार को कई घंटे पूछताछ की। हालांकि देर शाम उन्हें छोड़ दिया गया।
ग्रामीण भी ठीकरी पहरा देकर रौनक को खोज रहे
गांव बराना के ग्रामीण भी पूरे गांव में ठीकरी पहरा दे रहे हैं। पुलिस तो गांव एवं आसपास रौनक की खोज कर रही है। ग्रामीण भी रौनक को खोजने में जुटे रहे। बालक के किसान पिता शिवकुमार ने बताया कि बेटा दूसरी कक्षा का छात्र है। सोमवार दोपहर घर के बाहर खेल रहा था। जब दोपहर ढाई बजे मां पशुओं को चारा डालने दूसरे घर गई तो रौनक नहीं मिला। आसपास तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला। घर पर पत्थर में लिपटा हुआ एक कागज मिला, जिसमें लिखा था कि बच्चा उनके पास है और 15 लाख रुपये चाहिए। अगर इसकी सूचना पुलिस को दी तो बच्चे की लाश मिलेगी। पैसों का इंतजाम हो जाए तो घर के बाहर क्रॉस का निशान लगाकर लिख देना कि पैसा तैयार है। परिजनों ने घर के बाहर कोयले से यह लिखा है कि पैसा तैयार है। अब तक इस मामले में कोई सुराग नहीं लगा है।
छह बार मां की लिखाई की हुई जांच
सीआईए ने मां सीमा एवं ताई गुड्डी से कई घंटे तक पूछताछ की। सीआईए ने मां से छह बार धमकी भरे पत्र में लिखे वाक्य अलग-अलग पेज पर लिखवाए। राइटिंग एक्सपर्ट से भी इसकी जांच कराई जा रही है।
पांच टीमें कर रहीं मामले की जांच
रौनक की तलाश में पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई है। अब तक रौनक का पता नहीं चल पाया है। पुलिस की पांच टीम मामले में विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है।
– शशांक कुमार सावन, एसपी पानीपत।
पानीपत। गांव बराना से अपहृत नौ वर्षीय रौनक का 36 घंटे बाद भी सुराग नहीं लग पाया है। सीआईए की तीन एवं सेक्टर 13-17 थाने की एक टीम पूरे गांव में सर्च ऑपरेशन चलाती रही। मामले में शक की सुई अपनों पर ही घूम रही है। रौनक के घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में अब तक धमकी भरा पत्र फेंकने वाले नहीं दिखे हैं। मंगलवार को सीआईए ने रौनक की मां-पिता, ताई-ताऊ, चाची और चचेरे भाई से पूछताछ की।
दो दिन पहले ही रौनक के पिता शिवकुमार के पास 15 लाख रुपये आए थे। इसकी जानकारी सिर्फ परिवार के लोगों को ही थी। पुलिस ने धमकी भरे पत्र एवं घर के बाहर पैसों के इंतजाम की सूचना की लिखाई का मिलान किया है, जिसके बाद से शक की सुई परिवार के लोगों पर ही अटक गई है। पुलिस ने परिवार के लोगों से मंगलवार को कई घंटे पूछताछ की। हालांकि देर शाम उन्हें छोड़ दिया गया।
ग्रामीण भी ठीकरी पहरा देकर रौनक को खोज रहे
गांव बराना के ग्रामीण भी पूरे गांव में ठीकरी पहरा दे रहे हैं। पुलिस तो गांव एवं आसपास रौनक की खोज कर रही है। ग्रामीण भी रौनक को खोजने में जुटे रहे। बालक के किसान पिता शिवकुमार ने बताया कि बेटा दूसरी कक्षा का छात्र है। सोमवार दोपहर घर के बाहर खेल रहा था। जब दोपहर ढाई बजे मां पशुओं को चारा डालने दूसरे घर गई तो रौनक नहीं मिला। आसपास तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला। घर पर पत्थर में लिपटा हुआ एक कागज मिला, जिसमें लिखा था कि बच्चा उनके पास है और 15 लाख रुपये चाहिए। अगर इसकी सूचना पुलिस को दी तो बच्चे की लाश मिलेगी। पैसों का इंतजाम हो जाए तो घर के बाहर क्रॉस का निशान लगाकर लिख देना कि पैसा तैयार है। परिजनों ने घर के बाहर कोयले से यह लिखा है कि पैसा तैयार है। अब तक इस मामले में कोई सुराग नहीं लगा है।
छह बार मां की लिखाई की हुई जांच
सीआईए ने मां सीमा एवं ताई गुड्डी से कई घंटे तक पूछताछ की। सीआईए ने मां से छह बार धमकी भरे पत्र में लिखे वाक्य अलग-अलग पेज पर लिखवाए। राइटिंग एक्सपर्ट से भी इसकी जांच कराई जा रही है।
पांच टीमें कर रहीं मामले की जांच
रौनक की तलाश में पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई है। अब तक रौनक का पता नहीं चल पाया है। पुलिस की पांच टीम मामले में विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है।
– शशांक कुमार सावन, एसपी पानीपत।
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