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झाबुआ गांव के जंगलों में बाघ के पैरों के निशान मिले हैं।
राजस्थान के सरिस्का जंगल से भटककर हरियाणा के बावल के झाबुआ गांव में टाइगर के राजस्थान-हरियाणा सीमा पर पहुंचने के बाद रेवाड़ी वन विभाग भी अलर्ट हो गया है। यह वही बाघ एसटी 2303 है जो कुछ समय पहले रेवाड़ी जिले में घुस आया था।
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कई दिनों से इलाके के लोग बाघ की वजह से दहशत में थे। उस समय बाघ वापस लौट गया था। लेकिन अब एक बार फिर बाघ ने दस्तक दी है। इस बार बावल के झाबुआ में हरियाणा-राजस्थान सीमा पर बाघ के पैरों के निशान मिले हैं।
ग्रामीणों ने बाघ की दहाड़ भी सुनी
बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने बाघ की दहाड़ भी सुनी थी। बाघ की तलाश के लिए आज अभियान चलाया गया। लेकिन अभी तक बाघ नहीं मिला है। जानकारी के अनुसार कुछ समय पहले सरिस्का जंगल से बाघ लापता हो गया था।
बाघ के पैरों के निशान मिले
बाघ की तलाश होते ही राजस्थान वन टीम को पता चला कि बाघ पहले स्थान की ओर बढ़ रहा है। राजस्थान वन टीम उसका पीछा कर रही है। आज राजस्थान-हरियाणा सीमा पर रेवाड़ी के झाबुआ गांव के जंगलों में बाघ के पैरों के निशान मिले हैं।
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