रेवाड़ी और धारूहेड़ा में खाद्य सुरक्षा विभाग के फिर पड़े छापे, दो नमूने लेकर जांच के लिए भिजवाए


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जिले में खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। वीरवार को एक फिर खाद्य एवं पेय पदार्थों के नमूने लेने के लिए टीम निकली और जिला मुख्यालय के साथ लगते गांव ढालियावास में मीठा शरबत बनाने वाली एक कंपनी से बोतल बंद पेय का एक नमूना लिया। उधर कस्बा धारूहेड़ा के सुपर बाजार से भी दाल का नमूना लिया है।
टीम अधिकारियों के अनुसार गर्मी के मौसम में लगातार खाद्य एवं पेय पदार्थों में मिलावट की शिकायतें आ रहीं हैं, जिन पर विभाग सख्त कदम उठा रहा है। मिलावटी पेय पदार्थ हों या मिलावटी दालें सभी मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। जनता की ओर से इसके बारे में सूचना मिलने के बाद संबंधित व्यापारिक प्रतिष्ठान या निजी दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए खाद्य या पेय पदार्थ के नमूने लिए जाते हैं। वीरवार को भी दो नमूने लेने के बाद टीम ने सील करके जांच के लिए प्रयोगशाला में भिजवा दिया है। बता दें, कि जिले में लगातार गत वर्ष नवंबर माह से खाद्य या पेय पदार्थों के नमूने मिलावट होने के शक के चलते लिए जा रहे हैं। जिले में 154 से अधिक नमूनों में जांच के दौरान मिलावट पाई गई।
अब जिले में गर्मी के मौसम के चलते कम कीमत वाली मीठा शरबत बनाने वाला पेय बनाने वाली कंपनियों पर खाद्य सुरक्षा विभाग की कड़ी नजर है। इससे पहले भी विभाग ने नामी गिरामी कंपनियों के सरसों के तेल, दूध, पनीर, आटा, मैदा, देशी घी, दूध से बनी मिठाई कलाकंद, रसगुल्ला, लड्डू, बर्फी और पनीर समेत अन्य चीजों के नमूने लिए हैं। कुछ कंपनियों के बोतल पेयजल के नमूने भी जांच के लिए भिजवाए गए हैं जो मिनरल वाटर के नाम पर बाजार में धड़ाधड़ बिक रहे थे। विभागीय अधिकारियों के अनुसार गर्मियों के दिनों में महानगरों से पॉलिश हुई दालें आ रही हैं जो मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। इनके नमूने लेने की मुहिम छेड़ते हुए विभागीय टीम ने कस्बा धारूहेड़ा की सुपर बाजार दुकान से दाल का एक नमूना लेकर जांच के लिए भिजवाया है।
– वीरवार को लिए एक मीठा शरबत का नमूना और दूूसरा दाल का नमूना जांच के लिए भिजवा दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ. दीपक चौधरी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, रेवाड़ी।

जिले में खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। वीरवार को एक फिर खाद्य एवं पेय पदार्थों के नमूने लेने के लिए टीम निकली और जिला मुख्यालय के साथ लगते गांव ढालियावास में मीठा शरबत बनाने वाली एक कंपनी से बोतल बंद पेय का एक नमूना लिया। उधर कस्बा धारूहेड़ा के सुपर बाजार से भी दाल का नमूना लिया है।

टीम अधिकारियों के अनुसार गर्मी के मौसम में लगातार खाद्य एवं पेय पदार्थों में मिलावट की शिकायतें आ रहीं हैं, जिन पर विभाग सख्त कदम उठा रहा है। मिलावटी पेय पदार्थ हों या मिलावटी दालें सभी मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। जनता की ओर से इसके बारे में सूचना मिलने के बाद संबंधित व्यापारिक प्रतिष्ठान या निजी दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए खाद्य या पेय पदार्थ के नमूने लिए जाते हैं। वीरवार को भी दो नमूने लेने के बाद टीम ने सील करके जांच के लिए प्रयोगशाला में भिजवा दिया है। बता दें, कि जिले में लगातार गत वर्ष नवंबर माह से खाद्य या पेय पदार्थों के नमूने मिलावट होने के शक के चलते लिए जा रहे हैं। जिले में 154 से अधिक नमूनों में जांच के दौरान मिलावट पाई गई।

अब जिले में गर्मी के मौसम के चलते कम कीमत वाली मीठा शरबत बनाने वाला पेय बनाने वाली कंपनियों पर खाद्य सुरक्षा विभाग की कड़ी नजर है। इससे पहले भी विभाग ने नामी गिरामी कंपनियों के सरसों के तेल, दूध, पनीर, आटा, मैदा, देशी घी, दूध से बनी मिठाई कलाकंद, रसगुल्ला, लड्डू, बर्फी और पनीर समेत अन्य चीजों के नमूने लिए हैं। कुछ कंपनियों के बोतल पेयजल के नमूने भी जांच के लिए भिजवाए गए हैं जो मिनरल वाटर के नाम पर बाजार में धड़ाधड़ बिक रहे थे। विभागीय अधिकारियों के अनुसार गर्मियों के दिनों में महानगरों से पॉलिश हुई दालें आ रही हैं जो मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। इनके नमूने लेने की मुहिम छेड़ते हुए विभागीय टीम ने कस्बा धारूहेड़ा की सुपर बाजार दुकान से दाल का एक नमूना लेकर जांच के लिए भिजवाया है।

– वीरवार को लिए एक मीठा शरबत का नमूना और दूूसरा दाल का नमूना जांच के लिए भिजवा दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।

– डॉ. दीपक चौधरी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, रेवाड़ी।

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