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बराड़ा। रेलवे कॉलोनी बराड़ा में रहने वाले रेलवे स्टेशन अधीक्षक अवधेश कुमार के बेटे अमन कुमार का भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर ओटीए गया से कमीशन हुआ है। जिससे पूरे रेलवे कॉलोनी में खुशी और हर्ष का माहौल है। अवधेश कुमार ने बताया कि अमन बचपन से ही होनहार और काबिल छात्र रहा है। उसने अपनी शिक्षा पीकेआर जैन सीनियर सेकेंडरी स्कूल सिटी में ग्रहण की। उसके बाद एसएसबी कपूरथला द्वारा इनका चयन भारतीय सेना में टेक्निकल एंट्री के थ्रू लेफ्टिनेंट के पद पर हुआ। एक साल ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी गया में बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग लेने के बाद इन्हें बीटेक करने के लिए मिलिट्री कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग सिकंदराबाद भेजा गया। जहां तीन साल की कड़ी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद 11 जून को उनकी पासिंग आउट परेड ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी गया से हुई और लेफ्टिनेंट के पद पर भारतीय सेना में नियुक्त किए गए।
आखिरकार अमन ने पूरा कर दिखाया सपना
अमन कुमार के पिता अवधेश कुमार ने बताया कि वे उत्तर प्रदेश के शामली के मूल निवासी हैं। पिछले करीब 12 सालों से वे हरियाणा में ही रह रहे हैं। वे रेलवे में स्टेशन अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। पत्नी गृहिणी हैं और अमन कुमार की एक बहन हैं जो बारहवीं में पढ़ रही हैं। उन्होंने बताया कि शुरू से ही अमन की लगन इंडियन आर्मी के प्रति रही, जिसे उसने पूरा कर दिखाया है। उनका कहना है कि देश प्रेम की भावना केवल इंडियन आर्मी के सैनिक के भीतर नहीं, बल्कि देश के हर नागरिक के भीतर होना जरूरी है।
बराड़ा। रेलवे कॉलोनी बराड़ा में रहने वाले रेलवे स्टेशन अधीक्षक अवधेश कुमार के बेटे अमन कुमार का भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर ओटीए गया से कमीशन हुआ है। जिससे पूरे रेलवे कॉलोनी में खुशी और हर्ष का माहौल है। अवधेश कुमार ने बताया कि अमन बचपन से ही होनहार और काबिल छात्र रहा है। उसने अपनी शिक्षा पीकेआर जैन सीनियर सेकेंडरी स्कूल सिटी में ग्रहण की। उसके बाद एसएसबी कपूरथला द्वारा इनका चयन भारतीय सेना में टेक्निकल एंट्री के थ्रू लेफ्टिनेंट के पद पर हुआ। एक साल ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी गया में बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग लेने के बाद इन्हें बीटेक करने के लिए मिलिट्री कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग सिकंदराबाद भेजा गया। जहां तीन साल की कड़ी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद 11 जून को उनकी पासिंग आउट परेड ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी गया से हुई और लेफ्टिनेंट के पद पर भारतीय सेना में नियुक्त किए गए।
आखिरकार अमन ने पूरा कर दिखाया सपना
अमन कुमार के पिता अवधेश कुमार ने बताया कि वे उत्तर प्रदेश के शामली के मूल निवासी हैं। पिछले करीब 12 सालों से वे हरियाणा में ही रह रहे हैं। वे रेलवे में स्टेशन अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। पत्नी गृहिणी हैं और अमन कुमार की एक बहन हैं जो बारहवीं में पढ़ रही हैं। उन्होंने बताया कि शुरू से ही अमन की लगन इंडियन आर्मी के प्रति रही, जिसे उसने पूरा कर दिखाया है। उनका कहना है कि देश प्रेम की भावना केवल इंडियन आर्मी के सैनिक के भीतर नहीं, बल्कि देश के हर नागरिक के भीतर होना जरूरी है।
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