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गांव लिवासपुर-जाट जोशी के पास जाजल रेनीवेल लाइन की वॉल्व ठीक करने में भी लापरवाही की गई। नगर निगम की ओर से एक दिन पहले ठीक की गई वॉल्व शुक्रवार को दोबारा लीक हो गई। ऐसे में कई घंटे तक बहालगढ़ रोड पर पानी बहता रहा। सूचना मिलने पर शुक्रवार दोपहर बाद निगम के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। पेयजल लाइन बंद करवाकर लीकेज वॉल्व को ठीक किया।
गांव जाजल से शहर तक पानी आपूर्ति के लिए पांच साल पहले 100 करोड़ रुपये की लागत से पेयजल लाइन बिछाई गई की। शहर के लोगों को पहले ही पानी के लिए तरसना पड़ता है। वीरवार सुबह पांच बजे पानी की आपूर्ति शुरू हुई तो लिवासपुर-जाट जोशी के बीच वॉल्व से फव्वारा फूट पड़ा था। करीब 30 फीट ऊपर तक पानी का फव्वारा चलता रहा और पानी बर्बाद होता रहा। सुबह ही अधिकारियों को पता लग गया था, लेकिन शहर में पेयजल आपूर्ति करने के लिए जाजल में आपूर्ति बंद नहीं की गई। दोपहर बाद गांव जाजल स्थित रेनीवेल पर ट्यूबवेल बंद करके लीक हुई वॉल्व को ठीक किया गया था। इसी तरह शुक्रवार दोपहर दोबारा वॉल्व लीक हो गई। ऐसे में पीने का पानी सडक़ पर बर्बाद होता रहा। नगर निगम के अधिकारियों को वॉल्व की दोबारा लीक होने की भनक तक नहीं लग सकी। इसके बाद नगर निगम के कार्यकारी अभियंता व उपमंडल अधिकारी को फोन पर सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद अधिकारियों ने कर्मचारियों को दोबारा उसी स्थान पर भेजा गया, जहां पर वीरवार को लाइन लीक हो गई थी। कर्मचारियों ने गांव लिवासपुर के पास पहुंचकर गांव जाजल से ट्यबवेल बंद करवाए और वॉल्व को ठीक किया जा सका। इस दौरान काफी पानी बर्बाद हो गया।
रेनीवेल लाइन की वॉल्व दोबारा लीक हो जाने के कारण बहालगढ़ रोड पर पानी बह गया। रेनीवेल लाइन की वॉल्व पर रबड़ लगवाकर लाइन को चालू कर दिया गया है।
सतीश कुमार, उपमंडल अधिकारी, नगर निगम
गांव लिवासपुर-जाट जोशी के पास जाजल रेनीवेल लाइन की वॉल्व ठीक करने में भी लापरवाही की गई। नगर निगम की ओर से एक दिन पहले ठीक की गई वॉल्व शुक्रवार को दोबारा लीक हो गई। ऐसे में कई घंटे तक बहालगढ़ रोड पर पानी बहता रहा। सूचना मिलने पर शुक्रवार दोपहर बाद निगम के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। पेयजल लाइन बंद करवाकर लीकेज वॉल्व को ठीक किया।
गांव जाजल से शहर तक पानी आपूर्ति के लिए पांच साल पहले 100 करोड़ रुपये की लागत से पेयजल लाइन बिछाई गई की। शहर के लोगों को पहले ही पानी के लिए तरसना पड़ता है। वीरवार सुबह पांच बजे पानी की आपूर्ति शुरू हुई तो लिवासपुर-जाट जोशी के बीच वॉल्व से फव्वारा फूट पड़ा था। करीब 30 फीट ऊपर तक पानी का फव्वारा चलता रहा और पानी बर्बाद होता रहा। सुबह ही अधिकारियों को पता लग गया था, लेकिन शहर में पेयजल आपूर्ति करने के लिए जाजल में आपूर्ति बंद नहीं की गई। दोपहर बाद गांव जाजल स्थित रेनीवेल पर ट्यूबवेल बंद करके लीक हुई वॉल्व को ठीक किया गया था। इसी तरह शुक्रवार दोपहर दोबारा वॉल्व लीक हो गई। ऐसे में पीने का पानी सडक़ पर बर्बाद होता रहा। नगर निगम के अधिकारियों को वॉल्व की दोबारा लीक होने की भनक तक नहीं लग सकी। इसके बाद नगर निगम के कार्यकारी अभियंता व उपमंडल अधिकारी को फोन पर सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद अधिकारियों ने कर्मचारियों को दोबारा उसी स्थान पर भेजा गया, जहां पर वीरवार को लाइन लीक हो गई थी। कर्मचारियों ने गांव लिवासपुर के पास पहुंचकर गांव जाजल से ट्यबवेल बंद करवाए और वॉल्व को ठीक किया जा सका। इस दौरान काफी पानी बर्बाद हो गया।
रेनीवेल लाइन की वॉल्व दोबारा लीक हो जाने के कारण बहालगढ़ रोड पर पानी बह गया। रेनीवेल लाइन की वॉल्व पर रबड़ लगवाकर लाइन को चालू कर दिया गया है।
सतीश कुमार, उपमंडल अधिकारी, नगर निगम
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