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3 घंटे पहले
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सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हैं जिनमें यूक्रेनी सैनिकों को इमारतों पर झंडा लगाते दिखाया गया है।
रूस में यूक्रेनी सेना 30 किमी अंदर तक घुस गई है। अमेरिकी मीडिया हाउस CNN के मुताबिक फरवरी 2022 में जंग शुरू होने के बाद यह पहली बार है जब यूक्रेन, रूस में घुस कर हमले कर रही है।
रूस ने शुक्रवार तक यूक्रेनी सीमा से सटे कुर्स्क में कम से कम 250 वर्ग किलोमीटर का इलाका गंवा दिया है। यूक्रेनी सैनिकों का अगला टारगेट रूसी शहर सुद्जा है। सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हैं, जिनमें यूक्रेनी सैनिक इमारतों पर रूसी झंडा हटाकर अपने देश का झंडा लगा रहे हैं।
वहीं, रूस, यूक्रेनी हमले को रोकने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहा है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उसके सैनिकों ने रूस के टोलपिनो और ओब्शची कोलोडेज गांवों में यूक्रेनी सैनिकों के साथ मुठभेड़ हुई है।
मैप में कुर्स्क की लोकेशन देखिए…
यूक्रेन के 100 से ज्यादा सैनिक 11 टैंकों के साथ रूस के कुर्स्क में घुसे हैं।
रूस-यूक्रेन जंग की शुरुआत के बाद से यूक्रेन की तरफ यह अब तक का सबसे बड़ा पलटवार है।
रूसी गांवों पर कब्जे के बाद यूक्रेनी सैनिकों ने एक वीडियो भी जारी किया। (स्क्रीन ग्रैब)
कुर्स्क न्यूक्लियर प्लांट के नजदीक हो रही लड़ाई
रूस के कुर्स्क इलाके में छठे दिन भी यूक्रेनी हमला जारी है। रूस ने 8 अगस्त को ही इलाके में इमरजेंसी लगा दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक मात्र 24 घंटों में यूक्रेन की सेना ने कुर्स्क क्षेत्र में दो प्रमुख किलेबंदी को ध्वस्त कर दिया। इसे बनाने में रूस को ढाई साल से अधिक समय लगा था और इस पर 170 मिलियन डॉलर ( करीब 14 हजार करोड़) से ज्यादा खर्च हुए थे।
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने रविवार को कहा कि रूसी सेना की तरफ से इसका करारा जवाब मिलेगा। जखारोवा ने कहा कि इन हमलों का मकसद रूसी नागरिकों की हत्या करना, उन्हें डराना और देश के बुनियादी ढांचे को नष्ट करना है।
रूस और यूक्रेन सेना के बीच जिस इलाके में लड़ाई चल रही है वह कुर्स्क न्यूक्लियर प्लांट के नजदीक है। ये पावर प्लांट रूस के सबसे बड़े न्यूक्लियर प्लांट्स में से एक है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) चीफ राफेल ग्रॉसी ने कहा है कि न्यूक्लियर हादसे को रोकने की कोशिश की जानी चाहिए। अगर कोई हादसा होता है तो उसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
दावा- यूक्रेन की बढ़त से पुतिन की छवि को नुकसान
अमेरिकी मैगजीन टाइम ने यूक्रेन की बढ़त को लेकर कहा है कि ये यूक्रेन की सफलता मामूली है, लेकिन इससे पुतिन की ताकतवर छवि को नुकसान पहुंचा है। रूसी न्यूज एजेंसी तास के मुताबिक यूक्रेनी सीमा के पास बसे 76,000 लोगों को सुरक्षित इलाके में भेज दिया गया है।
यूक्रेनी सेना 6 अगस्त को कुर्स्क इलाके में घुस गई थी। रूस ने दावा किया कि टैंकों और तोपखानों से लैस करीब 1 हजार यूक्रेनी सैनिक कुर्स्क में दाखिल हुए। रूस के अंदर यूक्रेनी सैनिकों की तस्वीरें, वीडियो सामने आने के बाद भी यूक्रेनी अधिकारियों ने रूसी सीमा में घुसने को लेकर चुप्पी साध रखी थी।
इसके बाद रविवार को जेलेंस्की ने वीडियो जारी कर माना कि यूक्रेन ने रूसी इलाके में घुसकर हमला किया है। उन्होंने कहा कि रूस ने यूक्रेन पर कुर्स्क से 2,000 से ज्यादा बार हमले किए। हम रूस को बताना चाहते हैं कि हम भी जवाब दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन न्याय के लिए लड़ रहा है। उन्होंने यूक्रेनी सैनिकों का शुक्रिया अदा भी किया।
एक यूक्रेनी अधिकारी ने न्यूज एजेंसी AFP से कहा, “रूसी सैनिक अपनी सीमा की रक्षा करने में कमजोर हैं। हम इस इलाके में भारी पड़ रहे हैं। हमारा मकसद दुश्मन को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना है।”
यूक्रेन ने रूस के कई गांवों पर कब्जा किया:11 टैंकों के साथ घुसे 1 हजार यूक्रेनी सैनिक; 76 हजार लोगों ने घर छोड़े
रूस और यूक्रेन के बीच ढाई साल से जारी जंग के बीच अब यूक्रेन ने रूस में घुसकर हमले तेज कर दिए हैं। यूक्रेनी सेना रूस की सीमा के 10 किमी अंदर तक पहुंच गई है। तास न्यूज एजेंसी के मुताबिक, रूसी प्रांत कुर्स्क के गवर्नर एलेक्सी स्मर्नोव ने बताया कि हमलों को देखते हुए 76 हजार लोग घर छोड़ कर जा चुके हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…
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रूस के 30 किमी अंदर घुसी यूक्रेनी सेना: कई इमारतों पर यूक्रेनी झंडा फहराया, 250 वर्ग किमी इलाके पर कब्जा